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भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत का ऐलान, दिल्ली कूच की तैयारी करे किसान

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Published : Jan 17, 2021, 7:53 PM IST

मुजफ्फरनगर में रविवार को भारतीय किसान यूनियन की मासिक पंचायत का आयोजन किया गया. भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि 26 जनवरी को किसान परेड में हिस्सा लेंगे.

भाकियू की मासिक पंचायत
भाकियू की मासिक पंचायत

मुजफ्फरनगर:जिले के सिसौली में रविवार को भाकियू की मासिक पंचायत का आयोजन किया गया. पंचायत को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि "ऐसा लगता है कि जैसे किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अश्वमेघ यज्ञ के घोड़े को पकड़ लिया हो. अब किसान अपने ट्रैक्टर के दोनों ओर तिरंगा झंडा लगाकर दिल्ली कूच की तैयारी करें, और केंद्र सरकार को इसका जवाब दें.

किसान नेता चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि "ऐसा लगता है जैसे पीएम मोदी ने कसम खा ली है कि वह कृषि कानून को वापस नहीं लेंगे. हालांकि किसान प्रधानमंत्री का पूरा सम्मान करते हैं, वह लेकिन चाहते हैं कि भारत की सरकार इन कानूनों को वापस ले, एमएसपी की गारंटी दे, तभी किसान दिल्ली से वापस अपने घरों को लौटेंगे.

26 जनवरी को परेड में भाग लेंगे किसान

किसान नेता नरेश टिकैत ने कहा कि अगर 19 जनवरी को किसानों और केंद्र सरकार के बीच समझौता भी हो जाता है तो भी 26 जनवरी के ऐतिहासिक परेड में किसान जरूर भाग लेंगे. यह एक ऐतिहासिक परेड होगी. नरेश टिकैत ने पंचायत के सभी किसानों से अनुरोध किया कि वह अपने-अपने क्षेत्र से 25 तारीख से ही ट्रैक्टर पर दो-दो तिरंगें लगाकर दिल्ली के लिए रवाना होंगे. 25 जनवरी को सभी किसान अपने अपने क्षेत्र से दिल्ली के लिए निकलेंगे. नरेश टिकैत ने कहा कि 54 दिन के धरने में लगभग 70 किसान भाइयों ने शहादत दी है, ऐसी कड़कती ठंड में सरकार किसान की हिम्मत को नहीं हरा पाई है. सरकार ने आज तक किसानों की शहादत पर कोई अफसोस नहीं किया है. चौधरी नरेश टिकैत ने आह्वान किया कि हर घर से एक किसान अपने ट्रैक्टर के साथ दिल्ली के लिए कुच करेगा.

'मुकदमे की लड़ाई लड़ने को तैयार'

चौधरी टिकैत ने कहा कि "केंद्र सरकार किसानों पर विभिन्न प्रकार के झूठे आरोप लगा रही है, जिनसे किसानों को दुख पहुंचा है. क्या केंद्र सरकार का कोई प्रतिनिधि यह बता सकता है कि कि विदेशों से किस किसान के खाते में कितना धन आया है. किसान तो अपने घर पर भी रोटी खा रहा था और आंदोलन में भी रोटी ही खा रहा है. चौधरी टिकैत ने केंद्र सरकार द्धारा किसान आंदोलन में नामित 40 प्रतिनिधियों में से अधिकतर किसान नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि किसान इन मुकदमों के खिलाफ भी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं.

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