उत्तराखंड

uttarakhand

हरिद्वार में होटल संचालक मानकों को दिखा रहे ठेंगा, सुरक्षा के लिहाज से भी खतरा!

By

Published : Jun 2, 2022, 8:39 PM IST

हरिद्वार में होटल संचालक मानकों को दरकिनार कर रहे हैं. ज्यादातर होटल तो बिना रजिस्ट्रेशन के ही संचालित हो रही है. अगर फायर फाइटिंग सिस्टम की बात करें तो सिर्फ 60 होटलों ने फायर डिपार्टमेंट से एनओसी ले रखी है. ऐसे में अगर होटलों में आग लगने की घटनाएं होती है तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है.

Haridwar hotel
हरिद्वार होटल

हरिद्वारःधर्मनगरी हरिद्वार में काफी संख्या में छोटे बड़े होटल संचालित हो रहे हैं, लेकिन इनमें से कुछ ही होटल हैं, जो सरकारी मानकों को पूरा कर रहे हैं. हरिद्वार में ज्यादातर होटल बिना रजिस्ट्रेशन और अग्निशमन विभाग की एनओसी के चल रहे हैं. जो न सिर्फ सरकारी राजस्व को घाटा पहुंचा रहे हैं. बल्कि, सुरक्षा के लिए लिहाज से भी खतरा बने हुए हैं.

हरिद्वार में सालभर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. ये श्रद्धालु यहां मौजूद हजारों छोटे बड़े होटल और धर्मशाला में ठहरते हैं. नियमों के अनुसार सभी होटलों को पर्यटन विभाग में पंजीकृत होना जरूरी है, लेकिन हरिद्वार के पर्यटन विभाग में कुल संख्या के एक चौथाई होटल भी रजिस्टर्ड नहीं है. पर्यटन अधिकारी खुद मानते हैं कि यहां मानकों को दरकिनार कर कई लोग होटल कारोबार कर रहे हैं.

हरिद्वार में होटल संचालक मानकों को दिखा रहे ठेंगा.

ये भी पढ़ेंःहरिद्वार में तीर्थयात्रियों से 'OYO' का फर्जीवाड़ा, बुकिंग के बाद भी नहीं मिल रहे होटल में कमरे

होटलों में आग लगने की घटना न हो और ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए फायर फाइटिंग की व्यवस्था भी होटल्स में की जाए. इसके लिए अग्निशमन विभाग की ओर से एनओसी जारी की जाती है, लेकिन ये अपने आप में चौंकाने वाली बात है कि हजारों की तादाद में से सिर्फ 60 होटलों ने फायर डिपार्टमेंट से एनओसी ले रखी है.

ये भी पढ़ेंःदिल्ली की तीन महिला पर्यटकों ने हरिद्वार के होटल कारोबारी पर लगाया बदसलूकी आरोप, मुकदमा दर्ज

वहीं, दोनों विभागों के अधिकारी अपने-अपने दावे कर पल्ला झाड़ते दिख रहे हैं, लेकिन विभागों की लापरवाही से जहां एक ओर मानकों को दरकिनार कर चल रहे होटलों से सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है तो वहीं, यह सुरक्षा के नजरिए से भी जोखिम बने हुए हैं. अब देखने होगा कि मामले में क्या कार्रवाई होती है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details