रुद्रप्रयाग: जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी ने कालीमठ घाटी के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर जन समस्याएं सुनीं. इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि क्षेत्र की हर समस्या के निराकरण के लिए सामूहिक पहल की जायेगी.
जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने ग्रामीणों से कहा कि कालीमठ घाटी में तीर्थाटन व पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं. चैमासी-खाम-मनणी, चैमासी-खाम-केदारनाथ पैदल ट्रैकों को विकसित कर घाटी में होम स्टे योजना को बढ़ावा दिया जा सकता है. उनके कालीमठ घाटी आगमन पर जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया. वहीं, सुमंत तिवारी ने कालीमठ, कविल्ठा, कोटमा, जाल तल्ला, जाल मल्ला आदि गावों का भ्रमण किया.
कालीमठ क्षेत्र पंचायत सदस्य राकेश राणा ने बताया कि 16-17 जून 2013 को सरस्वती नदी में उफान आने के कारण दलीप सिंह व नरेंद्र सिंह के मकान क्षतिग्रस्त हो गये थे. लेकिन आज तक दोनों परिवारों का विस्थापन नहीं हो पाया है.