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मां ने लोन नहीं चुकाया तो बच्चे को बनाया बंधक, झारखंड में माइक्रो फाइनेंस कंपनी के मैनेजर ने बच्चे से धुलवाए बर्तन, शराब की बोतलें भी उठवाई

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Mar 9, 2024, 12:10 PM IST

Updated : Mar 9, 2024, 1:00 PM IST

Child hostage for not repaying loan in Garhwa. झारखंड के गढ़वा में एक महिला ने आरोप लगाया है कि लोन नहीं चुकाने पर एक माइक्रोफाइनेंस कंपनी के बैंक मैनेजर ने बच्चे को 14 दिनों तक बंधक बनाकर रखा. बच्चे के साथ दुर्व्यवहार किया. उससे शराब की बोतलें भी उठवाई. पुलिस ने आरोपी बैंक मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है. कंपनी ने मैनेजर को सस्पेंड कर दिया है.

Child hostage for not repaying loan
Child hostage for not repaying loan

पलामू: झारखंड के गढ़वा के भवनाथपुर इलाके में कर्ज नहीं चुकाने पर एक बच्चे को कथित तौर पर 14 दिनों तक बंधक बनाये जाने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. पूरे मामले में माइक्रो फाइनेंस कंपनी ने भी कार्रवाई करते हुए आरोपी बैंक मैनेजर को सस्पेंड कर दिया है और पूरे मामले की आंतरिक जांच भी करा रही है. कंपनी ने पूरे मामले को लेकर झारखंड के डीजीपी और गढ़वा एसपी को पत्र भी लिखा है. कंपनी का कहना है कि यह घटना बैंक मैनेजर के निजी स्तर पर हुई है. इस बीच सीडब्ल्यूसी ने भी पूरे मामले की अलग से जांच शुरू कर दी है. पुलिस टीम आरोपी बैंक मैनेजर से पूछताछ कर रही है.

बच्चे से उठवाई गई जूठे बर्तन और शराब की बोतलें

दरअसल, गढ़वा के भवनाथपुर इलाके में माइक्रो फाइनेंस कंपनी के मैनेजर और अन्य कर्मचारियों ने लोन नहीं चुकाने पर एक बच्चे को बंधक बना लिया था. इस दौरान बच्चे से जूठे बर्तन और शराब की बोतलें उठवाईं गईं. साथ ही बच्चे की आंखें और किडनी बेचने की धमकी भी दी गई. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी बैंक मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी फरार हो गया है.

इस बीच, पूरे मामले में गढ़वा पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया है, जबकि जांच की जिम्मेदारी बाल कल्याण समिति को भी दी गई है. कंपनी ने पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी बैंक मैनेजर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और उसके खिलाफ आंतरिक जांच भी शुरू कर दी गई है. कंपनी की लीगल टीम की ओर से बताया गया है कि जो भी मामला हुआ है, वह बैंक मैनेजर के निजी स्तर पर हुआ है. मामले की जांच की जा रही है.

कंपनी आरबीआई से पंजीकृत है, जो भी मामला हुआ है वह बैंक मैनेजर के निजी स्तर पर हुआ है, मैनेजर को निलंबित कर दिया गया है, जांच बैठा दी गयी है. - अश्विनी कुमार पारिख, सदस्य, लीगल टीम, माइक्रो फाइनेंस कंपनी

दरअसल, गढ़वा के भवनाथपुर थाना क्षेत्र के रोहनिया निवासी एक महिला ने माइक्रो फाइनेंस कंपनी से 40 हजार रुपये का लोन लिया था. उन्होंने 22 हजार रुपये का कर्ज भी जमा कर दिया था. लेकिन माइक्रो फाइनेंस कंपनी के मैनेजर निगम यादव लगातार महिला पर बकाया रकम लौटाने का दबाव बना रहे थे. एक दिन कंपनी के कर्मचारी महिला के घर गए और उसके बच्चे को अपने साथ ले आए. माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने बच्चे को करीब दो सप्ताह तक अपने पास रखा. इस दौरान बच्चे की आंखें और किडनी बेचने की धमकी देने का भी आरोप लगाया गया है.

स्थानीय ग्रामीणों और महिला ने पूरे मामले की जानकारी गढ़वा पुलिस को दी, जिसके बाद बच्चे को बचाया गया और आरोपी बैंक मैनेजर निगम यादव को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस की ओर से बताया गया कि पूरे मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है.

पुलिस इस मामले में सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. एक विशेष टीम का गठन किया गया है. पूरे मामले की जानकारी सीडब्ल्यूसी को भी दे दी गई है, सीडब्ल्यूसी पूरे मामले में आगे अनुसंधान भी कर रही है.- दीपक कुमार पांडे, गढ़वा एसपी

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Last Updated : Mar 9, 2024, 1:00 PM IST
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