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उदयपुर में ढोल-नगाड़ों के साथ जनजाति संस्कृति का महाकुंभ आदि महोत्सव का आगाज

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Published : Sep 27, 2022, 4:29 PM IST

Two days Aadi Mahotsav in Udaipur from 27th September
उदयपुर में ढोल नगाड़ों के साथ जनजाति संस्कृति का महाकुंभ आगाज

विश्व पर्यटन दिवस (World Tourism Day 2022) के मौके पर उदयपुर में पहली बार आदि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. आदिवासी क्षेत्र कोटडा में आयोजित हो रहे इस महोत्सव में 7 राज्यों के आदिवासी कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं. इसमें बड़ी संख्‍या में देशी-विदेशी पर्यटक भाग ले रहे हैं.

उदयपुर.विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर उदयपुर में आदिवासी लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पहली बार आदि महोत्सव का आयोजन किया गया. महोत्सव का आगाज संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने दीप प्रज्वलन के साथ किया. इस मौके पर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. आदिवासी क्षेत्र कोटडा में आयोजित आदि महोत्सव में 7 राज्यों के आदिवासी कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे (Tribal artists performance in Aadi Mahotsav) हैं. 2 दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में कला प्रदर्शन के साथ ही यहां आने वाले पर्यटक आदिवासी क्षेत्र के व्यंजनों का भी स्वाद चख सकेंगे.

महोत्सव को लेकर देशी-विदेशी पर्यटकों में भी काफी उत्साह नजर आ रहा है. इस महोत्सव के दौरान दो दिनों में देशभर की जनजाति कला और संस्कृति एक मंच पर थिरकेंगी. जिला प्रशासन, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, माणिक्य लाल वर्मा आदिम जाति शोध संस्थान एवं पर्यटन विभाग के तत्वावधान में आयोजित महोत्सव में बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक पहुंच रहे हैं.

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जनजाति कलाकारों की प्रस्तुति होगी आकर्षण का केंद्र...
आदि महोत्सव के दौरान 7 राज्यों के जनजाति कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया दी जाएगी. इसमें पश्चिम बंगाल के कलाकारों की ओर से नटुवा नृत्य, उड़ीसा के कलाकारों का सिंगारी नृत्य, लद्दाख के कलाकारों का याक नृत्य, गुजरात के कलाकारों का राठवा नृत्य, महाराष्ट्र के कलाकारों का सोंगी मुखवटे नृत्य, मध्यप्रदेश के कलाकारों का गुटुम्ब बाजा नृत्य एवं छत्तीसगढ़ के कलाकारों का सिलाधरना नृत्य पर्यटकों के आकषर्ण का केंद्र होगा. राजस्थान के जनजाति कलाकार भी अपनी परफॉर्मेंस देंगे. इसके तहत बारां के कलाकाराें की ओर से स्वांग नृत्य, बांसवाड़ा के कलाकार गेर एवं घूमरा नृत्य, उदयपुर के कलाकार का गवरी, कच्छी घोड़ी एवं मावलिया नृत्य, सिरोही के कलाकारों की ओर से रायन नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी. इसके अलावा कोटड़ा के कलाकार द्वारा भी विभिन्न प्रकार की प्रस्तुतियां दी जाएंगी.

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खेल, एडवेंचर स्पोर्ट्स, प्रदर्शनी का रहेगा आकर्षण...
जिला कलेक्टर ने बताया कि आदि महोत्सव अंतर्गत पानरवा एवं नाल सांडोल में वन भ्रमण का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा विभिन्न प्रकार के एडवेंचर स्पोर्ट्स भी आकर्षण का केंद्र होंगे. जिसमें जिप लाइन एडवेंचर प्रमुख रूप से शामिल है. पर्यटन विभाग की ओर से उदयपुर शहर से विभिन्न स्थानों से बसों की व्यवस्था भी की गई. महोत्सव के दौरान उदयपुर सांसद अर्जुन लाल मीणा भी पहुंचे और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने का लुफ्त उठाया.

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