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नगर पंचायत अगस्त्यमुनि ने तीसरे साल भी रचा इतिहास, अटल निर्मल पुरस्कार में प्रथम स्थान किया हासिल

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Published : Dec 31, 2021, 6:01 PM IST

बीते तीन सालों से नगर पंचायत अगस्त्यमुनि स्वच्छता के क्षेत्र में बेहतर काम कर रही है. इस साल भी नगर पंचायत अगस्त्यमुनि ने अटल निर्मल पुरस्कार में प्रथम स्थान हासिल किया है.

Nagar Panchayat Agastyamuni
Nagar Panchayat Agastyamuni

रुद्रप्रयाग:स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की रेटिंग में नगर पंचायत अगस्त्यमुनि ने एक बार फिर टॉप पर जगह बनाकर इतिहास रचा है. नगर पंचायत अगस्त्यमुनि ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के तहत अटल निर्मल पुरस्कार में प्रथम स्थान किया हासिल. इसके पहले स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में नगर पंचायत अगस्त्यमुनि को बेस्ट सिटी इन सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट इन नॉर्थ जोन के लिए राष्ट्रपति ने सम्मानित किया था.

बीते तीन सालों से नगर पंचायत अगस्त्यमुनि स्वच्छता के क्षेत्र में बेहतर काम कर रही है. सितंबर 2019 में अटल निर्मल नगर पुरस्कार के लिए चयनित होने पर मुख्यमंत्री ने 10 लाख का पुरस्कार और 50 लाख अवस्थापना मद में दिए थे. वर्ष 2020 में अटल निर्मल पुरस्कार के तहत नगर पंचायत अगस्त्यमुनि तृतीय श्रेणी में आने पर 5 लाख पुरस्कार और 20 लाख अवस्थापना मद में प्राप्त हुए थे. इसी तरह साल 2021 में प्रथम पुरस्कार के रूप में 10 लाख का ड्राफ्ट और 50 लाख अवस्थापना मद में आवंटित होने से नगर पंचायत के कार्यों को पहचान मिली है.

व्यापार संघ अध्यक्ष अगस्त्यमुनि नवीन बिष्ट ने कहा कि नगर पंचायत द्वारा नगर में सफाई व्यवस्था जिस बेहतर ढंग से की जा रही है, वह प्रशंसनीय है. व्यापारियों द्वारा नगर को साफ-सुथरा रखने के लिए हरसंभव प्रयास व सहयोग किया जा रहा है.

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नगर पंचायत अध्यक्ष अरुणा बेंजवाल ने बताया कि नगर पंचायत में संसाधनों की कमी के बावजूद नगर पंचायत कर्मचारियों और पर्यावरण मित्रों ने लगातार कार्य करके नगर का मान बढ़ाया है. नगर पंचायत गठन के 8 साल बाद भी कूड़ा निस्तारण के लिए जगह की व्यवस्था नहीं थी. तब भी लगातार यह कार्य किया गया. नगर पंचायत ने कूड़े की छंटनी करके बिक्री से नगर पंचायत की आय में वृद्धि करने का भी काम किया गया.

उन्होंने बताया कि डंपिंग जोन और कूड़ा निस्तारण के लिए भूमि चयन प्रक्रिया गतिमान है. पिछले तीन साल में नगर पंचायत ने शहर का कूड़ा एकत्रित कर उसे बेचकर लाखों रुपए कमाए है. नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी हरेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि नगर पंचायत के अंतर्गत 26 पर्यावरण मित्र कार्य कर रहे हैं. नगर पंचायत के वार्डों में घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित किया जाता है और फिर उसकी छंटनी कर जैविक-अजैविक कूड़े का निस्तारण किया जाता है. जैविक कूड़े को कंपोस्ट पिट में डालकर उसकी खाद बनाई जाती है और अजैविक कूड़ा नगर पंचायत के शैल्टर में लाकर छंटनी कर कबाड़ी को बेचा जाता है. इस तरह कूड़े में प्राप्त प्लास्टिक को नेप्रा ग्रुप राजस्थान को फ्री में दिया जाता है.

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नगर पंचायत के शेल्टर में कॉम्पैक्टर मशीन में इस कूड़े को डालकर उसकी बाल्टी बनाई जाती है और तभी वह सप्लाई की जाती है. नेप्रा ग्रुप नगर पंचायत को इस कार्य के लिए प्रमाण पत्र भी देता है. नगर पंचायत क्षेत्र में पर्यावरण मित्र सुबह और शाम दो समय सफाई करते हैं. इसमें जनता का भी बड़ा योगदान है. लोग अब स्वयं कूड़े को अलग-अलग करके रख रह रहे हैं.

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