नई दिल्ली : मीसा भारती के बयान पर बीजेपी काफी आक्रामक है. मीसा ने पहले भी एक निजी इंटरव्यू में पीएम को जेल भिजवाने की बात कर चुकी हैं. बीजेपी का कहना है कि चुनाव से पहले ही विपक्ष हार मान चुका है और वही बौखलाहट उनके बयानों में दिख रही है.
बिहार में तो इस मुद्दे पर सियासत जारी है ही, बीजेपी ने इस मुद्दे को राष्ट्रीय प्लेटफार्म से भी उठाया है. बीजेपी ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मीसा भारती पीएम नरेंद्र मोदी को जेल भेजने की बात करती हैं यह विपक्ष की हताशा और निराशा को बताता है. उन्होंने पीएम की बात को भी दोहराते हुए कहा कि 'पूरे देश में बहुसंख्यक को चिढ़ाने पर सवाल उठाया जा रहा है. आरजेडी के नेता राम चरित मानस को जलाने की बात करते है. आरजेडी के नेता हमारी जीवन शैली पर मजाक कर रहे हैं. जनता इसका जवाब देगी.'
'चुनाव बाद सबका हिसाब होगा': वहीं, बिहार के नेता भी इस बयान पर आक्रामक हैं. बिहार के मंत्री विजय सिंह ने तो यह तक कहा कि 'कौन बेल पर और कौन जेल जाएगा, चुनाव के बाद सबका हिसाब होगा.'
'ऐसे आरोप लगाना हास्यापद' : इस मुद्दे पर ईटीवी भारत से बात करते हुए बीजेपी सांसद अनिल अग्रवाल ने कहा कि 'मीसा भारती ने हमारे लोकप्रिय नेता के बारे में जो कहा वो बहुत ही हास्यापद है. ऐसे परिवार के बच्चे पीएम पर आरोप लगा रहे हैं जिनके पिता लालू यादव खुद जेल में रह चुके हैं और बेल पर हैं.
उन्होंने कहा कि 'देश के ऐसे प्रधानमंत्री जिनपर किसी भी तरह का आरोप नहीं है उन पर ऐसे आरोप लगाना बहुत ही हास्यापद है, जिसका जवाब चुनाव में जनता देगी.'
यदि पहले भी देखा जाए तो पीएम के परिवार पर विपक्ष ने सवाल उठाया था जिसका जवाब खुद पीएम ने 'मोदी का परिवार' देकर इसे इस चुनाव का मुख्य नारा ही बना दिया. इसी तरह कांग्रेस नेता मणिशंकर के 'चायवाला' बयान और कांग्रेस की तरफ से 'चौकीदार चोर है' के बयान ने बीजेपी को काफी सहानुभूति दिलाई और अब बीजेपी मीसा के इस बयान को भी तूल दे रही है. हालांकि अपने बयान पे बवाल होते ही मीसा ने यू टर्न ले लिया, मगर तीर कमान से तबतक निकल चुका था और इसका फायदा बीजेपी ले चुकी थी. पार्टी जितनी आक्रामक है, उम्मीद है कि इसपर आगे भी ध्यान दिलाती रहेगी.