ETV Bharat / state

गोपालगंज में 6 साल बाद अपने घर पहुंची 'राधा', जय-जयकारे से गूंज उठा कोर्ट परिसर

author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 12, 2024, 7:13 PM IST

God reached his court after six years: जैसे ही फैसला आया, गोपालगंज सीजेएम कोर्ट राधे-राधे के जयकारों से गूंज उठा. आखिर 6 साल बाद 'राधा' की घर वापसी हो रही थी.सभी लोगों के चेहरे पर खुशी की झलक साफ देखी जा सकती थी, आखिर कैसे संभव हुई घर वापसी, पढ़िये पूरी खबर,

6 साल बाद मंदिर वापसी
6 साल बाद मंदिर वापसी

6 साल बाद मंदिर वापसी

गोपालगंजः सीजेएम कोर्ट परिसर में राधे-राधे से गूंजने लगा. सभी के चेहरे खुशी से चमकने लगे. आखिर क्यों न हो, 6 साल बाद 'राधा' को अपना पुराना ठिकाना मिलनेवाला था. जी हां, 6 साल पहले हथुआ थाना क्षेत्र के वरीरायभान गांव से चोरी हुई राधा की मूर्ति को कोर्ट ने उनके असली दावेदार को सौंपने का फैसला सुना दिया था. फैसला सुनने के बाद मूर्ति के दावेदार और पुजारी की खुशी देखते ही बन रही थी.

6 साल पहले चोरी हुई थी मूर्तिः जानकारी के मुताबिक 13 फरवरी 2018 को हथुआ के वरीरायभान गांव के गोपीनाथ मंदिर से श्रीराधाकृष्ण और बाल गोपाल की मूर्तियां चोरी हो गई थीं. 1925 में ही स्थापित इन मूर्तियों की चोरी से इलाके में काफी नाराजगी थी. इस बीच 13 जून 2023 यानी करीब पांच साल बाद गांव में तालाब की खुदाई के दौरान चोरी हुई मूर्तियों में से राधा की मूर्ति बरामद हुई.

6 साल बाद मंदिर वापसी
6 साल बाद मंदिर वापसी

थाने के मालखाने में रख दी गई मूर्तिः खुदाई के दौरान मिली मूर्ति को कागजी कार्रवाई के बाद पुलिस ने मालखाने में रख दिया. इधर मूर्ति के दावेदार बिपिन बिहारी श्रीवास्तव ने कोर्ट से मूर्ति की असली जगह पर स्थापित करने की अपील की थी. जिसके बाद कोर्ट में सुनवाई हुई, लेकिन मालखाना प्रभारी का तबादला हो जाने के कारण पिछली तीन तारीख पर मूर्ति कोर्ट में प्रस्तुत नहीं की जा सकी.जिसके बाद कोर्ट ने थाना प्रभारी के वेतन से एक हजार रुपये कटौती के निर्देश दिए थे.

कोर्ट ने 12 मार्च की तारीख मुकर्रर कीः कोर्ट ने जिले के एसपी को सारे मामले की जांच के निर्देश भी दिए और 12 मार्च को फैसले की तारीख मुकर्रर कर दी.कोर्ट के निर्देश के अनुसार पुलिस मूर्ति लेकर कोर्ट पहुंची. कोर्ट ने प्राप्त साक्ष्य और मूर्ति के किसी अन्य दावेदार के नहीं पहुंचने पर अहम फैसला सुनाते हुए एकमात्र दावेदार बिपिन बिहारी श्रीवास्तव को मूर्ति सुपुर्द करने का आदेश दिया.

6 साल बाद मंदिर वापसी
6 साल बाद मंदिर वापसी

मूर्ति को वस्त्रादि से सजाया गयाःइस दौरान कोर्ट में मूर्ति को वस्त्रादि से सजाया गया. साथ ही मूर्ति की पूजा-अर्चना के साथ भोग भी लगाया गया. सीजेएम मानवेंद्र मिश्र ने मूर्ति को अपनी पुरानी जगह पर स्थापित कर पूजा-पाठ करने का भी आदेश जारी किया. कोर्ट का आदेश आते ही पूरा परिसर राधे-राधे के जयकारों से गूंज उठा. मूर्ति के दावेदार और पुजारी की खुशी तो देखते ही बन रही थी.

कोर्ट से मिला न्यायः कोर्ट के फैसले के बाद मूर्ति के दावेदार बिपिन बिहारी श्रीवास्तव ने कहा कि "हमलोगों को पूर्ण विश्वास था कि न्यायालय से एक न एक दिन हमें न्याय जरूर मिलेगा. आज हमें बेहद खुशी हो रही है कि चोरी हुई मूर्ति वापस मिल गयी है और अब पूरे सम्मान के साथ मूर्ति को गोपीनाथ मंदिर में पुनर्स्थापित किया जाएगा."

6 साल बाद मंदिर वापसी
6 साल बाद मंदिर वापसी

बता दें कि 3 फरवरी 2018 को हथुआ थाना इलाके के वरीरायभान गांव के गोपीनाथ मंदिर में 1925 में स्थापित श्रीराधाकृष्ण और बाल गोपाल की मूर्तियां चोरी हो गई थीं. फिलहाल राधाजी को अपनी पुरानी जगह तो मिल गयी है लेकिन 6 साल बाद भी लोगों को भगवान श्रीकृष्ण और बाल गोपाल की मूर्तियां मिलने का इंतजार है.

ये भी पढ़ेंः'DSP से पता करवाइए, अष्टधातु की मूर्ति थाने में है या गायब हो गई?', CJM ने SP को दिया निर्देश

ये भी पढ़ेंः'भगवान' को पेश नहीं कर सके थानेदार, CJM ने लगाया जुर्माना, गोपालगंज सिविल कोर्ट के फैसले की चारों ओर हो रही चर्चा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.