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मसूरी में मैसानिक पार्किंग के नाम पर बड़े घोटाले का आरोप, अवैध आवास और दुकानों का निर्माण

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Published : Sep 15, 2022, 12:49 PM IST

Updated : Sep 15, 2022, 1:07 PM IST

Illegal houses and shops being built big in the name of parking in Mussoorie
मसूरी में मैसानिक पार्किंग के नाम पर बड़े घोटाले का आरोप

मसूरी नगर पालिका में पार्किंग के नाम पर बड़ा घोटाला हो रहा है. यहां मैसानिक लॉज पार्किंग की जगह नियमों को ताक पर रखकर आवास और दुकानें बनाई जा रही हैं. इसका भाजपा और कांग्रेस दोनों विरोध कर रहे हैं. मसूरी के तमाम नेताओं ने पार्किंग घोटाले को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.

मसूरी: नगर पालिका ने मसूरी पिक्चर पैलैस मैसानिक लॉज पर 2009-10 में करीब 200 गाड़ियों के पार्किग के निर्माण का काम शुरू किया था. पार्किग का निर्माण शुरू होते ही विवादों में घिर गई. अब नियमों को ताख पर रखकर मैसानिक लॉज पार्किंग पर आवास बनाये जा रहे हैं. जिसको लेकर पूर्व में ही मसूरी के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री से लेकर उच्च अधिकारियों से शिकायत की. क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को भी इस संबंध में अवगत करवाया गया है. मगर आज तक नतीजा सिफर ही निकला.

2009 में रखी गई थी पार्किंग की नींव: बता दें मसूरी में पार्किंग की समस्या को देखते हुए माल रोड के आसपास मसूरी पिक्चर पैलेस मैसानिक लॉज बस स्टैंड पर पार्किंग का निर्माण को लेकर पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल द्वारा 2009-10 में इसकी नींव रखी गई थी. तब कई तकनीकी खामियां होने के कारण इसका निर्माण रोक दिया गया था. 2014 में पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने मसूरी पालिका का कार्यभार संभाला. उन्होंने भी मसूरी पिक्चर पैलैस मैसानिक लॉज की पार्किंग निर्माण में तकनीकी खामियां होने के कारण पार्किंग निर्माण का कार्य आगे नहीं बढ़ाया. वहीं, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल द्वारा तैयार किए गए ढांचे को भी ध्वस्त करने के निर्देश उन्होंने दिये. इसके बाद भी ढांचा ध्वस्त नहीं किया गया.

मसूरी में मैसानिक पार्किंग के नाम पर बड़े घोटाले का आरोप

2018 में वर्तमान पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता पालिकाध्यक्ष बने. आरोप है कि उनके द्वारा बड़े नियोजित तरीके से पूर्व में खड़े ढांचे पर ही पार्किंग का निर्माण का हवाला देते हुए निर्माण शुरू कर दिया गया. कछुआ गति से चल रहे इस काम को आगे बढ़ाते हुए अब यहां नियमों को ताख पर रखकर पार्किंग को एकाएक आवास में तब्दील कर दिया गया है.
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सुरक्षा के नियम ताक पर: यहां पार्किंग के टॉप फ्लोर में 14 दुकानों का निर्माण करवाया जा रहा है, जो नियमानुसार गलत है. निर्माण के दौरान सुरक्षा और तकनीकी दृष्टि से देखते हुए बिल्डिंग खतरे की जद में भी है. वर्तमान में ऊपरी तल पर बनाई गई 14 दुकानों का मुख्य भाग पुरानी पीली बिल्डिंग के ऊपर गाटर और सरिया के माध्यम से खड़ा कर दिया गया है जो खतरे का सबब बन सकती है. वहीं, सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं.

बनाये जा रहे आवास

दो बार हो चुका चालान: मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण ने भी मसूरी पिक्चर पैलैस मासोनिक लॉज बस स्टैंड पर हो रहे निर्माण गलत मानते हुए इसका दो बार चालान किया. साथ ही इसका काम रोकने के निर्देश दिये. मगर अभी तक काम नहीं रोका गया है. कई बार जांच की मांग उठाये जाने पर भी शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है.
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MEO नैथानी को निर्माण की जानकारी नहीं: मामले में मसूरी नगर पालिका अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी का कहना है कि उन्होंने हाल ही में कार्यभार संभाला है. उनको इस पार्किंग के निर्माण को लेकर कोई खास जानकारी नहीं है. अधिकारियों द्वारा यह बताया जा रहा है कि यहां पर तीन मंजिल में अफॉरडेबल हाउस बनाये जा रहे हैं. साथ ही टॉप फ्लोर में 60 गाड़ियों की पार्किंग और दुकानों का निर्माण करवाया जा रहा है.

बनाई जा रही दुकानें

IIT की रिपोर्ट दबाकर निजी कंपनी से पास कराया सॉइल टेस्ट!: मसूरी भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने बताया कि मसूरी पिक्चर पैलैस मैसानिक लॉज बस स्टैंड पर हो रहे पार्किंग निर्माण की शुरुआत में आईटीआई रुड़की ने सॉइल टेस्टिंग की, जो फेल हो गई. ऐसे में पालिका में भ्रष्टाचार को अंजाम देते हुए आईटीआई रुड़की की रिपोर्ट गायब कर प्राइवेट कम्पनी से सॉइल टेस्ट पास कराकर निर्माण शुरू कराया गया. पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने पार्किंग को उपयुक्त नहीं पाया. जिसकी वजह से इसका काम रोक दिया गया. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री द्वारा पार्किंग निर्माण की घोषणा की गई थी ना की आवास की. दोनों निर्माण को लेकर डिजाइन को पास कराना होता है, सुरक्षा मानकों को अपनाया जाता है, जो यहां नहीं हो रहा है.

Last Updated :Sep 15, 2022, 1:07 PM IST

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