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मेजर राजेश का किस्सा सुन गौरव से चौड़ा हो जाएगा सीना, कई गोलियां खाकर भी दुश्मनों के बंकरों को उड़ाया

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Published : Jul 26, 2023, 6:17 PM IST

Updated : Jul 26, 2023, 10:56 PM IST

साल 1999 के कारगिल युद्ध में उत्तराखंड के 75 जांबाज बेटों ने देश की हिफाजत के खातिर अपनी जान कुर्बान कर दी थी. इनमें एक नाम नैनीताल के मेजर राजेश अधिकारी भी शामिल है. जिनकी वीरता की कहानी सुनकर सभी का सीना गर्व से फूल जाता है. राजेश अधिकारी ने खुद गोली से छलनी होकर भी दुश्मनों के बंकर तबाह कर दिए थे. इतना ही नहीं प्वाइंट 4590 पर कब्जा कर शहीद हो गए थे.

Major Rajesh Adhikari
शहीद मेजर राजेश अधिकारी

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने शहीद मेजर राजेश अधिकारी को किया नमन

नैनीतालःकारगिल युद्ध में अपनी शहादत देने वाले शहीद मेजर राजेश अधिकारी आज भी नैनीताल वासियों के दिलों में जिंदा है. भले ही आज कारगिल युद्ध को 24 साल पूरे हो गए हों, लेकिन आज भी उस युद्ध की यादें लोगों के सीने में ज्यों की त्यों बसी हुई है. आज भी लोग कारगिल युद्ध के उस मंजर को याद कर सिहर उठते हैं, जिसमें उत्तराखंड ने करीब 75 जांबाज बेटे खोए थे. इनमें नैनीताल के मेजर राजेश अधिकारी भी शामिल थे. जिन्होंने घायल होने के बाद भी दुश्मनों के बंकर को तबाह कर कब्जा जमाया था.

शहीद मेजर राजेश अधिकारी

राजेश अधिकारी ने परिजनों को बताई थी बमबारी की बातःकारगिल युद्ध 1999 के दौरान राजेश अधिकारी ने अपनी भाभी करुणा अधिकारी से अंतिम बार बात भी की थी. करुणा अधिकारी के मुताबिक, राजेश ने बताया था कि टाइगर हिल पर कब्जा जमाए बैठे पाकिस्तानी लगातार बमबारी कर रहे हैं और लगातार गोलियां चला रहे हैं. चोटी पर चढ़कर दुश्मन के ठिकानों को बर्बाद करना ही भारतीय सेना का पहला लक्ष्य है.

दुश्मन बरसा रहा था गोली, आगे बढ़ते गए मेजर राजेश अधिकारीःउधर, भारतीय सेना ने इसके लिए सबसे पहले तोलोलिंग से घुसपैठियों का कब्जा हटाने की योजना बनाई. दुश्मन 15 हजार फीट की ऊंचाई पर बैठा गोलियां बरसा रहा था. जिस पर काबू पाने के लिए मेजर राजेश सिंह अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई. इसके बाद वो अपनी बटालियन के साथ दुश्मन पर फतह हासिल करने के लिए निकले.

कारगिल युद्ध के हीरो

मेजर राजेश सिंह अधिकारी ने अपनी यूनिट के साथ चढ़ाई की और पाकिस्तानी घुसपैठियों के बंकर को रॉकेट लॉन्‍चर से उलझाए रखा. राजेश अधिकारी को मौका मिला तो उन्होंने बंकर को तबाह कर दिया और कई पाकिस्तानी घुसपैठियों को भी मार गिराया.इस दौरान पाकिस्तानियों की गोली लगने से मेजर गंभीर रूप से घायल हो गए. गोली लगने के बाद भी मेजर बहादुरी से लडते रहे. घायल होने के बाद भी मेजर राजेश अधिकारी ने कई घुसपैठियों को मार कर उनके ठिकानों पर कब्जा कर लिया.
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दुश्मनों के बंकरों को उड़ाया, प्वाइंट 4590 पर कब्जा कर हो गए शहीदःराजेश अधिकारी के भाई श्याम सुंदर सिंह अधिकारी बताते हैं कि 18 ग्रिनेडियर के मेजर राजेश सिंह अधिकारी ने टोलोलिंग पर 30 मई को अपनी कंपनी के साथ चढ़ाई शुरू की थी. 15 हजार फुट की ऊंचाई पर भारी बर्फ के बीच दुश्मन ने मशीन गन से उन पर धावा बोला. गंभीर रूप से जख्मी हालत में दो बंकर ध्वस्त कर मेजर अधिकारी ने प्वाइंट 4590 पर कब्जा किया. जिसके बाद मेजर राजेश सिंह अधिकारी इस जंग में शहीद हो गए.

मरणोपरांत राजेश अधिकारी को महावीर चक्र मिलाःमेजर अधिकारी के इस वीरता और बलिदान के लिए उन्हें महावीर चक्र से सम्मानित किया गया. राजेश ने कारगिल की उस जंग में देश के इतिहास में एक अमिट छाप छोड़ी और जो अब तक की सबसे बड़ी जंग साबित हुई. इस युद्ध में राजेश अधिकारी ने अपना बलिदान दिया. उन्होंने कारगिल युद्ध में दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए थे.

रेखा आर्य ने शहीद मेजर राजेश अधिकारी को किया नमन

बचपन से ही सेना के प्रति आकर्षित थे मेजर राजेश अधिकारीःशहीद मेजर राजेश अधिकारी का जन्म 25 दिसंबर 1970 को नैनीताल में हुआ था. राजेश की स्कूली शिक्षा नैनीताल के बिशप शाॅ, सेट जोसफ, जीआईसी से हुई. जिसके बाद मेजर ने नैनीताल के डीएसबी कॉलेज से बीएससी की परीक्षा पास की. उनका चयन आईएमए देहरादून के लिए हो गया. स्कूल के समय से ही राजेश का सेना के प्रति जो जब्जा था, वो उन्हें प्रतिष्ठित भारतीय सैन्य अकादमी में ले आया. 11 दिसंबर 1993 को मेजर राजेश सिंह अधिकारी भारतीय सैन्य अकादमी से ग्रेनेडियर में कमिशन हुए थे.
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कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने शहीद मेजर राजेश अधिकारी को किया नमनःकारगिल विजय दिवस की 24 वीं वर्षगांठ पर शहीद मेजर राजेश अधिकारी को याद किया गया. कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य और विधायक सरिता आर्य ने मेजर राजेश अधिकारी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. रेखा आर्य ने कहा कि आज सैनिकों की वजह से सभी देशवासी सुरक्षित हैं. देश के लिए सैनिकों के बलिदान की कहानी अपने बच्चों को सुनाने और इतिहास को बताने की आवश्यकता है. देश भक्ति से बड़ी कोई सेवा नहीं है. सभी लोगों को देश सेवा के लिए आगे आना चाहिए.

Last Updated : Jul 26, 2023, 10:56 PM IST

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