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आगरा में निकाली गई 'प्लास्टिक बाबा' की अर्थी, जानें क्या है इस मुहिम का उद्देश्य?

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Published : Jun 29, 2022, 1:52 PM IST

पर्यावरण प्रेमी लिसिप्रिया कंगुजाम के ट्वीट के बाद ताजनगरी आगरा में सफाई को लेकर लगातार एक्टिविटी जारी है. नगर निगम की तरफ से ताजमहल के पीछे दशहरा घाट पर सफाई के साथ नगरवासियों को प्लास्टिक कचरा इस्तेमाल न करने के लिए आज शपथ दिलाई गई. आइये खबर में जानते हैं साफ-सफाई को लेकर और क्या कार्यक्रम प्रस्तावित हैं.

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प्लास्टिक कचरे के खिलाफ अभियान

आगरा: नगर निगम की तरफ से ताजमहल के पीछे दशहरा घाट पर यमुना की तहलटी में प्लास्टिक कचरे के खिलाफ अभियान चलाया गया. आगरा महापौर नवीन जैन और नगर आयुक्त निखिल टी. फुंडे ने सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों को शपथ दिलाकर इसका शुभारंभ किया. इस दौरान यमुना नदी की साफ-सफाई की गई और हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. इसके बाद 'प्लास्टिक बाबा' की अर्थी निकालकर ताजनगरी को प्लास्टिक मुक्त बनाने का संदेश दिया गया. 'प्लास्टिक बाबा' की अर्थी को महापौर नवीन जैन, नगर आयुक्त, पार्षद और नगर निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों समेत स्थानीय लोगों ने कंधा दिया. इस दौरान सभी ने शहर को प्लास्टिक कचरा मुक्त बनाने का संकल्प लिया.

बता दें कि बीते 21 जून को मणिपुर की पर्यावरण प्रेमी लिसिप्रिया कंगुजाम ने दशहरा घाट से ताजमहल के साथ प्लास्टिक कचरे और गंदगी की फोटो ट्वीट की थी. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा था 'बिहाइंड द ब्यूटी ऑफ ताजमहल'. इसके बाद आगरा नगर निगम हरकत में आया और ताजमहल के आासपास यमुना की सफाई करवाई. बुधवार को उसी दशहरा घाट से नगर निगम ने सिंगल यूज पॉलिथीन और प्लास्टिक के खिलाफ अभियान की शुरुआत की.

ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट
इस दौरान महापौर नवीन जैन ने कहा कि दशहरा घाट से प्लास्टिक कचरे के खिलाफ अभियान की शुरुआत हुई है. सभी ने शपथ ली है कि वो सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे. प्लास्टिक की वजह से नदी और नाले चोक होते हैं. प्लास्टिक कप या ग्लास का इस्तेमाल सेहत के लिए भी खतरनाक है. इससे कैंसर जैसी बीमारियां हो रही हैं. इसलिए हमें प्लास्टिक से दूरी बनानी होगी. घर से दूध लेने के लिए डोलची और सब्जी लेने के लिए थैला लेकर निकलना होगा. तभी अपने बच्चों को सही पर्यावरण और वातावरण दे सकेंगे.
ताजमहल के पीछे दशहरा घाट की साफ-सफाई

नगर आयुक्त निखिल टी. फुंडे ने बताया कि आज से चार दिवसीय प्लास्टिक के खिलाफ अभियान की शुरूआत की गई है. आज यमुना में सफाई की गई. इसके साथ ही प्लास्टिक की प्रतीकात्मक अर्थी निकाली गई है. अब शहर में अब जगह-जगह जनजागरुकता अभियान चलाए जाएंगे. इसके अलावा ईको मेला, सफाई अभियान, नुक्कड़ नाटक और अन्य कार्यक्रम होंगे. जनता से अपील है कि प्लास्टिक से दूरी बनाएं.

हस्ताक्षर अभियान

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पर्यावरण प्रेमी महिलाओं का कहना है कि प्लास्टिक से दूरी बनाना बहुत जरूरी है. जब प्लास्टिक आई थी तो यह एक वरदान साबित हुई, मगर आज यह बड़ा अभिशाप बन गई है. प्लास्टिक सौ साल तक गलती नहीं है, यह नाले-नालियों को चोक करती है. पर्यावरण के लिए तो नुकसानदेह है ही, इसे निगलने से मवेशियों की मौत तक हो जाती है. इसलिए हमें प्लास्टिक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार की पहल को जनता अपनी दृढ़ शक्ति से अमली जामा पहना सकती है. लोगों को भी जागरुक करने की जरूरत है, तभी प्लास्टिक से मुक्ति मिलेगी.

प्लास्टिक की प्रतीकात्मक अर्थी
प्लास्टिक के खिलाफ यह हैं जागरुकता कार्यक्रम-
  • 30 जून को नुक्कड़ नाटक, ईको मेला, शहर के चौराहों पर शपथ ग्रहण समारोह के साथ सफाई अभियान चलेगा.
  • 01 जुलाई को जीरो वेस्ट लाइफस्टाइल प्रदर्शनी, प्लास्टिक बैंक और यमुना नदी के घाट पर सफाई अभियान चलेगा.
  • 02 जुलाई को नालों के लोहे के जाल से प्लास्टिक का कचरा हटाया जाएगा, शपथ दिलाई जाएगी और सफाई अभियान भी चलेगा.
  • 03 जुलाई को यमुना के घाट पर ईको मेला, सफाई अभियान के साथ शपथ ग्रहण समारोह भी होगा.

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