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हरिद्वार: USAC ने तैयार किया GIS मैप, महाकुंभ के आयोजन में मिलेगी मदद

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Published : Aug 25, 2020, 4:51 PM IST

Updated : Aug 25, 2020, 10:19 PM IST

जीआईएस एक ऐसा सॉफ्टवेयर है. जिसकी सहायता से टारगेट एरिया की मैपिंग की जाती है. ऐसे में 2021 में होने वाले महाकुंभ के चलते धर्मनगरी हरिद्वार के चिन्हित क्षेत्रफल की डिजिटल मैपिंग की गई है, जिसके माध्यम से शासन-प्रशासन के साथ ही श्रद्धालुओं को भी आसपास के स्थानों की जानकारी आसानी से मिल सकेगी.

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हरिद्वार के लिए GIS मैप

देहरादून: साल 2021 में धर्मनगरी हरिद्वार में होने जा रहे हैं महाकुंभ मेले पर भी कोरोना संकट का असर साफ देखा जा सकता है. जहां एक तरफ कोरोना संकटकाल में महाकुंभ 2021 की तैयारियों की रफ्तार भी धीमी पड़ चुकी है, तो वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र की ओर से हरिद्वार महाकुंभ 2021 को मद्देनजर रखते हुए तैयार किया किया है. हालांकि, जीआईएस (ज्योग्राफिकल इनफॉरमेशन सिस्टम) मेप का उपयोग कैसे और कब किया जाएगा. ये शासन-प्रशासन पर ही निर्भर करता है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जीआईएस एक ऐसा सॉफ्टवेयर है. जिसकी सहायता से टारगेट एरिया की मैपिंग की जाती है. ऐसे में 2021 में होने वाले महाकुंभ के चलते धर्मनगरी हरिद्वार के चिन्हित क्षेत्रफल की डिजिटल मैपिंग की गई है, जिसके माध्यम से शासन-प्रशासन के साथ ही श्रद्धालुओं को भी आसपास के स्थानों की जानकारी मिल सकेगी.

USAC ने तैयार किया GIS मैप.

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ईटीवी भारत से बात करते हुए उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के निदेशक डॉ. एमपीएस बिष्ट ने बताया की यूसेक की ओर से मेला अधिकारी दीपक रावत के आग्रह पर जीआईएस मैप तैयारकर पहले ही सौंप दिया गया है, लेकिन कोरोना संकट काल में निकट भविष्य में किस तरह इस मेप का इस्तेमाल किया जाएगा, यह शासन-प्रशासन पर ही निर्भर करेगा. वहीं, यूसेक कुंभ मेले के दौरान शासन-प्रशासन को किसी भी तरह की मदद देने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

Last Updated :Aug 25, 2020, 10:19 PM IST

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