उत्तराखंड

uttarakhand

18 महीने बाद खुला भारत-नेपाल का चंपावत बॉर्डर, जानिए किन शर्तों के साथ मिल रही एंट्री

By

Published : Oct 3, 2021, 8:26 PM IST

Updated : Oct 3, 2021, 10:49 PM IST

champawat

18 महीने बाद नेपाल सरकार ने भारतीय नागरिकों पर नेपाल प्रवेश पर लगाया प्रतिबंध हटा दिया है. कोरोना संक्रमण के कारण मार्च 2020 में नेपाल-भारत की सीमा सील कर दी गई थी. वहीं, मार्च 2021 में भारत ने नेपाल के नागरिकों को भारत में सशर्त प्रवेश देनी की अनुमति दी थी.

चंपावतःनेपाल सरकार द्वारा कोरोना के चलते भारतीय नागरिकों के नेपाल में प्रवेश पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटा लिया गया है. अब भारतीय नागरिक एवं वाहन नेपाल सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के मुताबिक नेपाल में आवाजाही कर सकेंगे. भारत-नेपाल के बीच फिर से पहले की तरह आवागमन शुरू होने से भारतीय व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है.

नेपाल सरकार द्वारा भारतीय नागरिकों के नेपाल में प्रवेश पर लगाए गए प्रतिबंध हटा लिया गया है. हालांकि नेपाल जाने के लिए 72 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण बढ़ने पर 23 मार्च 2020 से भारत-नेपाल सीमा सील कर दी गई थी.

18 महीने बाद खुला भारत-नेपाल का चंपावत बॉर्डर

इस दौरान भारत-नेपाल के बीच विदेशी नागरिकों की आवाजाही बंद रही. वहीं, कोरोना संक्रमण कम होने पर मार्च 2021 से भारत सरकार ने कोरोना जांच की शर्तों के साथ नेपाली नागरिकों को भारत आने की इजाजत दी थी. बता दें कि कोरोना संक्रमण से पहले चंपावत जिले के सीमांत क्षेत्र टनकपुर, बनबसा जैसे नगरों से रोजाना बड़ी संख्या में भारत नेपाल के नागरिकों एवं व्यापारियों का आवागमन हुआ करता था.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड: आज मिले कोरोना के 12 नए केस, 10 ठीक, एक्टिव केस 152

वहीं, नेपाल जाने वाले भारतीय नागरिकों को नेपाल सरकार द्वारा निर्धारित कुछ मनकों व नियमों का पालन करना होगा. नेपाल में 72 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखानी अनिवार्य होगी. चंपावत के नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पिंचा ने जिले से लगी भारत-नेपाल सीमा पर तैनात सभी पुलिस चौकियों व एजेंसियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.

Last Updated :Oct 3, 2021, 10:49 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details