रोहतक: 31 दिसंबर 2023 को CET की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए करीब 2800 युवाओं का रोहतक बिजली विभाग में सिलेक्शन हुआ था. जिसमें से 600 छात्रों को रोहतक स्टेशन मिला है. उच्च अधिकारियों ने कहा कि पहले इन युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके बाद इनको तैनात कर दिया जाएगा. वहीं बिजली विभाग के जिला कार्यालय में ज्वाइनिंग करने पहुंचे युवक-युवतियों ने कहा कि बिना पैसे और बिना सिफारिश के ये भर्ती प्रक्रिया हुई है.
रोहतक बिजली विभाग में युवाओं की भर्ती: सिलेक्ट हुए युवकों का कहना है कि उन्हें कभी उम्मीद ही नहीं थी कि उनका चयन बिना सिफारिश और पैसे हो जाएगा. दरअसल रोहतक बिजली विभाग के जिला कार्यालय में करीब 600 युवकों ने ज्वाइनिंग की. जिन्हें ट्रेनिंग के बाद रोहतक जिले के विभिन्न क्षेत्रों में स्टेशन दिए जाएंगे. युवकों का कहना है कि उनका एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ है और वो बिना सिफारिश और पैसे के नौकरी लगे हैं.
'बिना खर्ची-पर्ची के हुई भर्ती': युवाओं का ये भी कहना है कि इस भर्ती प्रक्रिया में ऐसे युवाओं का भी चयन हुआ है. जिन्होंने पहली बार फॉर्म भरा है और जिनका आखिरी चांस था. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गांव सांघी के रहने वाले युद्धराज ने बताया कि उन्होंने पहली बार फॉर्म भरा था और उसी में उसका सिलेक्शन हो गया. युद्धराज ने बताया कि अब ये सिद्ध हो गया है कि जो युवक पढ़ाई करेंगे. वही आगे कामयाब हो सकते हैं.
'भर्ती प्रक्रिया में लगा वक्त': युद्धराज ने कहा कि इस भर्ती में उनका एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ है. युद्ध राज ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया में थोड़ा सा समय जरूर लगा है, लेकिन बिना पर्ची बिना खर्ची के सिलेक्शन हुआ है. इसके अलावा कलानौर क्षेत्र के लाहली गांव के भूपेंद्र ने बताया कि उनका आखिरी चांस था, उनकी उम्र 40 वर्ष हो गई है, लेकिन उन्होंने मेहनत की और वो कामयाब हो गए.
सभी की होगी ट्रेनिंग: हिसार की रहने वाली सुनीता ने बताया कि उन्होंने कड़ी मेहनत कर पढ़ाई की है और उनका कोई पैसा नहीं लगा. इसलिए आज उनका सिलेक्शन हुआ है. उन्होंने हरियाणा सरकार का भी धन्यवाद किया. जो बिना सिफारिस और बिना पैसे के नौकरी दे रही है. बिजली विभाग के अधिकारी चंदन सिंह ने बताया कि इन सिलेक्ट हुए युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी. क्योंकि बिजली विभाग आम लोगों से जुड़ा हुआ है. इसलिए लोगों से कैसा व्यवहार किया जाए. इसके बारे में बताया गया है. फिलहाल उनकी ट्रेनिंग होगी और इन्हें खतरनाक काम पर नहीं भेजा जाएगा.