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केदारनाथ में ईशानेश्वर भगवान का मंदिर तैयार, आपदा के 10 साल बाद बना भोलेनाथ के गुरु का वासस्थल

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Published : Jun 13, 2023, 10:20 PM IST

साल 2013 में केदारनाथ में आपदा में भारी तबाही मचाई थी. जिसमें भगवान शिव के गुरू के रूप में पूजे जाने वाले ईशानेश्वर मंदिर भी धवस्त हो गया था. आपदा के करीब 10 साल बाद ईशानेश्वर भगवान का मंदिर तैयार हो गया है. आज से विधिवत प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम भी शुरू हो गया है. जल्द ही श्रद्धालु मंदिर के दर्शन कर सकेंगे.

Ishaneshwar Temple Kedarnath
ईशानेश्वर भगवान का मंदिर

रुद्रप्रयागः केदारनाथ आपदा के 10 साल बाद आखिरकार भगवान शिव के गुरु के रूप में पूजे जाने वाले ईशानेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण हो गया है. यह मंदिर बाबा केदार के मंदिर के पास ही बनाया गया है. गुजरात के सूरत के एक श्रद्धालु की ओर से इस मंदिर का निर्माण किया गया है. 16-17 जून 2013 की आपदा में ईशानेश्वर महादेव मंदिर ध्वस्त हो गया था. मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा और पूजा का कार्यक्रम शुरू हो गया है. दो दिन बाद भक्त भी इस मंदिर में दर्शन कर सकेंगे.

बाबा केदार केदार के गुरु के रूप में पूजे जाते हैं ईशानेश्वरःविश्व विख्यात केदारनाथ धाम में बाबा केदार केदार के साथ ही महादेव के गुरु के रूप में पूजे जाने वाले भगवान ईशानेश्वर की पूजा-अर्चना भी होती है. ईशानेश्वर को ईशान कोण के रूप में भी पूजा जाता है. केदारनाथ मंदिर के वास्तु यही ईशानेश्वर भगवान हैं. 16 और 17 जून 2013 की केदारनाथ आपदा के समय भगवान ईशानेश्वर का मंदिर भी क्षतिग्रस्त हो गया था.

केदारनाथ में ईशानेश्वर भगवान का मंदिर तैयार

आपदा के दस सालों बाद गुजरात के एक सोलंकी परिवार की ओर से मंदिर के दोबारा निर्माण के लिए बदरी केदार मंदिर समिति को आर्थिक सहायता दी गई. अब यह मंदिर बनकर तैयार हो गया है. कुछ दिनों पहले मंदिर में लिंग स्थापना के लिए पूजा-अर्चना के साथ लिंग लाया गया. आज से मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा और हवन का कार्य शुरू हो गया है. तीन दिनों तक चलने वाली पूजा के बाद भक्त भी इस मंदिर में दर्शन कर सकते हैं.

जल्द श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शनःकेदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के महामंत्री अंकित सेमवाल ने बताया कि आपदा के दस सालों के बाद भगवान शिव के गुरु के रूप में पूजे जाने वाले ईशानेश्वर मंदिर का निर्माण हो गया है. मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा पूजा का आयोजन चल रहा है. जल्द ही भक्त भी यहां दर्शन कर सकेंगे.
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समस्त वास्तु दोषों को दूर करते हैं भगवान ईशानेश्वरः बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय की मौजूदगी में आचार्य विद्वानों ने भगवान ईशानेश्वर मंदिर की प्रतिष्ठा कार्यक्रम का शुभारंभ किया. 15 जून गुरुवार को यज्ञ हवन के बाद विधिवत देव मूर्तियां मंदिर में प्रतिष्ठापित हो जाएंगी. इसी के साथ ईशानेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना और दर्शन शुरू हो जाएंगे. केदारनाथ धाम में उत्तर-पूर्व दिशा ईशान के दिगपाल भगवान ईशानेश्वर को 11वें रूद्र का अवतार माना जाता है.

ईशानेश्वर मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू

केदारनाथ आपदा में ईशानेश्वर मंदिर हुआ था ध्वस्तःमाना जाता है कि ईशानेश्वर भगवान वास्तु दोषों को दूर करते हैं. बाबा केदार से पहले ईशानेश्वर भगवान की पूजा और भोग लगाए जाने की परंपरा है. साल 2013 की केदारनाथ आपदा में ईशानेश्वर मंदिर पूरी तरह तबाह हो गया था. ऐसे में लगातार ईशानेश्वर मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग की जा रही थी. केदारनाथ यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने ईशानेश्वर मंदिर के पुनर्निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किए जाने की बात कही थी.

बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बीते साल मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए दानदाताओं से भी अपील की थी और आर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने उत्तर-पूर्व अर्थात ईशान दिशा का सर्वेक्षण किया था. उसके बाद डेढ़ करोड़ की लागत से एक दान दाता मनोज सोलंकी ने भव्य ईशानेश्वर मंदिर का पुनर्निर्माण किया है.

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