उदयपुर. जनजाति विकास मंत्री अर्जुन बामणिया ने अपने उदयपुर प्रवास के दौरान लोक कला मंडल में आयोजित हो रहे तीन दिवसीय आदि महोत्सव का शुभारंभ किया. मंत्री बामणिया ने महोत्सव में लगी स्टॉल्स का अवलोकन भी किया.
वहीं लोक कलाकारों की प्रस्तुति को देखकर उनका उत्साहवर्धन बढ़ाया. इस मौके पर मंत्री बमनिया ने कहा कि आधुनिक समय में आदि संस्कृति को आमजन तक पहुंचाने और इस संस्कृति के संरक्षण के मकसद से इस महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. उद्घाटन समारोह में प्राइवेट चेयरमैन आरसी मीणा, संभागीय आयुक्त भवानी सिंह देथा, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा भी मौजूद रहे.
इस दौरान लोक कलाकारों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति को देख सभी हतप्रभ रह गए. वहीं गवरी नृत्य ने एक बार फिर आदिवासी कला को जीवंत कर दिया. तीन दिन तक चलने वाले आदि महोत्सव में करीब 400 कलाकार और शिल्पकार हिस्सा लेंगे और अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे.
बता दें कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद यह पहला मौका है. जब जनजाति विकास मंत्रालय द्वारा कोई आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में जहां मेवाड़ के आदिवासी क्षेत्र से आए कलाकारों को नई सरकार से नई उम्मीदें हैं. वहीं आम जनता भी इस महोत्सव में आदिवासी कला और साहित्य के संगम को देखने पहुंच रही है.
Body:जनजाति विकास मंत्री अर्जुन बामणिया ने आज अपने उदयपुर प्रवास के दौरान लोक कला मंडल में आयोजित हो रहे तीन दिवसीय आदि महोत्सव का उद्घाटन किया मंत्री बामणिया ने महोत्सव में लगी स्टॉल्स का अवलोकन किया तो वहीं लोक कलाकारों की प्रस्तुति को देखकर उनका उत्साहवर्धन भी किया इस मौके पर मंत्री बमनिया ने कहा कि आधुनिक समय में आदि संस्कृति को आमजन तक पहुंचाने और इस संस्कृति के संरक्षण के मकसद से इस महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है उद्घाटन समारोह में प्राइवेट चेयरमैन आरसी मीणा संभागीय आयुक्त भवानी सिंह देथा उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा भी मौजूद रहे आपको इस दौरान लोक कलाकारों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति को देख सभी हतप्रभ रह गए तो वही गवरी नृत्य ने आज एक बार फिर आदिवासी कला को जीवंत कर दिया बता दें कि 3 दिन तक चलने वाले आदि महोत्सव में करीब 400 कलाकार और शिल्पकार हिस्सा लेंगे और अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे
Conclusion:आपको बता दें कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद यह पहला मौका है जब जनजाति विकास मंत्रालय द्वारा कोई आयोजन किया जा रहा है ऐसे में जहां मेवाड़ के आदिवासी क्षेत्र से आए कलाकारों को नई सरकार से नई उम्मीदें है तो वहीं आम जनता भी इस महोत्सव में आदिवासी कला और साहित्य के संगम को देखने पहुंच रही है
बाइट - अर्जुन बामणिया जनजाति विकास मंत्री