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पीएम केयर्स फंड से उत्तराखंड में बनेंगे 7 ऑक्सीजन प्लांट, सांसद अजय भट्ट ने जताया आभार

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Published : Apr 28, 2021, 8:38 AM IST

उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी है. इसी बीच ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौतों की संख्या में इजाफा हो रहा है.

सांसद अजय भट्ट
सांसद अजय भट्ट

हल्द्वानी:पीएम मोदी के आपात स्थिति नागरिक सहायता और पीएम केयर्स फंड ट्रस्ट से उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में 154.19 मीट्रिक टन क्षमता वाले 162 ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए 201.58 करोड़ रुपये आवंटित हुए हैं. उत्तराखंड में भी 7 प्रेशर स्विंग एडसोपर्शन (पीएसए) चिकित्सा ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की स्थापना होगी. सांसद अजय भट्ट ने प्रधानमंत्री की ओर से उत्तराखंड में दिए गए इन 7 संयंत्रों के लिए आभार जताया है.

सांसद अजय भट्ट ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से पीएम केयर्स फंड के द्वारा राज्य को 7 ऑक्सीजन प्लांट के संयंत्र दिए गए हैं. जिससे आने वाले समय में आपात स्थिति से निपटा जा सकेगा. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड विषम भौगोलिक परिस्थिति वाला प्रदेश है. ऐसे में यहां चिकित्सा क्षेत्र में अत्याधुनिक सुविधाओं की विशेष आवश्यकता है. ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा इस ओर तत्परता से ध्यान देते हुए 201.58 करोड़ रुपये के ऑक्सीजन संयंत्र देशभर में आवंटित किए हैं. जिसमें सात संयंत्र उत्तराखंड राज्य में स्थापित किए जाएंगे. इन संयंत्रों की 3 साल की वारंटी और 7 साल के लिए सीएएमसी शामिल है. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हैं. भविष्य की चिंताओं को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा लिया गया यह सराहनीय कदम है.


सांसद अजय भट्ट ने अपने संसदीय क्षेत्र नैनीताल में अस्पतालों और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की स्थिति पर कहा कि ऑक्सीजन और दवाई की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि अब ऑक्सीजन संबंधी किसी भी प्रकार की परेशानी जिले के अस्पतालों में नहीं होगी. क्योंकि प्रशासन ने पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी उपलब्ध करा दिए गए हैं. यह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर हवा में से 78 फीसदी नाइट्रोजन अलग कर 21 फीसदी ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं. प्रति मिनट 5 से 10 लीटर ऑक्सीजन उत्पादन करता है, जोकि संक्रमित मरीजों के लिए पर्याप्त है.

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इसके अलावा ऑक्सीजन वाहनों की थोड़ी कमी होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन जिला प्रशासन द्वारा उसका समाधान निकाला जा रहा है. वर्तमान समय में सुशीला तिवारी में ज्यादा खपत है, उसकी आपूर्ति भी सुचारू रूप से हो रही है.

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