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ईशान-अय्यर के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने पर क्यों मचा बवाल, क्या टी20 विश्व कप से भी धो बैठे हाथ, जानिए पूरा सच

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 29, 2024, 3:37 PM IST

Updated : Feb 29, 2024, 3:57 PM IST

श्रेयस अय्यर और ईशान किशन के बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने के बाद से चारों ओर चर्चा हो रही है कि इन खिलाड़ियों को किस बात की सजा मिली है. तो हम आपको अपने इस आर्टिकल में इस पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं.

shreyas iyer and ishan kishan
ईशान किशन और श्रेयस अय्यर

नई दिल्ली: बीसीसीआई की ओर से बीते बुधवार को टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट जारी किया गया था. इस कॉन्ट्रैक्ट में कुल 30 खिलाड़ियों को 4 ग्रेड में जगह दी गई है, जिनकी सालाना आया उनके ग्रेड के हिसाब से तय की गई है. इस कॉन्ट्रैक्ट से टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज श्रेयस अय्यर और विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को बाहर कर दिया गया है.

उनको इस कॉन्ट्रैक्ट से बाहर करने की असली वजह तो बीसीसीआई ने नहीं बताई है लेकिन इन दोनों को बाहर करने के पीछे एक बड़ी कहानी है जिसे आज हम आपको डिटेल में बताने वाले हैं.

ईशान और अय्यर के लिए मिला-जुला रिएक्शन
अय्यर और ईशान के कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने पर कई पूर्व क्रिकेटर्स ने भी अपनी राय रखी है. किसी के लिए उनका इस कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होना हैरान कर देने वाला है तो कई क्रिकेटर्स अय्यर और ईशान दोनों को कड़ी मेहनत कर दोबारा सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह बनाने के लिए प्रेरित करते हुए नजर आ रहे हैं. इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी फैंस इन दोनों को कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किए जाने पर बीसीसीआई की कड़ी अलोचना कर रहे है. फैंस कह रहे हैं कि अय्यर और ईशान ने हाल ही में टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया है फिर भी उन्हें कॉन्ट्रैक्ट बाहर कर दिया गया.

ईशान भारत के लिए सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं तो वहीं अय्यर ने वनडे विश्व कप के इतिहास में भारत के लिए मिडिल ऑर्डर में सबसे ज्यादा रन एक सीजन में बनाने का कारनामा अपने नाम किया था. अय्यर लास्ट 24 पारियों में 941 रन 47.05 की औसत से बना चुके हैं. इस दौरान उन्होंने 3 शतक और 5 अर्धशतक लगाए हैं. ईशान भारत के लिए 2 टेस्ट मैचों में 78 की औसत से 1 अर्धशतक के साथ 78 रन बना चुके हैं. उन्होंने अपने टेस्ट डेब्यू पर ही अर्धशतक लगाया था. उनके नाम वनडे में 42.4 की औसत और 102.3 की स्ट्राइक रेट के साथ 933 रन दर्ज हैं.

किस बात की मिली ईशान किशन को सजा
ईशान किशन टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे थे. वो टीम के साथ काफी लंबे समय से जुड़े हुए हैं. वो टीम इंडिया में बतौर ओपनिंग बैटर खेलते हुए नजर आते थे. रोहित शर्मा और शुभमन गिल के पारी की शुरुआत करने के चलते उन्हें खेलने के मौके नहीं मिलते थे. ऐसे में वो टीम के लिए बैंच पर ही बैठे हुए नजर आते थे. रोहित और गिल में से कोई चोटिल होता तो ईशान को खेलने का मौका मिलता था और वो अच्छा प्रदर्शन करते, लेकिन जैसे ही गिल या रोहित टीम में वापसी करते थे वैसे ही ईशान को बाहर होना पड़ जाता था. वनडे विश्व कप से पहले ईशान को मिडिल ऑर्डर में ट्राई किया गया लेकिन जब केएल राहुल की वापसी हुई तो वो वर्ल्ड कप की प्लेइंग 11 से ही बाहर हो गए. गिल को डेंगू हुआ तो उन्हें शुरुआत के 2 मैच में रोहित के साथ ओपन करने को मिली. गिल के आते ही वो टीम से बाहर हो गए.

इसके बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज खेली वहां भी ईशान किशन को दरकिनार कर टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज जितेश शर्मा को खिलाया गया. इसके बाद ईशान ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुई वनडे और टी20 सीरीज के लिए प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिल पाई. इसके बाद बीसीसीआई ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट टीम ईशान किशन को टीम में जगह दी और सीरीज की शुरुआत से पहले ईशान को टीम से रिलीज कर दिया. बीसीसीआई ने बताया कि उन्होंने छुट्टी व्यक्तिगत कारण के चलते ली है. जबकि मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो ईशान टीम के साथ ट्रैवल करते करते थक गए थे उन्हें प्लेइंग 11 में खेलने के लिए नहीं मिल रहा था जिससे वो नाराज थे. ऐसे में वो मानसिक रूप से थक गए थे और उन्हें ब्रेक की जरूरत थी. इसके अलावा कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि उन्हें जितेश शर्मा को टीम में शामिल करना पसंद नहीं आया.

बीसीसीआई से छुट्टी लेने के बाद ईशान अपने परिवार के साथ समय बिताते हुए नजर आए. वो खुद को मानसिक तौर पर बेहतर करना चाहते थे. इसके बाद बीसीसीआई और कोच राहुल द्रविड़ ने खुल मंच से कहा कि जिन खिलाड़ियों को टीम में जगह नहीं मिल पा रही है वो सभी घरेलू क्रिकेट खेले लेकिन ईशान ने रणजी ट्रॉफी में झारखंड के लिए एक मैच तक नहीं खेला. इसके अलावा वो हाल ही में डी वाई पाटिल टी20 कप में नजर आए. इसके बाद बीसीसीआई ने उन पर बड़ा एक्शन लिया और उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया.

क्या अय्यर को झूठ बोलने के चलते किया गया कॉन्ट्रैक्ट से बाहर
श्रेयस अय्यर इंग्लैंड और भारत के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के शुरुआती 2 मैच का हिस्सा थे. इसके बाद उन्हें बाकी तीन मैचों की टीम से बाहर कर दिया गया. इसके बाद अय्यर रणजी ट्रॉफी में पीठ में दर्द का हवाला देकर नहीं खेले, जबकि एनसीए की ओर से आई रिपोर्ट में उन्हें फिट घोषित किया गया था. ऐसे में अय्यर चोट का बहाना लेकर घरेलू क्रिकेट नहीं खेलना चाह रहे थे, जबकि बीसीसीाई सचिव जय शाह और टीम इंडिया के कोच राहुल पहले ही कह चुके थे कि जो खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में रन बनाएंगे उनको प्राथमिकता दी जाएगी. टीम में जिस खिलाड़ी को खेलने का मौका नहीं मिल रहा वो घरेलू क्रिकेट में खेले.

अय्यर के बारे में बीसीसीआई के एक सूत्र की मीडिया में कई रिपोर्ट्स सामने आईं हैं, जिसमें वो कह रहे हैं कि, अगर एनसीए बोल रहा है कि बल्लेबाज फिट है तो उसे घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए. एनसीए की रिपोर्ट झूठी नहीं हो सकती हैं. जो घरेलू क्रिकेट नहीं खेल रहा है उसे कॉन्ट्रैक्ट में शामिल कैसे किया जा सकता है. उनका गैर जिम्मेदाराना रवैया देख उनको इस कॉन्ट्रैक्ट में नहीं रखा गया है. इससे पहले अय्यर को लेकर मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि वो टीम में रहते हुए अनुशासनहीन हैं. इस पर मीडिया के पूछने पर कोच राहुल द्रविड़ ने भी बयान दिया था और इस बात से पल्ला झड लिया था. अय्यर कई बार की चेतावनी के बाद भी घरेलू क्रिकेट नहीं खेले और इसकी सजा उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दी गई है.

क्या अभी भी ईशान और अय्यर की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में हो सकती है वापसी
बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि अगर खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट खेलते हैं और फॉर्म में वापस आ जाते है तो उन्हें दोबारा इस कॉन्ट्रैक्ट में जगह दी जा सकती है. अब खिलाड़ी को आईपीएल को प्राथमिकता नहीं देनी होगी बल्कि घरेलू क्रिकेट उनके लिए पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. इसके साथ ही खिलाड़ियों को बीसीसीआई द्वारा बनाए गए मापदंड़ों का पालन भी करना होगा. ऐसे में बीसीसीआई का ये बयान ईशान और अय्यर के लिए राहत की बात है. वो घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करते हैं और बीसीसीआई के सभी नियमों का पालन करते हैं तो उन्हें दोबारा कॉन्ट्रैक्ट में जगह दी जा सकती है.

आपको एक बड़ी बात बता दें कि भारतीय टीम में चयन के लिए उन्हीं खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाएगी जो सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का हिस्सा है. ऐसे में ईशान और अय्यर इसका हिस्सा नहीं है. अब उनको भारतीय टीम के चयन के लिए कंसीडर नहीं किया जाएगा. ऐसे में इन दोनों के टीम में वापस आने की संभावना कम हैं. ये दोनों ही खिलाड़ी अब लगभग टी20 विश्व कप 2024 से भी हाथ धो बैठे हैं. अगर इन खिलाड़ियों को टीम में जगह भी मिली तो इन्हें सिर्फ मैच फीस ही मिलेगी. जब ये घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन कर और बीसीसीआई के नियमों का पालन कर दोबारा सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह बना लेंगे उसके बाद इनके टीम इंडिया में खेलने के रास्ते खुल जाएगा.

ऐसे में कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि इन खिलाड़ियों को बीसीसीआई से पंगा लेना भारी पड़ गया है. अब इनको टीम में जगह बनानी है तो बीसीसीआई की शर्तों के अनुसार ही इनको टीम में जगह मिलेगी.

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Last Updated :Feb 29, 2024, 3:57 PM IST
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