कोटा. देश की सबसे कठिनतम परीक्षाओं में से एक जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम एडवांस्ड (JEE ADVANCED 2024) की आवेदन प्रक्रिया संपन्न हो गई है. इस वर्ष 23 आईआईटी की 17385 सीटों के लिए 1.91 लाख से अधिक स्टूडेंट्स ने आवेदन किया है. परीक्षा को 26 मई के दिन दो पारियों में सुबह 9 से 12 और दोपहर 2:30 से 5:30 बजे तक आयोजित किया जाएगा. इस बार इसका आयोजन आईआईटी मद्रास करवा रही है. जेईई एडवांस्ड के प्रवेश पत्र 17 मई को जारी किए जाएंगे.
इतने छात्रों में कॉम्पिटिशन : कोटा के निजी इंस्टीट्यूट के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस साल आईआईटी की हर सीट के लिए करीब 11 विद्यार्थियों में कॉम्पिटिशन होगा. इस वर्ष सर्वाधिक 1 लाख 91 हजार स्टूडेंट्स ने आवेदन किया है, जो आईआईटी की 17 हजार 385 सीटों के लिए परीक्षा देंगे. इन 17385 सीटों में 20 प्रतिशत सीटें फीमेल सुपरन्यूमेरेरी कोटे की शामिल हैं. ये लड़कियों के लिए 20 प्रतिशत फीमेल पूल कोटे से अतिरिक्त आवंटित की जाती हैं. आमतौर पर जेईई एडवांस्ड परीक्षा में छात्र छात्राओं का अनुपात 65:35 फीसदी रहता है. ऐसे में लड़कों के मुकाबले लड़कियों की आईआईटी में सीट मिलने की संभावना बढ़ जाती है.
ये होता है ड्रॉप करने का कारण : पिछले कई सालों से जेईई-एडवांस्ड के जारी किए जाने वाले आंकड़ों के अनुसार जेईई मेन के आधार पर क्वालीफाई किए गए 2.50 लाख स्टूडेंट्स में करीब 60 हजार स्टूडेंट्स ऐसे होते हैं, जो एडवांस्ड परीक्षा को ड्रॉप कर देते हैं, यानी परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन ही नहीं करते हैं. इसका प्रमुख कारण 12वीं बोर्ड में 75 प्रतिशत की बोर्ड पात्रता और स्टूडेंट्स का एडवांस्ड परीक्षा के लिए पूरी तैयारी नहीं होना होता है.
एनटीए ने पहली बार लगाया फिल्टर : एनटीए ने पहली बार जेईई मेन के रिजल्ट में फिल्टरेशन करते हुए ऐसे स्टूडेंट्स को एडवांस्ड परीक्षा के लिए पात्र नहीं किया, जिनकी 12वीं की परीक्षा साल 2023 से पहले पास की हुई है, यानी जिनके एडवांस्ड परीक्षा के दो अटेम्प्ट पूरे हो चुके हैं, उन्हें पात्र ही नहीं किया गया है. वहीं, जिन स्टूडेंट्स की जेईई मेन स्कोर कार्ड में पात्र लिखा हुआ है, वे एडवांस्ड परीक्षा के लिए वास्तविक पात्र हैं. इसके बावजूद 60 हजार स्टूडेंट्स ने आवेदन नहीं किया है.
60 हजार स्टूडेंट्स ने किया ड्रॉप : आहूजा ने बताया कि इस वर्ष जेईई मेन और एडवांस्ड दोनों परीक्षाओं में सर्वाधिक रजिस्ट्रेशन हुए हैं. 14 लाख 15 हजार से अधिक स्टूडेंट्स ने जेईई मेन दी है. इसके बाद 1.91 लाख ने एडवांस्ड के लिए रजिस्ट्रेशन किया. जेईई एडवांस्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए कटऑफ भी बीते सालों की अपेक्षा अच्छी रही. इसके बावजूद भी 60 हजार स्टूडेंट्स ने जेईई एडवांस्ड को ड्रॉप कर दिया. इससे ये माना जा सकता है कि ये स्टूडेंट्स जेईई मेन पर ही फोकस करते हैं या एडवांस्ड की परीक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं होते. स्टूडेंट्स को एडवांस्ड में शामिल होकर सेल्फ असेसमेंट करना चाहिए.