ETV Bharat / state

ट्रेंचिंग ग्राउंड को हटाने की मांग, अभियान चला रहे लोगों ने की मतदान बहिष्कार की घोषणा - Rajasthan Lok Sabha Election 2024

author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 21, 2024, 3:30 PM IST

ANNOUNCED VOTING BOYCOTT
ANNOUNCED VOTING BOYCOTT

कोटा के नांता, करणी नगर और बरड़ा बस्ती के हजारों लोग बीते लंबे समय से ट्रेंचिंग ग्राउंड को हटाने के लिए अभियान चलाए हुए हैं. रविवार को इसी अभियान के तहत लोगों ने लोकसभा चुनाव के तहत मतदान का बहिष्कार कर दिया है.

कोटा. शहर के नांता का इलाके में एक ट्रेंचिंग ग्राउंड है, जिसमें लंबे समय से कचरे के ढेर में आग लगी हुई है. ऐसे में आसपास का क्षेत्र वायु प्रदूषण की जद में आ गया है. दूसरी तरफ कचरे में सड़ांध भी होने लगी है, जिससे लोगों को दिक्कत हो रही है. इसका सीधा असर नजदीक की बस्तियों और कॉलोनी में पड़ रहा है. नांता, करणी नगर और बरड़ा बस्ती के हजारों लोगों ने बीते लंबे समय से ट्रेंचिंग ग्राउंड को हटाने के लिए अभियान छेड़ा हुआ है. आज रविवार को इसी अभियान के तहत इन लोगों ने लोकसभा चुनाव के तहत मतदान का बहिष्कार कर दिया है. इस संबंध में स्थानीय लोगों ने आज शांतिपूर्वक प्रदर्शन भी किया.

स्थानीय निवासी विनोद गौड़ का कहना है कि उन्होंने प्रशासन को जगाने के लिए हाथों में तख्तियां लेकर सामान्य मार्च निकाला है. इन तख्तियों में चुनाव बहिष्कार की घोषणा है. यह प्रशासन के खिलाफ उनकी चेतावनी और नाराजगी का नमूना भी है. लंबे समय से आंदोलन के बावजूद उनकी बात को नहीं सुना जा रहा है.

trenching ground removal Demand
अभियान चला रहे लोगों ने की मतदान बहिष्कार की घोषणा

इसे भी पढ़ें : कोटा में फायर एनओसी नहीं होने पर तीन और हॉस्टल किए सीज, ऊर्जा मंत्री के निर्देश पर जयपुर डिस्कॉम ने बिठाई जांच - fire in hostels in kota

ट्रेंचिंग ग्राउंड से वन्य जीव को खतरा : दूसरी तरफ, इस संबंध में उपवन संरक्षक वन्यजीव अनुराग भटनागर ने भी जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है और नांता स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड को दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग की है. उनका कहना है कि इसके पहले भी बीते 4 सालों में करीब कई बार पत्र लिखे जा चुके हैं.

पर्यटन भी हुआ प्रभावित : बता दें कि बीते 2 महीनों से शाम के समय धुंए के कारण वन्य जीव और रह रहे स्टाफ के साथ पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हर रोज करीब 700 तक पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं. इस कचरे के चलते दुर्गंध और प्रदूषण भी होता है. ग्रीन बेल्ट में 24 घंटे आग लगने की संभावना भी बनी रहती है. ऐसे में वन्यजीव, स्टाफ, पर्यटकों को बीमारियों से बचाने के लिए इसे शिफ्ट करना आवश्यक है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.