उत्तराखंड में भर्ती घोटाले का असर, कहीं 2024 के चुनावों पर न डाले इफेक्ट?

author img

By

Published : Sep 7, 2022, 10:49 PM IST

Updated : Sep 13, 2022, 3:10 PM IST

Etv Bharat

उत्तराखंड में हुए भर्ती घोटालों (recruitment scams Uttarakhand) की वजह से जहां बीजेपी बैकफुट पर नजर आ रही है. वहीं, कांग्रेस खुलकर फ्रंटफुट पर खेल रही है. इन भर्ती घोटालों से प्रदेश का युवा काफी आक्रोशित नजर आ रहे हैं. जिसका खामियाजा बीजेपी के 2024 में भुगतना पड़ सकता (Lok Sabha elections 2024) है. हालांकि, बीजेपी अपनी साख को बचाने को कोशिश में लगी हुई (BJP and Congress in Lok Sabha elections) है.

देहरादून: उत्तराखंड में इन दिनों यूकेएसएसएससी पेपर लीक (UKSSSC paper leak) मामले समेत विधानसभा में बैकडोर से हुई भर्ती को लेकर सियासत गरमाई हुई है. वर्तमान स्थिति यह है कि जहां एक ओर राज्य सरकार भर्तियों में हुए घोटाले की जांच कराकर सभी दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कह रही है. वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस समेत अन्य दल सरकार पर हमलावर नजर आ रहे हैं. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि प्रदेश में चल रहे भर्ती घोटाले और बैकडोर भर्ती मामले का असर आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में पड़ सकता (Lok Sabha elections 2024) है.

दरअसल, तमाम भर्तियों में घोटाले (recruitment scams Uttarakhand) के मामले का उजागर होने के साथ ही विधानसभा में हुई बैकडोर से भर्तियों पर शुरू हुई राजनीति के चलते प्रदेश के युवा काफी आक्रोशित नजर आ रहे हैं और वह इस बात पर जोर दे रहे हैं कि राज्य सरकार इस पूरे मामले की जांच कराएं. साथ ही जिन युवाओं ने अपनी मेहनत और लगन से परीक्षाएं पास की है. उन युवाओं को नियुक्ति दी जाए.

उत्तराखंड में भर्ती घोटाले का असर.
पढ़ें- UKSSSC धांधली में CM धामी के एक्शन की युवती ने की तारीफ, जानिए मुख्यमंत्री ने क्या दिया जवाब

आपको बता दें कि उत्तराखंड राज्य में इन दिनों से भर्तियों में हुए घोटाले की जांच चल रही है, जिसमें से 5 भर्तियों की जांच एसटीएफ तो वहीं, एक भर्ती की जांच विजिलेंस की टीम कर रही है. मुख्य रूप से देखें तो स्नातक स्तरीय परीक्षा से शुरू हुई जांच अब कई भर्तियों को अपने लपेटे में ले चुकी है. स्नातक स्तरीय परीक्षा के साथ ही सचिवालय रक्षक भर्ती, कनिष्ठ सहायक भर्ती के बाद अब वन दरोगा भर्ती की जांच एसटीएफ कर रही है. वहीं, सब इंस्पेक्टरों की भर्ती की जांच विजिलेंस को सौंपी गई है. इसके अलावा विधानसभा में हुई बैक डोर से भर्ती की जांच के लिए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने एक्सपर्ट कमेटी गठित कर दी है, जो साल 2012 से 2022 के बीच विधानसभा में हुई भर्तियों की जांच कर रही है.

कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा जोशी ने बताया कि प्रदेश में जिस तरह से एक के बाद एक भर्ती घोटाले और बैक डोर से हुई भर्ती के मामले सामने आ रहे हैं. उसने देव भूमि को कलंकित करने का काम किया है. यही नहीं, जनता के बीच इस घोटाले को लेकर कोई अच्छा संदेश नहीं गया है. साथ ही कहा कि अधिकांश भर्ती घोटाले भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए हैं. ऐसे में जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली सरकार भले ही जांच करा रही हो, लेकिन इसका एक गलत संदेश जनता के बीच में गया है.

ऐसे में आने वाले समय में भाजपा के लिए जनता को जवाब देना आसान नहीं होगा. भले ही बीजेपी सरकार ने सभी भर्ती घोटालों की जांच करा रही हो और कुछ मामलों की जांच के लिए कमेटियां भी गठित कर दीं हो. फिर भी इन सभी भर्ती घोटाले और बैक डोर भर्ती का खामियाजा भाजपा को आने वाले समय में भुगतना पड़ सकता है.
पढ़ें- विधानसभा बैक डोर भर्ती: प्रेमचंद अग्रवाल दिल्ली तलब, केंद्रीय नेताओं के समक्ष रखेंगे पक्ष!

वहीं, आगामी चुनावों में भर्ती घोटाले और बैक डोर भर्ती का असर पड़ने के सवाल पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि वर्तमान समय में तमाम भर्तियों पर जांच चल रही है, साथ ही इस घोटाले में गिरफ्तारी भी की जा रही है. यही नहीं भट्ट ने कहा कि 2024 से पहले ही ऐसी व्यवस्था बना दी जायेगी कि कोई इस तरह से भ्रष्टाचार करने की कल्पना भी नहीं करेगा.

इन भर्ती घोटालों के कारण बीजेपी को 2024 के लोकसभा चुनाव में होने वाले नुकसान के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि वर्तमान समय में भर्ती घोटालों की जांच चल रही है. इस कांग्रेस और बीजेपी का सवाल नहीं है. क्योंकि कांग्रेस के समय में भी तमाम घोटाले हुए थे. हालांकि, इस पर बहस की जरूरत नहीं बल्कि भर्ती जिसके भी कार्यकाल में हुई है, वो गलत है और गलत काम करने वाले को सजा मिलनी चाहिए.

Last Updated :Sep 13, 2022, 3:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.