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34 घंटे की ऑक्सीजन बाकी, नहीं आए सिलेंडर तो....

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Published : Apr 22, 2021, 8:46 AM IST

यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाकर किसी तरह कोरोना मरीजों की उखड़ती सांसों को सम्बल दिया जा रहा. हालात ये हैं कि अगर 34 घंटे और ऑक्सीजन की खेप नहीं आई तो ऑक्सीजन का संकट मरीजों की सांसों पर भारी पड़ जाएगा.

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लखीमपुर खीरी कोरोना अपडेट.

लखीमपुर खीरी :जिले में ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाकर किसी तरह कोरोना मरीजों की उखड़ती सांसों को सम्बल दिया जा रहा. हालात यह हैं कि अगर 34 घंटे और ऑक्सीजन की खेप नहीं आई तो ऑक्सीजन का संकट मरीजों की सांसों पर भारी पड़ जाएगा. डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह और सीएमओ मनोज अग्रवाल युद्धस्तर पर जिले में ऑक्सीजन की आपूर्ति में जुटे हैं. दोनों के प्रयासों से ऑक्सीजन के 40 कैप्सूल जिले को मिल पाए हैं.

सीएमओ मनोज अग्रवाल ने बताया कि जिले में ऑक्सीजन की कमी तो है ही पर अगले 24 से 48 घंटों में अगली खेप नहीं आई तो स्थिति बिगड़ सकती है. हमने 400 सिलेंडर की डिमांड भेजी है.

जिले में बढ़ें ऑक्सीजन वाले 10 बेड

कोरोना के बढ़ते मरीजों और संक्रमण को देखते हुए जिले में 10 ऑक्सीजन युक्त बेड और बढ़ा दिए गए हैं. कोविड L2 जगसड अस्पताल में यह दस बेड बढ़ाए गए हैं. जिन पर मरीजों को ऑक्सीजन देकर उनका इलाज किया जाएगा. अभी तक 20 बेड्स पर ऑक्सीजन की व्यवस्था थी. पर इसे बढ़ा कर अब 30 बेड कर दिया गया है.

सीएमओ मनोज अग्रवाल ने बताया कि हम स्थिति पर नियंत्रण पाने के प्रयास में जुटे हुए हैं. ऑक्सीजन की कमी तो है ही. पर हम किसी तरह हालातों से निपटने की कोशिश में लगे हुए हैं. सीमित संसाधनों में हम हर मरीज की जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं. कोविड अस्पताल में बराबर इलाज हो रहा इस वक्त 63 कोविड मरीज जगसड कोविडL2 अस्पताल में भर्ती हैं. जगसड में 250 बेड का अस्पताल बनाया गया था.

40 डॉक्टर-स्वास्थ्यकर्मी हैं बीमार

कोविड-19 और जिले के स्वास्थ्य विभाग की कमान संभालने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों और डॉक्टरों की हालत भी कोविड-19 ने बिगाड़ दी है. जिला अस्पताल समेत अलग-अलग सीएचसी-पीएचसी के करीब 40 स्वास्थ्यकर्मी कोविड पॉजिटिव हो गए हैं. इनमें बड़ी तादाद में डॉक्टर्स भी हैं.

कोरोना के मिले 501 नए मरीज, एक की मौत

अधिकारिक आंकड़ों की माने तो जिले में पिछले 24 घंटों में 501 कोरोना के नए मरीज मिले हैं. जबकि 74 वर्षीय एक संक्रमित की इलाज के दौरान मौत हुई है. डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि जिले में इस वक्त कोरोना के 3,149 एक्टिव केस हैं. जिनमें से 63 का इलाज जगसड अस्पताल में चल रहा है. अब तक जिले में 110 मौतें कोरोना संक्रमण से हो चुकीं हैं.

बांकेगंज में लैब टेक्नीशियन की मौत

कोरोना का संक्रमण अब स्वास्थ्य कर्मियों की जान भी लेने लगा है. संक्रमण से बांकेगंज सीएचसी पर तैनात एक लैब टेक्नीशियन की मौत हो गई. इससे बांकेगंज में कोरोना की जांच का काम पूरी तरीके से बंद हो गया. वहीं जिले की चार सीएचसी में तैनात लैब टेक्नीशियन कोविड-पॉजिटिव हो गए हैं. जिसकी वजह से यहां भी कोरोना टेस्टिंग का काम प्रभावित हो गया है. जिले की पलिया, मोहम्मदी, गोला और फरधान पीएचसी के लैब टेक्नीशियन कोविड पॉजिटिव हो गए हैं, जिससे यहां जांच का काम प्रभावित हो गया है. एसीएमओ पद पर तैनात एक डॉक्टर भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं.

तीन एसडीएम कोरोना पॉजिटिव

कोरोना वायरस स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जिले के बड़े अफसरों और उनके परिवारीजनों को भी संक्रमित कर रहा है. जिले के तीन एसडीएम कोरोना की चपेट में आ गए हैं. वहीं जिला उद्यान अधिकारी कई ब्लॉक डेवलेपमेंट ऑफिसर, आबकारी इंस्पेक्टर, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, लेखपाल भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं. ज्यादातर अफसर होम आइसोलेशन हैं. इनके परिजन भी खांसी, जुकाम, बुखार से पीड़ित हैं. पुलिस विभाग में भी तमाम अफसर से लेकर सिपाही कोरोना संक्रमण की गिरफ्त में हैं.

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400 ऑक्सीजन सिलेंडरों की डिमांड

जिले का स्वास्थ्य भाग 400 सिलेंडर का ऑर्डर पहले ही कर चुका है. अगर 24 घंटे में यह सिलेंडर नहीं आए तो ऑक्सीजन की भारी कमी जिले में हो जाएगी. वहीं कोरोना मरीजों को शायद परेशानी उठानी पड़ जाए. स्वास्थ्य विभाग की नजरें अब 400 सिलेंडरों के आने पर लगी हुई हैं. सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल बराबर उच्चाधिकारियों से संपर्क में हैं और प्रयासरत हैं कि किसी भी तरीके से यह 400 सिलेंडर पहुंच जाएं. स्वास्थ्य विभाग बेसब्री से 400 सिलेंडरों की खेप का इंतजार कर रहा था. पर आज ये खेप नहीं पहुंच पाई. अब बाकी बचे सिलेंडरों से कोविड-मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है.

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