ETV Bharat / state

सिर झुकाए खड़े थे बैतूल बीजेपी नेता उइके, ग्रामीणों ने पूछा, "5 साल तक कहां थे, फोन क्यों नहीं उठाया" - betul voters angry on BJP candidate

author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 15, 2024, 1:25 PM IST

Updated : Apr 15, 2024, 2:29 PM IST

बैतूल लोकसभा क्षेत्र में प्रचार के दौरान भाजपा प्रत्याशी डीडी उइके ने चौपाल लगाई. इस दौरान ग्रामीणों ने उन्हें खूब खरी खोटी सुनाई. ग्रामीणों ने कहा "5 साल में एक बार तो आ जाते. आप तो हमारा फोन तक नहीं उठाते. हम सभी भाजपा के लोग हैं, हम नोटा दबाएंगे." ग्रामीणों ने मुलताई विधायक चंद्रशेखर देशमुख को भी लताड़ा.

BETUL VOTERS ANGRY ON BJP CANDIDATE
ग्रामीण भड़के सिर झुकाए सुनते रहे बैतूल बीजेपी प्रत्याशी उइके
बैतूल बीजेपी प्रत्याशी उइके को ग्रामीणों ने सुनाई खरी खोटी

बैतूल। मतदाताओं को अक्सर ये शिकायत रहती है कि नेता सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने के लिए नजर आते हैं. उसके बाद पूरे 5 साल तक जनता उनके दर्शन तक को तरस जाती है. कुछ ऐसा ही मध्यप्रदेश के बैतूल लोकसभा क्षेत्र में भी हो रहा है. बैतूल लोकसभा क्षेत्र में आने वाले मुलताई विधानसभा क्षेत्र के ग्राम महतपुर में शाम को भाजपा प्रत्याशी डीडी उइके वोट मांगने के लिए पहुंचे. इस दौरान जनता ने उनके साथ ही विधायक चंद्रशेखर देशमुख को भी खूब खरी-खोटी सुनाई.

जीतने के बाद पलटकर नहीं देखा सांसद ने

ग्रामीणों ने कहा "पूरे 5 साल में सांसद ने कभी महतपुर की ओर पलटकर भी नहीं देखा. 5 साल में कम से कम एक बार ही आ जाते और हाथ हिलाकर ही चले जाते तो जनता संतुष्ट हो जाती." महतपुर गांव के लोगों के बीच बैठे सांसद डीडी उइके और विधायक चंद्रशेखर देशमुख गर्दन झुकाकर बैठे रहे और जनता खरी-खोटी सुनाती रही. ग्रामीणों ने बताया "गांव के श्री राम मंदिर प्रांगण में चुनाव लड़ रहे डीडी उइके ने चौपाल लगाई. लोकसभा चुनाव में सहयोग मांगने की बात करने पर ग्रामीणों ने कहा कि 5 साल से आखिर आप थे कहां."

ग्रामीणों ने कई समस्याएं उठाईं, रोष जताया

सेवानिवृत्त एक शिक्षक ने पूरे गांव की ओर से सांसद से कई सवाल पूछे. उन्होंने कहा "गांव में जब हमने हायर सेकंडरी स्कूल के आवेदन की बात की तो हमारा फोन तक नहीं उठाया. यह लोकतंत्र है क्या. हमने लोकतंत्र को पढ़ा है और बच्चों का गढ़ा है. क्या यह लोकतंत्र है कि जनप्रतिनिधि जीतकर चला जाए और हम उसके पीछे चक्कर काटें. हमारे यहां 2008 से स्कूल खुला है, आप चलकर देखें बच्चे कैसे पढ़ रहे हैं. क्या आपका यह दायित्व नहीं है कि साल में एक बार ही आप महतपुर ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र में आकर हाथ हिलाकर चले जाते. हम पढ़े लिखे हैं, हम लोकतंत्र में जीने वाले लोग हैं. हमें दुख है कि हम तो कोई मांग ही नहीं करते. हमें नहीं चाहिए रोड, हम तो गड्ढे में रहने वाले लोग हैं. अब हमने मांग करना ही बंद कर दिया है."

ये खबरें भी पढ़ें...

मंडला में सीएम की सभा में डैम प्रभावित ग्रामीणों ने दी चेतावनी, विस्थापन नहीं किया तो चुनाव का बहिष्कार

सड़क नहीं तो वोट नहीं : जबलपुर के रमनगरा में ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट घेरा, चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

ग्रामीण बोले- हम बहिष्कार नहीं करेंगे, नोटा दबाएंगे

ग्रामीणों ने बीजेपी प्रत्याशी से कहा "पिछले 30 साल में हमारे गांव में एक रुपया भी सांसद निधि का नहीं आया. क्या हम इसीलिए 90 प्रतिशत तक वोट देते हैं. हमने तो विधायक से भी कहा था कि हमें सरपंच पालने वाला काम नहीं, पुख्ता काम दीदजिए, ताकि हमारे बाल बच्चों को रोजी मिले, रोजगार मिले. हम लोग चुनाव का बहिष्कार नहीं करेंगे बल्कि भाजपा के जितने भी लोग हैं वे सब नोटा का बटन दबाने के लिए तैयार हैं. हम तो यह मांग करते हैं कि साल में कम से कम एक बार क्षेत्र में आकर हाथ हिला दें ताकि जनता जनार्दन खुश हो जाए कि हमारे सांसद गांव में आए."

बैतूल बीजेपी प्रत्याशी उइके को ग्रामीणों ने सुनाई खरी खोटी

बैतूल। मतदाताओं को अक्सर ये शिकायत रहती है कि नेता सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने के लिए नजर आते हैं. उसके बाद पूरे 5 साल तक जनता उनके दर्शन तक को तरस जाती है. कुछ ऐसा ही मध्यप्रदेश के बैतूल लोकसभा क्षेत्र में भी हो रहा है. बैतूल लोकसभा क्षेत्र में आने वाले मुलताई विधानसभा क्षेत्र के ग्राम महतपुर में शाम को भाजपा प्रत्याशी डीडी उइके वोट मांगने के लिए पहुंचे. इस दौरान जनता ने उनके साथ ही विधायक चंद्रशेखर देशमुख को भी खूब खरी-खोटी सुनाई.

जीतने के बाद पलटकर नहीं देखा सांसद ने

ग्रामीणों ने कहा "पूरे 5 साल में सांसद ने कभी महतपुर की ओर पलटकर भी नहीं देखा. 5 साल में कम से कम एक बार ही आ जाते और हाथ हिलाकर ही चले जाते तो जनता संतुष्ट हो जाती." महतपुर गांव के लोगों के बीच बैठे सांसद डीडी उइके और विधायक चंद्रशेखर देशमुख गर्दन झुकाकर बैठे रहे और जनता खरी-खोटी सुनाती रही. ग्रामीणों ने बताया "गांव के श्री राम मंदिर प्रांगण में चुनाव लड़ रहे डीडी उइके ने चौपाल लगाई. लोकसभा चुनाव में सहयोग मांगने की बात करने पर ग्रामीणों ने कहा कि 5 साल से आखिर आप थे कहां."

ग्रामीणों ने कई समस्याएं उठाईं, रोष जताया

सेवानिवृत्त एक शिक्षक ने पूरे गांव की ओर से सांसद से कई सवाल पूछे. उन्होंने कहा "गांव में जब हमने हायर सेकंडरी स्कूल के आवेदन की बात की तो हमारा फोन तक नहीं उठाया. यह लोकतंत्र है क्या. हमने लोकतंत्र को पढ़ा है और बच्चों का गढ़ा है. क्या यह लोकतंत्र है कि जनप्रतिनिधि जीतकर चला जाए और हम उसके पीछे चक्कर काटें. हमारे यहां 2008 से स्कूल खुला है, आप चलकर देखें बच्चे कैसे पढ़ रहे हैं. क्या आपका यह दायित्व नहीं है कि साल में एक बार ही आप महतपुर ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र में आकर हाथ हिलाकर चले जाते. हम पढ़े लिखे हैं, हम लोकतंत्र में जीने वाले लोग हैं. हमें दुख है कि हम तो कोई मांग ही नहीं करते. हमें नहीं चाहिए रोड, हम तो गड्ढे में रहने वाले लोग हैं. अब हमने मांग करना ही बंद कर दिया है."

ये खबरें भी पढ़ें...

मंडला में सीएम की सभा में डैम प्रभावित ग्रामीणों ने दी चेतावनी, विस्थापन नहीं किया तो चुनाव का बहिष्कार

सड़क नहीं तो वोट नहीं : जबलपुर के रमनगरा में ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट घेरा, चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

ग्रामीण बोले- हम बहिष्कार नहीं करेंगे, नोटा दबाएंगे

ग्रामीणों ने बीजेपी प्रत्याशी से कहा "पिछले 30 साल में हमारे गांव में एक रुपया भी सांसद निधि का नहीं आया. क्या हम इसीलिए 90 प्रतिशत तक वोट देते हैं. हमने तो विधायक से भी कहा था कि हमें सरपंच पालने वाला काम नहीं, पुख्ता काम दीदजिए, ताकि हमारे बाल बच्चों को रोजी मिले, रोजगार मिले. हम लोग चुनाव का बहिष्कार नहीं करेंगे बल्कि भाजपा के जितने भी लोग हैं वे सब नोटा का बटन दबाने के लिए तैयार हैं. हम तो यह मांग करते हैं कि साल में कम से कम एक बार क्षेत्र में आकर हाथ हिला दें ताकि जनता जनार्दन खुश हो जाए कि हमारे सांसद गांव में आए."

Last Updated : Apr 15, 2024, 2:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.