लखनऊ. बिजली विभाग के फर्जी बिजली बिल (Fake electricity bill) शहर के उपभोक्ताओं को जोरदार झटका दे रहे हैं. उपभोक्ताओं के पास जो वास्तविक बिल भेजा जा रहा है और उसके बाद दोगुने से ज्यादा बिजली बिल का फर्जी मैसेज भी आ रहा है, जो उपभोक्ताओं के लिए संकट का सबब बन रहा है. पसीने-पसीने होकर उपभोक्ता उपकेंद्र के चक्कर लगा रहे हैं और वहां पर उन्हें पता चलता है कि यह मैसेज फर्जी है. जब इस बारे में बिजली विभाग के जिम्मेदारों से बात की जाती है तो सिर्फ ठगों से सावधान की अपील पर ही सारा काम निर्भर हो जाता है.
अपट्रॉन उपकेंद्र (uptron substation) के अंतर्गत मेहंदी गंज में रहने वाले उपभोक्ता हसन का सिर्फ ₹8000 बिजली का बिल बकाया था. बाकायदा बिजली विभाग की तरफ से उन्हें ₹8000 का बिल मीटर रीडर द्वारा उपलब्ध कराया जाता है, लेकिन कुछ ही दिन बाद उनके मोबाइल नंबर पर एक टेक्स्ट मैसेज आता है और यह बिल बढ़कर 8000 से ₹17000 के करीब पहुंच जाता है. मैसेज देखते ही हसन की हालत खराब हो जाती है. अपना सारा काम छोड़कर सीधे पसीना बहाते हुए उपकेंद्र पर मैसेज दिखाने पहुंचते हैं. उपकेंद्र पर मौजूद कर्मचारी हसन के कनेक्शन नंबर से उनका बिल चेक करता है तो उनका बकाया बिल ₹8000 ही होता है, तब हसन को बताया जाता है कि जो मैसेज आया है वह फर्जी है. इस बारे में हसन कहते हैं कि इस तरह का मैसेज आना ही नहीं चाहिए. क्योंकि इससे दिक्कत हो जाती है. बिजली विभाग को ऐसे मैसेज पर रोक लगानी चाहिए पूरी तरह से गलत है.