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पत्नी की हत्या के चश्मदीद गवाह पति ने मेडिकल कॉलेज की खिड़की से लगाई छलांग, मौत

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Published : Jun 5, 2023, 9:31 PM IST

Updated : Jun 7, 2023, 2:44 PM IST

झांसी मेडिकल कॉलेज में गोली लगने से घायल एक व्यक्ति का इलाज चल रहा था. पुलिस के अनुसार देर रात तीसरी मंजिल की बाथरूम से उन्होंने छलांग लगा दी. इलाज के दौरान व्यक्ति की मौत हो गई.

हत्याकांड
हत्याकांड

झांसी:कटेरा थाने क्षेत्र के एक गांव में जमीन विवाद में 26 मई को दो पक्षों के बीच गोलीकांड की घटना हुई थी. इस गोलीकांड में एक पक्ष की एक महिला की मौत हो गई थी. जबकि गोली लगने से घायल महिला के पति नारायण सिंह (70) का इलाज झांसी मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा था. इस दौरान रविवार की देर रात अस्पताल की तीसरी मंजिल से कूदने पर घायल नारायण सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों ने उनको बाथरूम से फेंकने का आरोप लगाया है.


कटेरा थाने के गांव लारोन निवासी नारायण सिंह के पुत्र ने बृजेन्द्र सिंह ने बताया कि कंधे में गोली लगने से उनके पिता को मेडिकल कॉलेज की नई बिल्डिंग में तीसरी मंजिल पर बने सर्जरी वार्ड में भर्ती करवाया गया था. वार्ड में उनके पिता के साथ उनके फूफा और एक सिपाही मौजूद थे. ड्यूटी पर रहे सिपाही ने बताया कि सुबह लगभग 3 बजे नारायण बाथरूम गए थे. 15 मिनट बाद उन्होंने देखा तो वह बाथरूम में नहीं थे. काफी खोजबीन के बाद भी अस्पताल में उनका कहीं पता नहीं चला. अस्पताल के गार्ड ने बताया कि बाथरूम की खिड़की के नीचे नारायण सिंह घायल अवस्था में पड़े हुए हैं. इसके बाद उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया गया.

बृजेन्द्र सिंह ने बताया कि सोमवार को उनकी मां का तेरहवीं का भोज था. इसलिए वह रविवार की शाम अस्पताल से घर चला आया था. उनके मां की हत्या के 9 दिन बीत गए हैं. इसके बावजूद भी पुलिस ने किसी आरोपी गिरफ्तार नहीं किया है. उसकी मां की हत्या के एक चश्मदीद गवाह उनके पिता थे. जिन्हें साजिश के तहत खिड़की से नीचे फेंक दिया गया. उन्होंने बताया कि उन्हें पुलिस से न्याय नहीं मिला है. इसी बात को लेकर उनके पिता ज्यादा चिंतित थे. उनके पिता के एक हाथ और दोनों पैर टूट गए हैं. गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में उनका इलाज चल रह है. जहां उनकी मौत हो गई.

नारायण सिंह ने पुलिस को बताया था कि उसने 2012 में पड़ोसी प्रीतम सिंह और बल्लन खरे से अपनी जमीन गिरवी रख कर 4 लाख 90 हजार रुपये कर्ज लिया था. इसके बाद उन लोगों ने धोखे से 18 बीघा जमीन अपने नाम करा ली थी. इसके बाद नारायण सिंह ने उन दोनों को 10 लाख रुपये दिया. इसके बावजूद भी उस जमीन पर उन्हीं लोगों का कब्जा है. जमीन जोतने के विवाद में दोनों पक्षों के बीच कई बार पंचायत हो चुकी है. लेकिन दूसरा पक्ष 60 लाख से ज्यादा रुपयों की डिमांड कर रहा था.


नारायण सिंह ने बताया था कि 26 मई की रात करीब 10 बजे वह अपनी पत्नी सुखमारी राजा (65) के साथ घर पर थे. इसी दौरान प्रधान परिवार के गोपाल सिंह, सुरेंद्र सिंह और आदित्य घर पर पहुंचे. उन लोगों ने पंचायत के बहाने दोनों को पैसे लेकर प्रधान के घर चलने के लिए कहा. वहां पहले से प्रधान पति राजेंद्र, उनका भाई प्रीतम, बल्लन सिंह और हनुमत सिंह मौजूद थे. वहां पहुंचते ही उनका रुपयों से भरा बैग छीनकर उन्हें घर के पीछे वाले गेट से बाहर निकाल दिया गया. उनके द्वारा विरोध करने पर दबंगों ने उन पर गोली चला दी. इस गोलीबारी में उनकी पत्नी सुखमारी की मौत हो गई. जबकि उनका इलाज अस्पताल में चल रहा था.

मेडिकल कॉलेज के सीएमएस सचिन माहौर ने बताया कि अभी हाल ही में नारायण सिंह की प्लास्टिक की सर्जरी हुई थी. नारायण सिंह ने देर रात अस्पताल के बाथरूम की छत से छलांग लगा दी. इस दौरान उनका एक हाथ और दोनों पैर फ्रैक्चर हुए हैं. साथ ही कमर में भी गंभीर चोट आई है. अस्पताल में उनकी मौत हो गई . कटेरा थानाध्यक्ष कौशल किशोर ने बताया कि उनकी पत्नी की हत्या के मामले में अभी जांच चल रही है. जबकि सोमवार की सुबह गोली से घायल नारायण सिंह द्वारा झांसी मेडिकल काॅलेज की बाथरूम से कूदने की सूचना मिली है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.


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Last Updated :Jun 7, 2023, 2:44 PM IST

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