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Exclusive: लातेहार में मनरेगा घोटाला! जेल में बंद कैदी के नाम से भी निकल गई मजदूरी की राशि, नाबालिगों के नाम भी निकासी - MGNREGA scam in Latehar

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : May 30, 2024, 6:42 PM IST

Updated : May 30, 2024, 6:56 PM IST

Prisoner MGNREGA worker in Latehar. लातेहार में मनरेगा घोटाला सामने आया है. यहां पर जेल में बंद कैदी के नाम से भी मजदूरी की राशि निकाली गई है, वहीं नाबालिगों को भी मनरेगा मजदूर बनाकर निकासी की गई है.

Prisoner MGNREGA worker in Latehar
डिजाइन इमेज (ईटीवी भारत)

लातेहार: मनरेगा योजना कागजों में भले ही मजदूरों को रोजगार देने की गारंटी देने वाली योजना है, परंतु वर्तमान में इस योजना की स्थिति ऐसी हो गई है कि यह भ्रष्टाचार की गारंटी की योजना बन गई है. ताजा उदाहरण लातेहार जिले के सीसी पंचायत में देखने को मिल रही है. यहां मनरेगा घोटाला का आलम यह है कि जेल में बंद कैदी के नाम से भी मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है.

लातेहार में मनरेगा घोटाला पर रिपोर्ट (ईटीवी भारत)

दरअसल, लातेहार जिले के सीसी पंचायत में मनरेगा योजना के फर्जीवाड़े का एक बड़ा मामला सामने आया है. यहां फर्जी रूप से मनरेगा योजना कागजों पर संचालित कर बड़े पैमाने पर राशि का बंदरबांट किया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव में 600 से अधिक योजनाएं स्वीकृत दिखाई जा रही हैं. परंतु धरातल पर काम दिखता ही नहीं.

गंभीर बात तो यह है कि जिन लाभुकों के नाम से योजनाओं की स्वीकृति दी गई है, उन लाभुकों को भी इसकी जानकारी नहीं है. ग्रामीण समृद्ध सिंह, मरांडी सिंह, रूपलाल सिंह समेत कई ऐसे लाभुक है जिनके नाम पर फर्जी तरीके से सिर्फ कागज पर ही योजनाओं का संचालन कर फर्जी मजदूरों के नाम से मजदूरी की राशि निकाल दी जा रही है.

Prisoner MGNREGA worker in Latehar
सीसी पंचायत का बरियातू गांव, जहां कागजों में ही पूरा हो गया मनरेगा योजना का काम (ईटीवी भारत)
जेल में बंद कैदी के नाम पर भी निकाल दी गई मजदूरी की राशि

मनरेगा योजना में घोटाले का आलम यह है कि बरियातू गांव निवासी सोनू कुमार सिंह नामक व्यक्ति के नाम से भी मनरेगा योजना में मजदूरी की राशि निकाली गई है. सोनू सिंह 5 मई 2023 को जेल गया था और 1 जुलाई तक जेल में था. परंतु 17 मई 2023 से लगातार 15 दिनों तक उसके नाम से डिमांड खोला गया और सोनू कुमार सिंह को मनरेगा योजना में मजदूरी करने के एवज में खाते में मजदूरी भुगतान कर दी गई. इसी प्रकार दो नाबालिग मजदूरों के नाम से भी फर्जी रूप से मनरेगा मजदूर बनाकर पैसे की निकासी की गई है. जबकि दोनों की उम्र लगभग 12 से 13 वर्ष है.

Prisoner MGNREGA worker in Latehar
इस योजना के नाम पर दो पंचायत से निकल गई है राशि (ईटीवी भारत)
फर्जी योजनाओं की निकाली पूरी फाइल

ग्रामीण विजय सिंह, स्थानीय ग्रामीण राम सिंह, पूर्व वार्ड सदस्य ईश्वरी प्रजापति, स्थानीय ग्रामीण अविनाश पासवान आदि ने बताया कि पंचायत में हुए फर्जी योजनाओं की पूरी लिस्ट निकाल ली गई है. ग्रामीणों ने बताया कि पूरे पंचायत में मनरेगा योजना में जमकर भ्रष्टाचार की गई है. ग्रामीणों ने बताया कि कई मामले तो ऐसे भी आए हैं, जहां एक ही योजना को दो अलग-अलग पंचायत के द्वारा अपनी-अपनी योजना दिखाकर पैसे का बंदरबांट किया गया है.

टीसीबी निर्माण के नाम पर जेल में बंद कैदी के अलावे नाबालिग बच्चों के नाम पर भी फर्जी आईडी बनाकर पैसे की निकासी की गई है. इसके अलावा शहरी क्षेत्र के रहने वाले दर्जनों लोगों का फर्जी आईडी बनाकर मनरेगा मजदूर दिखाते हुए उनके नाम से पैसे की निकासी की गई है.

Prisoner MGNREGA worker in Latehar
मनरेगा में हुए फर्जीवाड़े का विरोध करते सीसी पंचायत के ग्रामीण (ईटीवी भारत)
डीसी को दिया ज्ञापन

इधर, मामले की जांच को लेकर स्थानीय लोगों ने लातेहार डीसी गरिमा सिंह को ज्ञापन सौंपा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसी गरिमा सिंह ने इसकी जांच के लिए डीडीसी लातेहार को निर्देश है. साथ ही तीन दिनों के अंदर पूरे मामले की जांच कर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. मजदूरों को रोजगार की गारंटी देने वाली योजना को भ्रष्टाचार की गारंटी बना देने वाले दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग ग्रामीणों के द्वारा की जा रही है.

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लातेहार: मनरेगा योजना कागजों में भले ही मजदूरों को रोजगार देने की गारंटी देने वाली योजना है, परंतु वर्तमान में इस योजना की स्थिति ऐसी हो गई है कि यह भ्रष्टाचार की गारंटी की योजना बन गई है. ताजा उदाहरण लातेहार जिले के सीसी पंचायत में देखने को मिल रही है. यहां मनरेगा घोटाला का आलम यह है कि जेल में बंद कैदी के नाम से भी मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है.

लातेहार में मनरेगा घोटाला पर रिपोर्ट (ईटीवी भारत)

दरअसल, लातेहार जिले के सीसी पंचायत में मनरेगा योजना के फर्जीवाड़े का एक बड़ा मामला सामने आया है. यहां फर्जी रूप से मनरेगा योजना कागजों पर संचालित कर बड़े पैमाने पर राशि का बंदरबांट किया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव में 600 से अधिक योजनाएं स्वीकृत दिखाई जा रही हैं. परंतु धरातल पर काम दिखता ही नहीं.

गंभीर बात तो यह है कि जिन लाभुकों के नाम से योजनाओं की स्वीकृति दी गई है, उन लाभुकों को भी इसकी जानकारी नहीं है. ग्रामीण समृद्ध सिंह, मरांडी सिंह, रूपलाल सिंह समेत कई ऐसे लाभुक है जिनके नाम पर फर्जी तरीके से सिर्फ कागज पर ही योजनाओं का संचालन कर फर्जी मजदूरों के नाम से मजदूरी की राशि निकाल दी जा रही है.

Prisoner MGNREGA worker in Latehar
सीसी पंचायत का बरियातू गांव, जहां कागजों में ही पूरा हो गया मनरेगा योजना का काम (ईटीवी भारत)
जेल में बंद कैदी के नाम पर भी निकाल दी गई मजदूरी की राशि

मनरेगा योजना में घोटाले का आलम यह है कि बरियातू गांव निवासी सोनू कुमार सिंह नामक व्यक्ति के नाम से भी मनरेगा योजना में मजदूरी की राशि निकाली गई है. सोनू सिंह 5 मई 2023 को जेल गया था और 1 जुलाई तक जेल में था. परंतु 17 मई 2023 से लगातार 15 दिनों तक उसके नाम से डिमांड खोला गया और सोनू कुमार सिंह को मनरेगा योजना में मजदूरी करने के एवज में खाते में मजदूरी भुगतान कर दी गई. इसी प्रकार दो नाबालिग मजदूरों के नाम से भी फर्जी रूप से मनरेगा मजदूर बनाकर पैसे की निकासी की गई है. जबकि दोनों की उम्र लगभग 12 से 13 वर्ष है.

Prisoner MGNREGA worker in Latehar
इस योजना के नाम पर दो पंचायत से निकल गई है राशि (ईटीवी भारत)
फर्जी योजनाओं की निकाली पूरी फाइल

ग्रामीण विजय सिंह, स्थानीय ग्रामीण राम सिंह, पूर्व वार्ड सदस्य ईश्वरी प्रजापति, स्थानीय ग्रामीण अविनाश पासवान आदि ने बताया कि पंचायत में हुए फर्जी योजनाओं की पूरी लिस्ट निकाल ली गई है. ग्रामीणों ने बताया कि पूरे पंचायत में मनरेगा योजना में जमकर भ्रष्टाचार की गई है. ग्रामीणों ने बताया कि कई मामले तो ऐसे भी आए हैं, जहां एक ही योजना को दो अलग-अलग पंचायत के द्वारा अपनी-अपनी योजना दिखाकर पैसे का बंदरबांट किया गया है.

टीसीबी निर्माण के नाम पर जेल में बंद कैदी के अलावे नाबालिग बच्चों के नाम पर भी फर्जी आईडी बनाकर पैसे की निकासी की गई है. इसके अलावा शहरी क्षेत्र के रहने वाले दर्जनों लोगों का फर्जी आईडी बनाकर मनरेगा मजदूर दिखाते हुए उनके नाम से पैसे की निकासी की गई है.

Prisoner MGNREGA worker in Latehar
मनरेगा में हुए फर्जीवाड़े का विरोध करते सीसी पंचायत के ग्रामीण (ईटीवी भारत)
डीसी को दिया ज्ञापन

इधर, मामले की जांच को लेकर स्थानीय लोगों ने लातेहार डीसी गरिमा सिंह को ज्ञापन सौंपा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसी गरिमा सिंह ने इसकी जांच के लिए डीडीसी लातेहार को निर्देश है. साथ ही तीन दिनों के अंदर पूरे मामले की जांच कर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. मजदूरों को रोजगार की गारंटी देने वाली योजना को भ्रष्टाचार की गारंटी बना देने वाले दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग ग्रामीणों के द्वारा की जा रही है.

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Last Updated : May 30, 2024, 6:56 PM IST
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