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मिलावटखोर सक्रिय, पनीर में डिटर्जेंट पाउडर और देसी घी में वनस्पति तेल मिलावट बिगाड़ रहे आपकी सेहत

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 29, 2023, 12:42 PM IST

Haldwani Food Department Action त्यौहारी सीजन में मार्केट से खाने-पीने की चीजों की शॉपिंग सावधानी से करें. क्योंकि त्यौहारी सीजन नजदीक आते ही मिलावटखोर भी सक्रिय हो गए हैं. जो पनीर में डिटर्जेंट पाउडर और देसी घी में वनस्पति तेल मिलावट आपकी सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं.

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खाद्य सुरक्षा विभाग लगातार कर रहा कार्रवाई

हल्द्वानी: त्यौहारों की सीजन सामने आते ही मिलावटखोर भी सक्रिय हो जाते हैं. जो लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं. वहीं मिलावटखोरी रोकने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने भी कमर कस ली है. साथ ही छापेमारी कर तमाम दुकानों से सैंपल लिए जा रहे हैं.

गौर हो कि मिलावटखोर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं. इसका खुलासा खुद खाद्य सुरक्षा विभाग ने किया है. जहां हल्द्वानी में पनीर में डिटर्जेंट पाउडर और देसी घी में वनस्पति तेल मिलाया जा रहा है. बेसन में चावल का आटा और दूध में पानी मिलाकर लोगों के सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है. मामला खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमों ने जब सैंपल लेकर जांच की तो मामले उजागर हुआ है. ऐसे में खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिलावट करने वाले व्यापारियों को नोटिस दिया गया. साथ ही पनीर और घी के नमूने दोबारा भरकर जांच के लिए रुद्रपुर लैब भेजे गए है.जांच में पुष्टि होने पर संबंधित डेयरी स्वामी पर खाद्य संरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि रक्षाबंधन और दीपावली के त्यौहार के मध्यनजर खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा छापेमारी कर खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस वर्ष अप्रैल से अभी तक करीब 200 खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए गए हैं. जिसमें करीब 150 सैंपल के रिपोर्ट सामने आई हैं, जिसमें 12 सैंपल अधोमानक, जबकि एक सैंपल सुरक्षित पाया गया है. उन्होंने बताया कि मिलावट को लेकर विभाग गंभीर है. समय-समय पर छापेमारी अभियान चलाकर खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग की जा रहा है. विभाग ने बड़े स्तर पर मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई की है. जिसका नतीजा है कि 382 मामले अपर जिलाधिकारी कोर्ट में विचाराधीन हैं, जिसका निस्तारण होना है. तीन मामले सीजेएम कोर्ट में चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस महीने दिए गए सैंपल में बेसन में चावल के आटे की, दूध में पानी की मिलावट और पनीर में फैट कम पाया गया है, जिनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.

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