अयोध्या/जयपुर. भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सोमवार को अपने मंत्रिपरिषद के सदस्यों और विधायकों के साथ पहली बार अयोध्या पहुंचे. सीएम ने यहां रामलला के दर्शन व पूजन किए. साथ ही प्रभु से देश-प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की. वहीं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जब मंत्री, सांसद, विधायक, मुख्य सचिव व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अयोध्या पहुंचे तो वो दृश्य देखने लायक था. इस दौरान सीएम ने कहा कि राम हमारी आस्था के केंद्र हैं. वे हमारे रोम-रोम में बसे हैं. इस दुनिया के हर कण में राम विराजमान हैं. सब राम की ही महिमा है. आगे उन्होंने कहा कि पहले अयोध्या में भगवान रामलला के टेंट में दर्शन हुए थे. अब इस भव्य मंदिर में भगवान को देख वो अभिभूत है.
सीएम ने किया हनुमान चालीसा का पाठ : रामलला के दर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री ने मंत्रियों, विधायकों, अधिकारियों व अन्य सहयोगियों के साथ जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए पूरे श्रद्धा भाव से सस्वर हनुमान चालीसा का पाठ किया. साथ ही उन्होंने राम मंदिर निर्माण कार्य से जुड़े श्रमिकों और कारीगरों से आत्मीयता पूर्वक संवाद किया. वहीं, इससे पहले मुख्यमंत्री यहां स्थित दशरथ कुंड में अखिल भारतीय माहेश्वरी सेवा सदन पुष्कर की ओर से आयोजित सरस्वती देवी शिव किशन दम्मानी भवन के भूमि पूजन व शिलान्यास समारोह में शामिल हुए. इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और मुख्यमंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन की पूर्णाहुति में हिस्सा लिया. वहीं, मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें आज अयोध्या की पवित्र भूमि पर भगवान राम के मंदिर में शीश नवाने का सौभाग्य मिला है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में बना यह विराट और सुंदर मंदिर राम भक्तों की जिजीविषा और उनके पांच सौ साल के संघर्ष का परिणाम है.
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उन्होंने कहा कि राम भक्त के तौर पर उन्हें भी राम जन्मभूमि आंदोलन में योगदान देने का अवसर मिला था. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में अध्यात्म और सांस्कृतिक क्षेत्र के विकास कार्यों को समर्पण के साथ पूरा करवा रहे हैं. सनातन संस्कृति के प्रतीक मंदिरों का जीर्णोद्धार और विकास करवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि करोड़ों देशवासियों के तप से बना अयोध्या का नव्य-भव्य-दिव्य मंदिर विश्व भर के श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींच रहा है. अयोध्या अपनी भव्यता, इतिहास, संस्कृति और आस्था के लिए जानी जाती है. सप्तपुरी नगरों में अयोध्या का स्थान सर्वोपरि है. अयोध्या का वर्तमान स्वरूप देख कर इस नगरी का वो सुंदर दृश्य जीवंत हो गया है, जिसका वर्णन तुलसीदास जी ने श्रीरामचरितमानस में किया है.
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रामलला के दर्शन के लिए शुरू की बस सेवा : मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर 3,000 वरिष्ठ तीर्थयात्रियों को अयोध्या की यात्रा करवाई जा रही है. जयपुर से अयोध्या के लिए विशेष विमान सेवा शुरू की गई है. राजस्थान के सात संभाग मुख्यालयों से श्री रामलला के दर्शन के लिए राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसें चलाई हैं. उन्होंने इस अवसर पर माहेश्वरी समाज की परोपकार भावना की सराहना करते हुए कहा कि यह समाज सदैव ही मानव कल्याण की संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करता रहा है.