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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: इन महिला IAS और PCS अधिकारियों ने अपने कार्यों से बनाई पहचान, हर क्षेत्र में बजा रही डंका

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Mar 8, 2024, 10:38 AM IST

Updated : Mar 9, 2024, 12:24 PM IST

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Women's Day 2024 उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है. यहां हर क्षेत्र में महिलाएं अपने परचम लहरा रही है. उत्तराखंड में शासन-प्रशासन को चलाने में भी महिलाओं की अहम भागीदारी है. जो अपने कार्यों से चमक बिखेर रही हैं. साथ ही ये महिला आईएएस और पीसीएस अधिकारी अन्य के लिए प्रेरणा स्रोत बनी हुई हैं.

देहरादून (उत्तराखंड): हर साल 8 मार्च को विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है कि महिला सशक्तिकरण, महिलाओं की उन्नति और विकास को बढ़ावा दिया जा सके. हर साल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने के लिए अलग-अलग कैंपेन थीम तैयार की जाती है, जिस थीम के आधार पर महिला दिवस मनाया जाता है. इसी क्रम में इस साल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की कैंपेन थीम इंस्पायर इंक्लुजन (Inspire Inclusion) रखा गया है. जिसका अर्थ "महिलाओं के महत्व के प्रति लोगो को जागरूक करना" है.

हर क्षेत्र में महिलाओं कर रही प्रतिनिधित्व: हर क्षेत्र में महिलाएं बढ़-चढ़ कर आगे बढ़ रही हैं. मौजूदा समय में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां महिलाओं का प्रतिनिधित्व न हो. देश के लिए एक सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि देश की पहली नागरिक यानी राष्ट्रपति एक महिला है. वहीं, उत्तराखंड राज्य की बात करें तो प्रदेश के तमाम शीर्ष पदों पर महिलाएं विराजमान हैं. विधानसभा अध्यक्ष महिला होने के साथ ही मुख्य सचिव भी महिला ही है. इसके अलावा प्रदेश के विधायकों, लोकसभा सांसदों के साथ ही राज्यसभा सांसदों में भी महिलाओं का प्रतिनिधित्व है. देहरादून जिला प्रशासन की कमान भी महिला के हाथों में ही है.

महिला अधिकारी निभा रही अहम जिम्मेदारी: प्रदेश के जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन में तैनात अधिकारियों को देखे तो तमाम महिलाओं को जिलों की कमान सौंपी गई है. यानी, समय के साथ साथ महिलाओं का प्रतिनिधित्व लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के चार जिलों के प्रशासन की कमान महिलाओं के हाथों में है. इसी क्रम में पुलिस प्रशासन में भी कुछ महिला आईपीएस जिलों की जिम्मेदारी संभालने के बाद अब बड़े पदों पर तैनात हैं. हर क्षेत्र में लगातार बढ़ रही महिलाओं की भागीदारी, अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत हैं. जिनमें से ये आईएएस और पीसीएस अधिकारी प्रदेश को गति देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं.

Dehradun DM Sonika
देहरादून डीएम सोनिका

देहरादून डीएम सोनिका: देहरादून जिले की मौजूदा जिलाधिकारी सोनिका, 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. सोनिका कुछ साल पहले देहरादून की अपर जिलाधिकारी भी रह चुकी हैं. इसके बाद शासन में बतौर अपर सचिव कई विभागों को संभाल चुकी है. इसके बाद जुलाई 2022 को तत्कालिक जिलाधिकारी आर राजेश कुमार को हटाकर सोनिका को देहरादून जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई. सोनिका, देहरादून स्मार्ट सिटी की सीईओ भी हैं.

Nainital DM Vandana Singh
नैनीताल डीएम वंदना सिंह

नैनीताल डीएम वंदना सिंह: वंदना सिंह 2012 बैच की आईएएस अधिकारी है. वंदना सिंह की पहली पोस्टिंग पिथौरागढ़ जिले में सीईओ पद पर हुई थी. पिथौरागढ़ जिले की सबसे पहली महिला सीडीओ वंदना सिंह बनी थी. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर रही वंदना सिंह को नवंबर 2020 को कुमाऊं मंडल विकास निगम के एमडी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इसके बाद ग्रामीण विकास विभाग में अपर सचिव और साल 2021 में अल्मोड़ा जिले का जिलाधिकारी बनाया गया. इसके बाद मई 2023 को नैनीताल जिले की कमान सौंपी गई.

Bageshwar DM Anuradha Pal
बागेश्वर डीएम अनुराधा पाल

बागेश्वर डीएम अनुराधा पाल: अनुराधा पाल 2015 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. अनुराधा पाल एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं. इनके पिता ने दूध बेचकर अपने बच्चों का भरण पोषण किया है. जिसके चलते अनुराधा ने पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को भी पढ़ाया ताकि अपनी कोचिंग की फीस भर सके.साल 2008 में उनका इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक निजी कंपनी में सिलेक्शन हो गया. लेकिन आईएएस बनने के जुनून के चलते नौकरी छोड़ दी. फिर 2015 में अनुराधा को सफलता मिली. अनुराधा, पिथौरागढ़ में सीडीओ के पद पर तैनात रह चुकी हैं. इसके बाद अनुराधा को अगस्त 2023 में बागेश्वर जिले की कमान सौंपी गई.

Pithoragarh DM Reena Joshi
पिथौरागढ़ डीएम रीना जोशी

पिथौरागढ़ डीएम रीना जोशी: रीना जोशी 2013 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. रीना जोशी को नवंबर 2022 में पिथौरागढ़ जिले की कमान सौंपी गई. हालांकि, रीना जोशी पहली ऐसी महिला आईएएस अधिकारी हैं, जिन्हें पिथौरागढ़ जैसे सीमांत जिले का जिलाधिकारी बनाया गया. रीना जोशी पिथौरागढ़ से पहले बागेश्वर जिले की भी डीएम रह चुकी हैं. इसके साथ ही रीना जोशी, राज्य में अपर सचिव ग्राम्य विकास, कृषि एवं कृषक कल्याण, मुख्य परियोजना निदेशक की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं.

IG SDRF Ridhim Agarwal
आईजी एसडीआरफ रिद्धिम अग्रवाल

आईजी एसडीआरफ रिद्धिम अग्रवाल: देहरादून समेत कई जिलों की एसएसपी रह चुकी रिद्धिम अग्रवाल 2005 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. वर्तमान में रिद्धिम अग्रवाल गृह विभाग में विशेष सचिव गृह के पद पर तैनात है. इसके साथ ही रिद्धिम अग्रवाल पुलिस विभाग में बतौर आईजी एसडीआरएफ के पद पर भी तैनात है. इससे पहले रिद्धिम शासन में बतौर अपर सचिव गृह काम कर चुकी हैं. इसके बाद जब रिद्धिम अग्रवाल का आईजी रैंक के पद पर डीपीसी हुई तो उन्हे विशेष सचिव गृह की जिम्मेदारी दी गई.

DIG Fire Nivedita Kukreti
डीआईजी फायर निवेदिता कुकरेती

डीआईजी फायर निवेदिता कुकरेती: देहरादून समेत अन्य जिलों की कप्तान रह चुकी निवेदिता कुकरेती 2008 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. वर्तमान समय में निवेदिता कुकरेती शासन में अपर सचिव गृह की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. साथ ही पुलिस विभाग में डीआईजी फायर की भी जिम्मेदारी संभाल रही हैं.

Pauri SSP Shweta Choubey
पौड़ी एसएसपी श्वेता चौबे

पौड़ी एसएसपी श्वेता चौबे: पौड़ी जिले की कप्तान श्वेता चौबे प्रांतीय पुलिस सेवा (2005) बैच की अधिकारी हैं. श्वेता चौबे को अक्टूबर 2022 में पौड़ी जिले की कमान सौंपी गई थी. तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी श्वेता चौबे चमोली जिले में बतौर एसपी पद पर कार्यरत रह चुकी है. इसके साथ ही देहरादून जिले में एसपी सिटी की भी जिम्मेदारी संभाल चुकी है. पौड़ी जिले में बेहतर कार्य करने के चलते एसएसपी श्वेता चौबे का चयन राष्ट्रीय पदक के लिए साल 2024 में हुआ. श्वेता चौबे के पति मणिकांत मिश्रा वर्तमान में एसडीआरएफ में बतौर कमांडेंट तैनात हैं.

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Last Updated :Mar 9, 2024, 12:24 PM IST
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