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22 साल बाद चंपावत पहुंचे राज्यपाल गुरमीत सिंह, बनबसा से जुड़ी यादें की ताजा

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Published : Dec 21, 2021, 5:30 PM IST

राज्यपाल गुरमीत सिंह आज अपने बनबसा दौरे पर रहे. उन्होंने बताया कि वो 22 साल के बाद बनबसा आए हैं. साथ ही उन्होंने पुरानी यादों को भी साझा किया. उन्होंने कहा कि वो सीमांत क्षेत्र से भली भांति परिचित हैं, ऐसे में वो यहां के सर्वांगीण विकास का प्रयास करेंगे.

governor gurmeet singh visit banbasa
राज्यपाल गुरमीत सिंह का बनबसा दौरा

खटीमाः राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल रि. गुरमीत सिंह एक दिवसीय दौरे पर चंपावत के बनबसा (governor gurmeet singh visit banbasa) पहुंचे. जहां राज्यपाल गुरमीत सिंह ने आर्मी कैंट का दौरा किया. उसके बाद उन्होंने बनबसा के एनएचपीसी गेस्ट हाउस में सीमांत जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की. साथ ही जिला प्रशासन से सीमांत क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों समेत अन्य मुख्य विषयों की जानकारी ली.

राज्यपाल गुरमीत सिंह (uttarakhand governor gurmit singh) ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को भी सुना. मीडिया से रूबरू होते हुए राज्यपाल गुरमीत ने कहा कि वो 22 साल बाद के बाद बनबसा के इलाके में पहुंचे हैं. साल 1997 से लेकर 2000 तक वो बनबसा आर्मी कैंट में कमांडिंग ऑफिसर के पद पर रहे. इसलिए वो इस इलाके से भली-भांति परिचित हैं.

राज्यपाल गुरमीत सिंह का बनबसा दौरा

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उन्होंने बनबसा में स्थानीय अधिकारियों से मिलकर इस इलाके के विकास संबंधी अनेक विषयों पर चर्चा की है. साथ ही विभिन्न विषयों पर जानकारियां भी ली हैं. चंपावत जिले से उनका पुराना संबंध रहा है. इसलिए वो चाहते हैं कि इस इलाके का सर्वांगीण विकास हो. जिसके लिए वो एक राज्यपाल के रूप में हर संभव प्रयास करेंगे. उनके सामने जो भी समस्याएं आई हैं, अपने स्तर से देहरादून पहुंच उनके निस्तारण का प्रयास भी करेंगे.

3 साल आर्मी अफसर के रूप में की सेवा, अब राज्यपाल बनकर करेंगे सेवाःवहीं, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल रि. गुरमीत सिंह ने कहा कि जिस प्रदेश में उन्होंने तीन साल एक आर्मी अफसर के रूप में सेना में कार्य किया हो, वो आज एक राज्यपाल की हैसियत से उस प्रदेश में पुनः सेवा करने को वापस आए हैं. मां पूर्णागिरि और नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब से उनकी अरदास है कि राज्यपाल के रूप में वो हर उत्तराखंडी की सेवा कर सकें.

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