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NEET-UG 2021 : फिजिक्स के एक प्रश्न का 'उत्तर' कर सकता है बड़ा उलटफेर...

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Published : Oct 18, 2021, 6:03 PM IST

प्रत्यावर्ती-धारा से संबंधित एक प्रश्न का मात्र एक 'शब्द' के कारण हिंदी व अंग्रेजी भाषा में तात्पर्य पूरी तरह परिवर्तित हो गया. ऐसे में  हिंदी व अंग्रेजी भाषा में उसके उत्तर भी अलग-मिले हैं. अंग्रेजी भाषा में स्पष्ट तौर पर 'एंप्लीट्यूड ऑफ द करंट' का मान दिया गया था, जबकि हिंदी भाषा में सिर्फ 'करंट' का मान दिया गया था.

NEET-UG 2021
फिजिक्स के 1 प्रश्न को लेकर चिंता

कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2021 की प्रोविजनल पत्रिकाओं पर आपत्ति दर्ज कराने के समय सीमा खत्म हो चुकी है. देश के भावी चिकित्सक अब मानक उत्तर तालिका का इंतजार कर रहे हैं. कोटा के एक्सपर्ट्स का मानना है कि हिंदी माध्यम के विद्यार्थी फिजिक्स के 1 प्रश्न को लेकर चिंतित हैं.


दरअसल, प्रत्यावर्ती-धारा से संबंधित एक प्रश्न का मात्र एक 'शब्द' के कारण हिंदी व अंग्रेजी भाषा में तात्पर्य पूरी तरह परिवर्तित हो गया. ऐसे में हिंदी व अंग्रेजी भाषा में उसके उत्तर भी अलग मिले हैं. अंग्रेजी भाषा में स्पष्ट तौर पर 'एंप्लीट्यूड ऑफ द करंट' का मान दिया गया था, जबकि हिंदी भाषा में सिर्फ 'करंट' का मान दिया गया था. हालांकि, शब्द 'एंप्लीट्यूड' के कारण का प्रश्न का अर्थ अंग्रेजी व हिंदी में अलग-अलग निकला.

फिजिक्स के एक प्रश्न का 'उत्तर' कर सकता है बड़ा उलटफेर...

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट व फिजिक्स फैकल्टी देव शर्मा ने बताया कि यह प्रश्न एन-2 कोड की एग्जामिनेशन-बुकलेट में प्रश्न-संख्या-8 पर था, इसके चलते में हिंदी-माध्यम विद्यार्थी इस प्रश्न को लेकर चिंतित हैं. इसका कारण यह है कि इस प्रश्न का उत्तर, मानक उत्तर-तालिकाओं में 'हिंदी' एवं 'अंग्रेजी' के लिए अलग-अलग घोषित नहीं किया गया तो हिंदी माध्यम के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के साथ बड़ा अन्याय हो सकता है.

क्योंकि हिंदी माध्यम के जिस विद्यार्थी ने प्रश्न का ठीक उत्तर दिया है, उसे 'ऋणात्मक-एक' अंक प्राप्त होगा. वह मेरिट सूची में काफी पिछड़ जाएगा. देव शर्मा ने स्पष्ट तौर पर कहा कि राष्ट्रीय-स्तर की इस महत्वपूर्ण परीक्षा में अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद के दौरान की गई तकनीकी-खामी का खामियाजा विद्यार्थी को भुगतना पड़ेगा, यह ठीक नहीं है. नेशनल एजुकेशन पॉलिसी-2020 के तहत एक ओर सरकार हिंदी एवं अन्य प्रादेशिक-भाषाओं को बढ़ावा दे रही है. जबकि दूसरी और हिंदी-भाषा के प्रश्न-पत्र में इस प्रकार की खामियां सामने आ रही है, यह चिंताजनक है.

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एनटीए के अनुसार विद्यार्थियों की आपत्तियों पर विषय-विशेषज्ञ विचार करेंगे. किसी प्रश्न विशेष का उत्तर गलत पाए जाने पर उसे बदला जाएगा. विषय विशेषज्ञों की राय के अनुसार मानक उत्तर तालिकाएं निर्मित कर परीक्षा परिणाम जारी होगा. देव शर्मा ने बताया कि एजेंसी ने जारी की गई प्रोविजनल उत्तर तालिकाओं में अंग्रेजी व हिंदी के प्रश्न पत्रों में उपरोक्त वर्णित प्रश्न का उत्तर समान दिया गया है, जो कि तकनीकी तौर पर पूर्णतया गलत है.

विद्यार्थियों ने इस प्रश्न पर एजेंसी के समक्ष आपत्तियां भी दर्ज की हैं. एजेंसी की जारी की गई प्रोविजनल उत्तर-ल तालिकाओं में किसी प्रश्न को बोनस घोषित नहीं किया गया है. किसी भी प्रश्न के एक से अधिक उत्तर ठीक नहीं है. एजेंसी की जारी की गई सूचना के अनुसार प्रश्नपत्र त्रुटिहीन है.

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