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इतिहास में पहली बार : चंबल नदी के चारों बांधों के गेट अक्टूबर में खुले..25000 क्यूसेक पानी किया जा रहा डिस्चार्ज

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Published : Oct 18, 2021, 5:55 PM IST

Kota News, Rajasthan News
चंबल नदी के चारों बांधों के गेट खुले

मध्य प्रदेश में हुई बारिश के चलते चंबल नदी के सबसे बड़े गांधी सागर बांध में लगातार पानी की आवक होने से गांधी सागर बांध लबालब भर गया है. जिसके बाद इतिहास में पहली बार अक्टूबर महीने में चारों बांधों से एक साथ 25000 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है.

कोटा. चंबल नदी पर बने हुए सबसे बड़े डैम मध्यप्रदेश के मंदसौर स्थित गांधी सागर बांध की भराव क्षमता क्रॉस होने पर 25000 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है. जिसके बाद राजस्थान में चंबल नदी पर बने राणा प्रताप सागर, जवाहर सागर और कोटा बैराज से भी पानी की निकासी शुरू की है. इतिहास में पहली बार अक्टूबर महीने में चारों बांधों से एक साथ पानी की निकासी की जा रही है.

कोटा बैराज के आसपास भी हूटर बजाकर लोगों को चेतावनी दी जा रही है. पानी की निकासी होने से चंबल नदी का जल स्तर निचले इलाकों में थोड़ा सा बढ़ेगा. जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एजाजुद्दीन अंसारी का कहना है कि आमतौर पर सितंबर महीने के बाद बारिश नहीं होती है, लेकिन इस बार मध्य प्रदेश में बारिश के चलते चंबल नदी में पानी की आवक हो रही है. ऐसे में इन चारों डैम के 50 साल के इतिहास में पहली बार अक्टूबर महीने में पानी की निकासी एक साथ हो रही है.

चंबल नदी के चारों बांधों के गेट खुले, 25 हजार क्यूसेक पानी किया जा रहा डिस्चार्ज

सिंचाई के लिए खरीफ की फसल को मिल सकेगा पूरा पानी

गांधी सागर बांध के लबालब होने से सिंचाई के लिए नहरों में पर्याप्त पानी छोड़ा जा सकेगा. राजस्थान ही नहीं मध्यप्रदेश तक चंबल नदी की नहरों का नेटवर्क फैला हुआ है, जो कि हजारों हेक्टेयर खेतों तक पानी पहुंचाता है. हालांकि बारिश का सीजन सितंबर महीने में ही खत्म हो जाता है, लेकिन तब तक डैम लगभग फुल होते थे. इस बार अक्टूबर महीने में जाकर गांधी सागर बांध में पानी की आवक हो रही है. जिसके चलते ही पानी की निकासी की जा रही है. वर्ष 2019 सितंबर महीने में भारी पानी चंबल नदी के इन चारों बांधों से छोड़ा गया था. जिसमें कोटा बैराज से दूर सर्वाधिक 7 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया था.

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गांधी सागर बांध : डैम में लगातार 17000 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है. ऐसे में उसका जलस्तर फूल गेज 1312 फीट पर पहुंच गया है. ऐसे में वहां से 25000 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है. बांध की कुल क्षमता 7233.78 क्यूबिक मीटर है. यह पानी 17 अक्टूबर शाम से ही छोड़ा जा रहा था.

राणा प्रताप सागर बांध: गांधी सागर डैम से लगातार पानी की आवक होने के चलते आरपीएस डैम लबालब भर गया है. इसका गेज में 1157.50 तक पर पानी पहुंच गया है. ऐसे में बांध में 2905 क्यूबिक मीटर से ज्यादा पानी है. सोमवार सुबह 10 बजे से इसके गेट खोल कर पानी की निकासी की जा रही है. जिसे धीरे धीरे बढ़ाया जा रहा है और 25000 क्यूसेक किया जाएगा.

जवाहर सागर बांध: डैम का फुल गेज 980 फीट है. जिसमें 978 फीट पानी पहुंच चुका है. जवाहर सागर से पानी डिस्चार्ज होने के चलते लगातार डैम में पानी की आवक हो रही है. ऐसे में तीन मशीनों के लिए भी 11000 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है. जिससे 99 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है. कुछ देर बाद डैम से गेट खोल कर भी पानी की निकासी की जाएगी. जो मशीन और गेट मिलाकर 25000 क्यूसेक के आसपास होगी. डैम के जलस्तर को 978 फीट पर मेंटेन किया जाएगा. वर्तमान में डैम में 65 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी है.

कोटा बैराज: का जलस्तर 852.40 फीट पर पहुंच गया है. यहां से अभी 11000 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है, जिसे बढ़ाकर 25000 किया जाएगा. इसकी कुल भराव क्षमता 854 फीट है. जिसे 852 पर मेंटेन किया जाएगा. डैम में वर्तमान में करीब 108 क्यूबिक मीटर से ज्यादा पानी है.

चंबल नदी के बांधों की भराव क्षमता

बांधक्षमता (मिलियन क्यूबिक मीटर) वर्तमान स्थितिविशेष
गांधी सागर 7233.78 7233.78 गेट डिस्चार्ज
राणा प्रताप सागर 2905.232905.23गेट डिस्चार्ज
कोटा बैराज 112.06112.06 गेट डिस्चार्ज
जवाहर सागर 67.12 67.12 मशीन और गेट डिस्चार्ज


चंबल नदी के 4 बड़े बांधों की भराव गेज और वर्तमान स्थिति

बांधभराव गेजवर्तमान स्थिति (फीट में)
गांधी सागर 13121312
राणा प्रताप सागर 1157.301157.30
जवाहर सागर 980 978
कोटा बैराज 854 852.4
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