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बदरी-केदार मंदिर समितिः BJP ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा-हिंदू विरोधी मानसिकता फिर हुई उजागर

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Published : Jan 14, 2022, 7:39 PM IST

बीजेपी ने बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के गठन के मामले को चुनाव आयोग में ले जाने और मामले में बयानबाजी पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है. बीजेपी का सीधा आरोप है कि कांग्रेस चारधाम यात्रा में रोड़ा अटकाना चाहती है.

badri kedar temple committee
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति

देहरादूनःबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के गठन पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. जिस पर बीजेपी ने पलटवार कर कांग्रेस पर ही गंभीर आरोप लगा दिए हैं. बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस की हिंदू विरोधी मानसिकता एक बार फिर उजागर हो गई है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता का कहना है कि इससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस की मंशा आगामी चारधाम यात्रा में रोड़ा अटकाने की है.

बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा मठ-मंदिरों के सनातनी कार्यों और परंपराओं में रोड़ा अटकाती रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति का गठन पूर्ण वैधानिक तरीके से किया गया है.

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उन्होंने कहा कि उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को भंग किए जाने के बाद प्रदेश सरकार की ओर से मंदिर समिति के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. चुनाव आचार संहिता के लागू होने से पहले इसका गठन कर दिया गया था, लेकिन मंदिर समिति का गठन करना कांग्रेस को रास नहीं आ रहा है.

मंदिर समिति को लेकर कांग्रेस का चुनाव आयोग में शिकायत करने के पीछे उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ चारधाम यात्रा की प्रक्रिया में विघ्न डालना है. सुरेश जोशी का कहना है कि देवस्थानम बोर्ड भंग होने के बाद से मंदिर समिति की व्यवस्था को जल्द पुनः लागू करना जरूरी था. क्योंकि, आगामी 5 फरवरी को बसंत पंचमी से कपाट खुलने की आधिकारिक प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.

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यही वजह है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्धारित व्यवस्था के अनुसार ही चारधाम यात्रा के सुचारु संचालन के लिए अजेंद्र अजय की अध्यक्षता में मंदिर समिति का गठन किया है. ताकि यात्रा का संचालन कार्य सुचारू ढंग से हो सके. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से बीते साल कोरोना काल में भी चारधाम यात्रा ऐतिहासिक रही. श्रद्धालुओं की संख्या ने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए, इससे प्रदेश की आर्थिकी को भी मजबूती मिली है.

सुरेश जोशी ने खुला आरोप लगाया कि सनातन धर्म के कामों में रोड़ा अटकाए बिना कांग्रेस को चैन नहीं आता है. मंदिर समिति के गठन को लेकर हो हल्ला मचाए जाने से यह आभास हो रहा है कि कांग्रेस नहीं चाहती है कि आगामी यात्राकाल में व्यवस्थाएं दुरुस्त हों.

उन्होंने कहा कि इससे यह भी स्पष्ट हुआ है कि कांग्रेस पार्टी अपने राजनीतिक लाभ के लिए प्रदेश की आर्थिकी और हिंदू मान्यताओं व परंपराओं से छेड़छाड़ करने से भी नहीं चूकती है. यात्रा व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार के प्रयासों को संकीर्ण राजनीति में घसीटना दुर्भाग्यपूर्ण है. धार्मिक कारण से ही नहीं, बल्कि प्रदेश की आर्थिकी की रीढ़ होने की वजह से भी चारधाम यात्रा बेहद महत्वपूर्ण है.

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सुरेश जोशी ने कहा कि ग्रीष्मकाल में मंदिरों के कपाट खुलने से कई महीने पहले ही यात्रा को लेकर सभी तैयारियां पूरी करनी पड़ती है. इस सबको पूरा करने के लिए मंदिर समिति का आधिकारिक रूप में कार्य करना अति आवश्यक है. यही वजह है कि इस दैवीय यात्रा को निष्कंटक और सुगम बनाने के प्रयासों के तहत ही प्रदेश सरकार ने नियमों के अनुसार समिति का गठन किया है.

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