पटना: कराटे एसोसिएशन ऑफ बिहार के सभी सदस्यों ने आज राजधानी पटना स्थित कार्यालय में प्रेस वार्ता की. बिहार के तमाम कराटे खिलाड़ी अपनी कई मांगों को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए यह प्रेस मीट रखी. जिसमें बिहार कराटे एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं तमाम जिलों के उपाध्यक्ष मौजूद थे. उनका कहना है कि बिहार सरकार कराटे एसोसिएशन के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. कराटे एसोसिएशन के द्वारा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कई मेडल जीते गए हैं लेकिन फिर भी बिहार सरकार किसी तरह की सुविधा नहीं दे रही है.
बिहार कराटे एसोसिएशन को नहीं मिल रही सुविधा!: बता दें कि बिहार कराटे एसोसिएशन के द्वारा विभिन्न जिलों में कराटे का प्रशिक्षण भी दिया जाता है. स्कूलों में भी बच्चों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी जाती है. यहां तक की बिहार कराटे एसोसिएशन के द्वारा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल भी लाए गए हैं. वहीं हालिया दिनों में ही मेडल लाओ नौकरी पाओ कई खिलाड़ियों को कई विभागों में बिहार सरकार के द्वारा नौकरी दी गई है लेकिन बिहार कराटे एसोसिएशन को किसी तरह की कोई सुविधा नहीं मिल रही है.
"बिहार सरकार कराटे एसोसिएशन के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. इसको लेकर कई बार प्रदर्शन भी किया जा चुका है लेकिन फिर भी बिहार कराटे एसोसिएशन आज भी उपेक्षा का शिकार बना हुआ है."-कौशल कुमार सिंह, पूर्व खिलाड़ी और प्रशिक्षक
सौतेला व्यवहार करने का लगाया आरोप: प्रदेश उपाध्यक्ष का कहना है कि बिहार मे कराटे खेल सरकार की उपेक्षा का शिकार है. कराटे में बिहार के लिए खिलाड़ियों ने तो कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते है लेकिन बिहार सरकार में जब खिलाड़ियों को नौकरी और सुविधा देने की बात आती है तो फिर उसके लिए खिलाड़ियों और फेडरेशन के मान्यता का सवाल खरा हो जाता है. आज राजधानी में कई प्रेसवर्त्ता कर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना चाहा है, वहीं उन्होंने कहा कि यह सौतेला व्यवहार बर्दास्त नहीं किया जाएगा.
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