लखनऊ: यूपी के कई जिलों का प्रदूषण स्तर बेहद खराब है. उत्तर प्रदेश में मंगलवार को सबसे प्रदुषित शहर गाजियाबाद रहा. सीपीसीबी रिपोर्ट के मुताबिक गाजियाबाद का एक्यूआई 353 पहुंच गया. जबकि बीते सोमवार को यहां एक्यूआई बेहद कम था. वहीं राजधानी लखनऊ का एक्यूआई 226 रहा. जबकि बीते दिनों लखनऊ का एक्यूआई 463 पहुंच गया था. यूपी में सबसे ज्यादा एक्यूआई वाले जिलों की बात करें तो इनमें सबसे पहले नंबर पर आगरा, कानपुर, नोएडा, गाजियाबाद, प्रयागराज और वाराणसी है.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक इन दिनों लखनऊ की हवा दुषित हो गई है. लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को शहर का एक्यूआई 226 रहा, जबकि एक दिन पहले ही शहर का एक्यूआई 338 था. यूपी के टॉप 10 शहर ऐसे हैं जहां की हवा दीपावली के बाद से दुषित हुई है. राजधानी के तालकटोरा इंडस्ट्री सेंटर का एक्यूआई 310, सेंट्रल स्कूल का एक्यूआई 250, लालबाग का एक्यूआई 263, गोमतीनगर का एक्यूआई 156, भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी क्षेत्र का एक्यूआई 196 और कुकरेल पिकनिक स्पॉटस्पॉट-1 का एक्यूआई 182 है. राजधानी लखनऊ के यह क्षेत्र इंडस्ट्रियल एरिया में शामिल होते हैं जहां पर कल कारखाने का काम अधिक होता है.
शहर का नाम एक्यूआई स्थिति
गाजियाबाद 363 (बेहद खराब)
बुलंद शहर 331 (बेहद खराब)
आगरा 327 (बेहद खराब)
फरीदाबाद 327(बेहद खराब)
सोनीपत 325 (बेहद खराब)
09 नवंबर 2021 की एक्यूआई
शहर का नाम एक्यूआई
आगरा247 (बेहद खराब)
गाजियाबाद 353 (बेहद खराब)
गोरखपुर295 (बेहद खराब)
नोएडा361 (बेहद खराब)
हापुर326 (बेहद खराब)
कानपुर244 (बेहद खराब)
मेरठ355 (बेहद खराब)
मुरादाबाद296 (बेहद खराब)
मुजफ्फरनगर309 (बेहद खराब)
मुजफ्फरपुर260 (बेहद खराब)
प्रयागराज263 (बेहद खराब)
वाराणसी252 (बेहद खराब)
आगरा पर पॉल्यूशन ज्यादा, लगेगा लापरवाहों पर जुर्माना
ताजनगरी में पॉल्यूशन का मीटर गिर रहा है. शहर की एक्यूआई 300 के नीचे आ गई है. मंगलवार को आगरा का एक्यूआई 262 रहा. जो सोमवार के मुकाबले कम था. मगर, मंगलवार को शहर में सबसे ज्यादा पॉल्यूशन आवास विकास कालोनी और ताजमहल के पास रहा. यहां पर धूल कणों की संख्या ज्यादा है. आवास विकास कालोनी में एक्यूआई 283 और ताजमहल के पास एक्यूआई 271 रहा. आगरा में कमिश्नर अमित गुप्ता की सख्ती का असर अभी नहीं दिख रहा है.
दरअसल, शहर में स्मार्ट सिटी और आगरा मेट्रो का काम तेजी से चल रहे हैं. लेकिन, इन कार्य के दौरान नियमों का पालन नहीं किया जा रहा. धूल नियंत्रण की समुचित व्यवस्था नहीं है. जिसकी वजह से हर समय निर्माण स्थलों से धूल उड़ती रहती है. क्योंकि, धूल नियंत्रण के लिए लगाई जाने वाली हरे रंग का पर्दा नहीं लगाया जा रहा है. ऐसी शिकायतें मिलने के बाद आगरा कमिश्नर अमित कुमार गुप्ता ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ शहर में चल रहे निर्माण कार्यों को निरीक्षण किया. इसके बाद आगरा कमिश्नर अमित कुमार गुप्ता ने धूल नियंत्रण के लिए आगरा मेट्रो इनर रिंग रोड और हाईवे अथॉरिटी को निर्देश दिए हैं.
कमिश्नर अमित कुमार गुप्ता ने सिटी मजिस्ट्रेट प्रतिपाल सिंह चौहान और अपर नगर मजिस्ट्रेट की टीम से भी निरीक्षण की आख्या रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने निरीक्षण के दौरान निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण और प्रदूषण नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपायों की भी व्यवस्था, जहां भी धूल नियंत्रण करने में लापरवाही बरती गई है. किन-किन निर्माण स्थलों पर मानक के अनुरूप काम हो रहा है. इसकी रिपोर्ट तलब की है. जिसके आधार पर लापरवाही बरतने वाली फर्म पर जुर्माना लगाया जाएगा.
आगरा में पॉल्यूशन का हाल
स्थान एक्यूआई
संजय प्लेस 245
मनोहरपुर 260
आवास विकास कालोनी 283
शास्त्रीपुरम 249
शाहजहां गार्डन 261