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कानपुर के 124 मंदिरों पर मुस्लिमों का कब्जा, चल रहा होटल, स्वीट्स हाउस और अन्य दुकान

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Published : May 28, 2022, 5:04 PM IST

कानपुर शहर के 124 मंदिरों पर मुस्लिमों का कब्जा है. इन मंदिरों को तोड़कर होटल, स्वीट्स हाउस और अन्य दुकानों का संचालन हो रहा है.

मंदिरों पर मुस्लिमों का कब्जा

कानपुरः शहर के 124 मंदिरों पर मुस्लिमों का कब्जा है. इन मंदिरों को तोड़कर होटल, स्वीट्स हाउस और अन्य दुकानों का संचालन हो रहा है. महापौर प्रमिला पांडेय ने अवैध कब्जों को खाली करने की चेतावनी दी है. शनिवार को कई थानों की फोर्स लेकर मेयर ने मुस्लिम इलाकों चमनगंज, बेकनगंज का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि सभी कब्जाधारकों को समय देंगे. इसके बाद दोबारा से सभी मंदिरों की प्राण-प्रतिष्ठा करायेंगे.

जिस तरह वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद के पास शिवलिंग मिलने का मामला चर्चा में है. ठीक वैसे ही शनिवार को शहर के मुस्लिम क्षेत्रों में 124 मंदिरों पर अवैध कब्जों का मामला गर्मा गया है. महापौर प्रमिला पांडेय ने शनिवार को कई थानों की फोर्स के साथ चमनगंज, बेकनगंज समेत अन्य क्षेत्रों में सभी स्थलों का निरीक्षण किया. जहां कभी मंदिर हुआ करते थे. हालांकि इन स्थानों पर अब होटल, स्वीट्स हाउस और अन्य दुकानों का संचालन हो रहा है. इसकी बानगी खुद महापौर ने देखी.

मंदिरों पर मुस्लिमों का कब्जा

महापौर ने एक दुकान संचालक से कहा कि जो कब्जा किया है उसे खाली करना होगा. ये जगह मंदिर की है. वहीं उन्होंने सभी को चेतावनी दी है कि अब क्षेत्र से अवैध कब्जे हटेंगे. सात दिनों के भीतर ही दोबारा मंदिरों की प्राण-प्रतिष्ठा करायी जायेगी.

महापौर प्रमिला पांडेय ने किया निरीक्षण

दरअसल कुछ दिनों पहले ही शहर में एक शत्रु संपत्ति का मामला बेहद चर्चा में रहा था. शत्रु संपत्ति प्रभारी दीपक पाल ने बताया था कि बेकनगंज स्थित रामजानकी मंदिर की जमीन को पाक नागरिक ने बेच दिया था. इस समय उस जमीन पर एक होटल का संचालन हो रहा है. इस मामले के बाद से ही शहर के मंदिरों को सहेजने और उनकी बदहाल स्थिति को बेहतर करने का फैसला नगर निगम अफसरों ने किया है.

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महापौर ने इस मामले पर नगर निगम के अफसरों के खिलाफ शिकंजा कस दिया है. उन्होंने सभी छह जोन के अफसरों को कार्यालय बुलाया है. उनसे इस बाबत जवाब मांगा है कि आखिर उनकी देखरेख के बाद कैसे मंदिर की जमीनों पर अवैध कब्जे हो गये. महापौर प्रमिला पांडेय ने कहा कि अगर किसी अफसर की संलिप्तता सामने आयेगी, तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी.

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