उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

राज्यपाल और सीएम योगी ने पदक विजेता खिलाड़ियों को किया सम्मानित, कहा-जल्द मिलेगी सरकारी नौकरी

By

Published : Jan 26, 2023, 9:17 PM IST

Updated : Jan 26, 2023, 10:28 PM IST

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश दिवस के समापन अवसर पर कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth games) व 36वें नेशनल गेम्स ( National Games medalist) के खिलाड़ियों को सम्मानित किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शीघ्र ही पदक विजेता खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी जाएगी.

राज्यपाल आनंदी बेन
राज्यपाल आनंदी बेन

लखनऊःउत्तर प्रदेश दिवस समारोह के अंतर्गत गुरुवार को राजभवन के गांधी सभागार में आयोजित समारोह में कॉमनवेल्थ गेम्स-2022 व 36वें नेशनल गेम्स-2022 में पदक जीतने व प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने सम्मानित किया और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए बसंत पंचमी के पवित्र दिन पर खिलाड़ियों के सम्मान की खुशी है. खिलाड़ी जब खिलाड़ी बनता है तब उनकी शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक क्षमता के साथ सबसे महत्वपूर्ण अनुशासन बढ़ता है. बिन अनुशासन मानव जीवन में गड़बड़ी के बाद इज्जत पर भी आंच आती है. आमने-सामने जब खेलते हैं, तो कभी हार तो कभी जीत मिलती है. हार पर निराश न हों, आगे जीतने का प्रयास करते हुए जीतते रहना चाहिए.

राजधानी लखनऊ में कॉमनवेल्थ गेम्स व 36वें नेशनल गेम्स के खिलाड़ी सम्मानित.

राज्यपाल ने कहा कि खिलाड़ी को खेल के साथ पढ़ना कतई नहीं छोड़ना चाहिए. सर्टिफिकेट के साथ आप खेल की दुनिया में नाम रोशन करते हैं. इससे अवसर जल्दी मिलता है. नियुक्ति के लिए डिग्री व खिलाड़ी का सर्टिफिकेट है तो आपका चयन पहले होगा. खिलाड़ियों को क्षमता के अनुरूप आगे बढ़ना चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि मेरठ में खेल विश्वविद्यालय में शिलान्यास के लिए जब पीएम आए थे, तो खिलाड़ियों से चर्चा की थी कि आप जहां से आते हैं. वहां के प्राइमरी-सेकेंडरी स्कूल के बच्चों को सिखाओ.आपका टैलेंट आसपास के लोगों तक पहुंचना चाहिए. इससे बच्चों के साथ खेलने पर आनंद आएगा और अभिभावक भी आपकी सराहना करते रहेंगे. एक खिलाड़ी-10 खिलाड़ी को तैयार कर सकता है. खिलाड़ियों में ऐसी सोंच होनी चाहिए.


विश्वविद्यालय में थी चैंपियनःराज्यपाल ने बताया कि वह विश्वविद्यालय में कबड्डी व खो-खो की चैंपियन थी. बीएससी-एमएससी की पढ़ाई करने के साथ वह मैदान में जाकर खेलती और प्रतिभाग करती थी. फिर घर जाकर रोटी भी पकाती थी. मां हमेशा छोटी आयु से ही यह सिखाती है. लेकिन आपकी भी रूचि होनी चाहिए. पीएम ने परंपरागत खेलों जैसे खो-खो, कबड्डी, दौड़ को सिखाने की भी बात कही थी. जहां 8-10 बच्चे मिलकर खेल लेते हैं. राजभवन में 40-45 बच्चियों को जूडो सिखवाया. वे स्कूलों में मेडल जीतकर आती हैं. अब लड़कों के लिए जूडो सिखाने की शुरुआत की गई है. राज्पाल ने कहा कि वह 2 वर्ष से परंपरागत खेल चला रही हैं. जहां लगभग 22-23 खेल हमारे बच्चे सीखकर प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हैं. पहले जो बच्चे बीमार होते थे.अब वही बच्चे बीमार नहीं होते हैं. मैदान में खेलने से स्वास्थ्य की दृष्टि से भी खेल अनिवार्य होना चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि खिलाड़ियों को आगे आने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार सुविधाएं दे रही है. लेकिन वहां से मिले तब खेलूं. इससे बढ़िया है कि आप खेलते रहिए.

घर जाकर मां को मेडल पहनानाःराज्यपाल खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई करते हुए कहा कि बेटियां 240 किलो वजन उठा रही हैं. हम तो सब्जी लेने भी जाते हैं तो नौकर लेकर जाते हैं. आज हमारी यह स्थिति हो गई है कि खेल से सब कुछ मिलता है. सुबह 4 बजे उठकर देखा मां बच्चों के साथ 2-3 घंटे व्यायाम कर घर आती हैं. फिर तैयार कर स्कूल भेजती हैं. आप मां-पिता को मत भूलिए. मैं विश्वविद्यालयों में भी कहती हूं कि अपना मेडल सबसे पहले मां को पहना देना और बोलना-मां तेरे प्रयास से यह मेडल प्राप्त हुआ है. कई खिलाड़ियों के पास सुविधा व खेल मैदान नहीं है.

टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाले सभी खिलाड़ियों का सम्मानःमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 74वें गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भारत बड़ी ताकत के रूप में पीएम के पंच प्रण के अभियान के साथ जुड़ रहा है. आज बसंती पंचमी भी है. यह प्रकृति के सौंदर्य व सुंदरता को प्रदर्शित करने वाली प्राकृतिक परिवर्तन की महत्वपूर्ण कड़ी है. ज्ञान की अधिष्ठात्री मां शारदे के पूजन की भी तिथि है. सीएम ने कहा कि प्रदेश में खेल और इससे जुड़ी विभिन्न विधाओं को बढ़ाने के लिए 8 वर्ष में अनेक कार्यक्रम हुए हैं.पीएम मोदी के मार्गदर्शन व प्रेरणा से खेलो इंडिया के कार्यक्रम बढ़ाये गए हैं. टोक्यो ओलंपिक में जिन खिलाड़ियों ने प्रतिभाग-पदक जीताथा. उन सभी खिलाड़ियों को इकाना स्टेडियम में अलग समारोह में सम्मानित किया गया था. यूपी देश का इकलौता राज्य था. जिसने न सिर्फ अपने राज्य बल्कि मेडल जीतने वाले सभी खिलाड़ियों को सम्मानित किया था. पैरालंपिक में भी यूपी के खिलाड़ियों व मेडल जीतने वाले देश के खिलाड़ियों को मेरठ में सम्मानित किया गया था.


सभी ग्राम पंचायतों में उपलब्ध होगी स्पोट्रस किटःसीएम ने कहा कि प्रदेश के सभी गांवों में खेल मैदान के लिए जमीन आरक्षित करने, ओपन जिम निर्माण, ब्लाक स्तर पर मिनी स्टेडियम, जनपद स्तर पर स्टेडियमों की कार्रवाई चल रही है. प्रदेश में खेल प्रतिभाओं को बढ़ाने के लिए ओलंपिक या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को राजपत्रित अधिकारी बनाने की दिशा में काम किए गए हैं. उन्होंने कहा कि दो खिलाड़ियों ललित उपाध्याय व विजय यादव को राजपत्रित अधिकारयों के रूप में नियुक्ति पत्र दिया गया है. राज्य सरकार अन्य खिलाड़ियों को भी जल्द नौकरी देने जा रही है. मेजर ध्यानचंद के नाम पर प्रदेश का पहला खेल विश्वविद्यालय मेरठ में बनने जा रहा है. मेरठ के खेल उत्पादों को हमने ओडीओपी का हिस्सा बनाया है.साथ ही गांंवों में स्पोट्र्स किट हर ग्राम पंचायत में उपलब्ध कराई जा रही है.

मेडल जीतने पर खिलाड़ियों को मिलती है इतनी राशिःसीएम ने कहा कि यूपी सरकार ओलंपिक में एकल गेम में स्वर्ण जीतने पर 6 करोड़, रजत पर 4 करोड़ व कांस्य जीतने पर दो करोड़ देती है. टीम गेम्स में स्वर्ण पदक पर तीन करोड़, रजत पदक पर दो करोड़ व कांस्य जीतने वाले खिलाड़ियों को एक करोड़ की पुरस्कार राशि दे रही है. एशियन गेम्स में स्वर्ण पर तीन करोड़, रजत पर डेढ़ करोड़ व कांस्य पर 75 लाख रुपये दे रही है. कॉमनवेल्थ व विश्व कप चैंपियनिशप में स्वर्ण पदक पर डेढ़ करोड़, रजत पर 75 लाख व कांस्य पर 50 लाख रुपये पुरस्कार स्वरूप दे रही है. ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को 10-10 लाख तथा एशियन-कॉमनवेल्थ में 5-5 लाख रुपये देती है. बर्मिंघम (इंग्लैड) में हुए कॉमनवेल्थ में प्रदेश के 14 में से 4 रजत व 4 कांस्य पदक खिलाड़ियों ने जीता था. वहीं, गुजरात में 36वें नेशनल गेम्स में यूपी के खिलाड़ियों ने 18 खेलों में 20 स्वर्ण, 18 रजत व 18 कांस्य पदक जीतकर गौरव बढ़ाया. इस अवसर पर खेल व युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद यादव, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव (खेल) नवनीत सहगल आदि मौजूद रहे.

कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार
दिव्या काकरान- कांस्य (कुश्ती)-50 लाख
सरिता रोमित सिंह-प्रतिभाग (एथलेटिक्स) -5 लाख
पूनम यादव प्रतिभाग (भारोत्तोलन)-5 लाख
पूर्णिमा पांडेय- प्रतिभाग (भारोत्तोलन) -5लाख
रोहित यादव- प्रतिभाग (एथलेटिक्स) -5 लाख
विश्वनाथ यादव- प्रतिभाग (ट्रायथलॉन) -5 लाख

गुजरात में हुए 36वें राष्ट्रीय खेल पदक विजेताओं को पुरस्कार
स्वर्ण पदक-6 लाख
संचित भंडारी-स्केटिंग
प्राची सिंह-स्केटिंग
सरिता-हैमर थ्रो
सूरज यादव- वुशु-
पूर्णिमा पांडेय-भारोत्तोलन-(87 किग्रा से अधिक)
जोटीं कुमार-कुश्ती-
दिव्या-कुश्ती
युविका तोमर- शूटिंग
हुसैन खान-एथलेटिक्स
सिद्धार्थ वर्मा-जिम्नास्टिक
टीम इवेंट (बास्केटबाल- कुलदीप सिंह)
कबड्डी (टीम गेम्स) स्वर्ण पदक

रजत पुरस्कार विजेताओं को 4 लाख रुपये
पूनम यादव-भारोत्तोलन (76 किग्रा.)
सबीरा हैरिस-शूटिंग
किरन देवी-रोइंग
अरविंद पवार-साइक्लिंग
दीपिका वर्मा-डिस्कस थ्रो
आदित्य सिंह राणा-जिम्नास्टिक
रोहित यादव- जेवलिन थ्रो
सैयद बुरहान-साइक्लिंग
करुणा शर्मा-जूडो (78 किग्रा)
टीम गेम्स (जिम्नास्टिक)
वहीं,रजत पदक जीतने वाली यूपी की हॉकी टीम को 18 लाख रुपये देकर पुरस्कृत किया गया.

कांस्य पदक
राशि शर्मा-बॉक्सिंग
रूपम- एथलेटिक्स
अभिषेक चौधरी-जूडो (81 किग्रा. भारवर्ग)
शिवानी-
कपिल नागर-वुशु-
वीनेश कुंडु-कुश्ती
यतेंद्र-कुश्ती
आदित्य- मलखंभ
राधा राजपूत-मलखंभ
कविता यादव-एथलेटिक्स
फ्रीडम यादव- कुश्ती
नीलम-कुश्ती
मो. जिम्नास्टिक
साक्षी चौधरी
टीम गेम्स इवेंट के प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया

यह भी पढ़ें- Vidhan Bhavan Lucknow: गणतंत्र दिवस परेड में दिखा सेना का शौर्य और झांकियों ने भी किया आकर्षित, हेलीकॉप्टर से हुई पुष्पवर्षा

Last Updated :Jan 26, 2023, 10:28 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details