रजिस्ट्रार ऑफिस के रिकॉर्ड से छेड़छाड़ मामले में दो आरोपी गिरफ्तार देहरादूनःरजिस्ट्रार ऑफिस के रिकॉर्ड से छेड़छाड़ कर धोखाधड़ी से करोड़ों रुपए की जमीनों की खरीद फरोख्त करने वाले गिरोह के दो अन्य सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. अब तक इस रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में 8 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. मामले में कुछ अन्य आरोपियों के नाम भी सामने आए हैं. जिनके खिलाफ सबूत इकट्ठे कर दबिश दी जा रही है. इस बार गिरफ्तार आरोपियों में एक पीआरडी जवान और वकील का मुंशी शामिल है.
गौर हो कि बीती 15 जुलाई को सहायक महानिरीक्षक निबंधन संदीप श्रीवास्तव ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने डीएम की ओर से गठित समिति की जांच रिपोर्ट का हवाला दिया था. जिसमें उन्होंने बताया था कि अज्ञात आरोपियों की मिलीभगत से धोखाधड़ी की नियत से षड्यंत्र के तहत देहरादून रजिस्ट्रार कार्यालय और सब रजिस्ट्रार कार्यालय में अलग-अलग बैनामों में छेड़छाड़ की गई है. जिस संबंध में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.
वहीं, मुकदमा दर्ज होने के बाद एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने एसआईटी टीम का गठन किया था. इस टीम ने रजिस्ट्रार ऑफिस से जानकारी जुटाई. साथ ही रिंग रोड से संबंधित 50 से ज्यादा रजिस्ट्रियों को खंगाले और कई लोगों से पूछताछ की. पूछताछ में कुछ प्रॉपर्टी डीलरों के नाम सामने आए. जिनसे पूछताछ करने पर फर्जीवाड़े में शामिल कई लोगों के नाम निकलकर आए. जब टीम ने कई संदिग्धों के बैंक अकाउंट खंगाले तो करोड़ों रुपए के लेन देन मिला.
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इसके बाद जांच टीम आगे बढ़ी. जहां रजिस्ट्रार कार्यालय से दस्तावेज हासिल कर कई फर्जीवाड़े को अंजाम देने की बात सामने आई. मामले में पुलिस आरोपी संतोष अग्रवाल, दीप चंद अग्रवाल, मक्खन सिंह, रजिस्ट्रार कार्यालय में नियुक्त डालचंद, वकील इमरान अहमद और रिकॉर्ड रूम में तैनात अजय क्षेत्री को गिरफ्तार कर चुकी है. जो वर्तमान में न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार में सजा काट रहे हैं. इन लोगों से पूछताछ करने पर कई अन्य लोगों के नाम भी सामने आए थे.
जिनकी तलाश में गठित टीम लगातार दबिश दे रही थी. इसी कड़ी में एसआईटी टीम ने आरोपी रोहताश निवासी गुरु रोड गांधी ग्राम देहरादून को महिंद्रा शो रूम बाईपास के पास से गिरफ्तार किया गया. इसके बाद रोहताश से पूछताछ के आधार पर आरोपी विकास पांडे निवासी दुर्गा एनक्लेव बंजारावाला को हिंदू नेशनल स्कूल के पास से दबोचा.
देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि आरोपियों ने सहारनपुर निवासी कुंवर पाल और इमरान समेत अन्य सहयोगियों के प्रलोभन में आकर रायपुर, लाडपुर, चकरायपुर, नवादा, रैनापुर आदि स्थानों की भूमि से संंबंधित अलग-अलग खसरा नंबर के फर्जी दस्तावेज तैयार किए. जिसके बाद दाखिल खारिज की फाइल बनवाकर रिकॉर्ड रूम में रखवाई. साथ ही इन लोगों ने रिकॉर्ड रूम में रखे संबंधित रजिस्ट्री पर भी फर्जी तरीके से अपने सहयोगी आरोपियों के नाम अंकित कराए.
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इस काम के लिए आरोपी रोहताश और विकास पांडे को 5-5 लाख रुपए दिए गए. साथ ही उन्हें रिंग रोड पर एक-एक प्लॉट भी दिया जाना तय हुआ. आरोपी विकास पांडे पीआरडी में था और रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकॉर्ड में ड्यूटी रहती थी. जबकि, रोहताश एक नामी वकील के यहां मुंशी का काम करता था, लेकिन फर्जी रजिस्ट्री के दावपेंच सीखकर खुद का काम शुरू कर दिया. आरोपियों से पूछताछ में अन्य नाम सामने आए हैं, जिनके संबंध में एसआईटी टीम जांच कर रही है.