झांसी: लोकसभा चुनाव के दौरान नेताओं का दल बदल कार्यक्रम जारी है. अब बसपा के कद्दावर नेता दशरथ सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया है. दशरथ सिंह की समाज में अच्छी पकड़ है. इसलिए उनके भाजपा में जाने से बहुजन समाज पार्टी को तगड़ा झटका लगा है.
दशरथ सिंह को कानपुर में भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश पाल के द्वारा भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कराई है. भाजपा में शामिल होने के बाद दशरथ सिंह ने कहा कि वह बहुजन समाज पार्टी से 1994 से अब तक बसपा में रहे. 2022 में बबीना से बहुजन समाज पार्टी से प्रत्याशी बनकर मैदान में आए और 31500 वोट मिले थे. बसपा की बहन मायावती की नीति के विरोध में यहां के नेता कार्य कर रहे थे. नीति विरोधी कार्य को देखते हुए वह बसपा को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि सिर्फ और सिर्फ भाजपा की सेवा करना है, इसलिए शामिल हुए है.
उन्होंने कहा कि अबकी बार 400 पार सीट दिलाकर तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में फिर देश की कमान सौंपना है. योगी-मोदी की योजनाओं परियोजनाओं को लेकर आमजन में जाकर भाजपा को जीत दिलाएंगे. वहीं, दशरथ सिंह के भाजपा में आने से उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है. साथ ही बबीना विधान सभा क्षेत्र से लोकसभा के चुनाव के समय दशरथ राजपूत का बसपा छोड़ कर भाजपा में जाने से लोधी वोटों का भारी नुकसान होगा और भाजपा को काफी फायदा होगा. भाजपा का दामन थामने के बाद दशरथ सिंह राजपूत भाजपा प्रत्याशी अनुराग शर्मा सहित कई भाजपा नेताओं के साथ बड़े मंच पर दिखाई दिए.