चंदौलीः जिले की पुलिस ने बहुचर्चित ठेकेदार बृजेश सिंह की मौत की गुत्थी सुलझा दी है. उन्होंने रविवार को दो आरोपियों को दबोच लिया है. इन्ही की बाइक से टक्कर होने के बाद बृजेश सिंह की मौत हो गई थी. घटनास्थल से मिली दूसरी बाइक के नंबर प्लेट और दुर्घटनाग्रस्त अन्य पार्टस के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंची. फिलहाल उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
एएसपी दयाराम ने मामले का खुलासे करते हुए बताया कि 28 अगस्त की रात बरहन गांव निवासी बृजेश सिंह सड़क पर खून से लथपथ हाल में मिले थे. अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई. वहीं परिजन हत्या का आरोप लगा रहे थे. जबकि मौके से प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर मौत की वजह दुर्घटना प्रतीत हो रही थी. यहीं नहीं मामले को राजनीतिक रंग भी दे दिया गया.
वहीं तफ्तीश के दौरान घटनास्थल से प्राप्त मोटरसाइकिल के नंबर प्लेट के आधार पर पुलिस ने जांच आगे बढाई तो एक आरोपी का मोबाइल नंबर मिला. बातचीत में उसने अपनी लोकेशन राजस्थान बताई. लेकिन पुलिस सीडीआर के जरिए उसकी मौजूदगी धानापुर में मिली. वही नंबर प्लेट की जांच करने गई एक टीम बलिया गई और एआरटीओ कार्यालय से वाहन के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त की. बाइक बलिया के चितबड़ागांव के विशाल कुमार के नाम से थी. पुलिस विशाल के घर पहुंची तो उसके पैर में पट्टी बंधी थी. उसने बताया कि एक दुर्घटना में उसके पैर का तलवा फट गया है. पुलिस ने विशाल को हिरासत में ले लिया. जबकि दूसरी टीम ने धानापुर जाकर दूसरे आरोपी अभिषेक कुमार उर्फ सोनू को गिरफ्तार कर लिया.
वहीं ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए घटना के मुख्य अभियुक्त अभिषेक ने भी इकबालिया जुर्म कुबूल करते हुए एक्सीडेंट की बात बताई. उसने बताया की आमने-सामने हुई टक्कर में बृजेश लहूलुहान हो गए. जिसके बाद डर के चलते वो दोनों फरार हो गए.