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गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिली बीजेपी कमेटी, कांग्रेस पर लगाए अपराधियों को संरक्षण देने के आरोप

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Published : Oct 1, 2022, 7:21 PM IST

कोटा के रामगंज मंडी में बालिका से गैंगरेप मामले में (BJP committee meet gangrape victim family) भाजपा की गठित कमेटी के सदस्यों ने एसपी से मिले और बालिका के परिजनों से भी न्याय दिलाने की बात कही. भाजपा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया.

गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिली बीजेपी कमेटी
गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिली बीजेपी कमेटी

कोटा.जिले के रामगंजमंडी में नाबालिग से गैंगरेप का मामला सामने (Minor gang rape case in Ramganj Mandi) आया था जिसमें शामिल कुछ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है. हालांकि इस मामले में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश स्तरीय जांच कमेटी आज कोटा पहुंची. इसमें राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर, प्रदेश प्रवक्ता और चोमूं विधायक रामलाल शर्मा और चित्तौड़गढ़ के विधायक के चंद्रभान सिंह आक्या इसमें शामिल थे. इसके अलावा प्रदेश महामंत्री को रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा और जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी रामबाबू भी कमेटी के साथ कोटा ग्रामीण एसपी कावेंद्र सिंह सागर से मुलाकात करने पहुंचे. पीड़ित परिवार से मिलकर (BJP committee meet gangrape victim family) भी न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया.

सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए कमेटी के सदस्यों ने कहा कि पीड़िता और उसका पूरा परिवार डरा हुआ है. हालात इतने बदतर हैं कि दलित परिवार वापस अपने घर रामगंजमंडी भी नहीं जा पा रहा है. कोटा में ही वे किसी परिचित के यहां पर रुके हुए हैं. सरकार को इन लोगों को संरक्षण दिलाना चाहिए. कानून का इस्तकबाल खत्म हो गया है. सरकार के कमजोर होने के चलते शासन भी कमजोर है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में सभी आरोपियों की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है.

गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिली बीजेपी कमेटी

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बालिका को कोटा लाने और वापस छोड़ने वाली लड़की की गिरफ्तारी भी अभी तक नहीं की गई है. यहां तक कि उससे पूछताछ भी नहीं की गई है. इसके साथ ही राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर ने यह भी आरोप लगाया कि बालिका को कोटा लाने के बाद उसके साथ गैंगरेप किया गया है. इस पूरे मामले में बालिका कहां पर रही और किन लोगों ने आरोपियों को संरक्षण दिया. उन सब की गिरफ्तारी होना चाहिए. ऐसे करीब 70 लोग इस मामले में सामने आ सकते हैं.

एएसआई रौनक अली के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
अलका गुर्जर ने कहा कि इस मामले में जांच अधिकारी रहे एएसआई रौनक अली पर भी छेड़छाड़ के आरोप लगे थे. ऐसे में उनके खिलाफ पुलिस विभागीय कार्रवाई कर रही है. उन्हें निलंबित कर दिया गया है लेकिन उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. इसमें एफआईआर दर्ज होकर उसकी पूरी जांच की जानी चाहिए जैसा कि एक आम अपराधी के साथ होता है. सुकेत की घटना में भी इसी रौनक अली को हटाकर पोस्टिंग रामगंजमंडी में कर दी गई और उसके बाद भी वह इसी तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहा है. यह मांग हम एसपी ग्रामीण से कर चुके हैं. इसके अलावा इन लोगों के खिलाफ संरक्षण देने के मामले में कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है.

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पुलिस नहीं कर रही थी उचित कार्रवाई
भाजपा की राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर ने कहा कि पुलिस इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं कर रही थी. इस मामले में अगर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और नेता नहीं जागृत होते तो यह मुद्दा भी दब कर रह जाता और पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता. हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं के जागृत होने के चलते ही इस मामले में पूरा खुलासा हुआ है. हालांकि अभी भी सारे आरोपी नहीं पकड़े गए हैं. भाजपा की कमेटी ने इस पूरी घटना को सुकेत की घटना जैसा ही बताया है.

अलका गुर्जर ने कहा था एक पूरा रैकेट कोटा जिले में इस तरह का चल रहा है. इस तरह की लगातार घटनाएं हुईं हैं. मदन दिलावर ने कहा कि रामगंज मंडी से ही जनवरी में एक नाबालिग को इस तरह से ले जाया गया था, जिसको अभी तक पुलिस ने बरामद नहीं किया है. इस मामले में फरवरी महीने में मुकदमा भी दर्ज हो गया था. हालांकि 8 महीने गुजर जाने के बाद भी पुलिस आरोपियों को नहीं पकड़ सकी है.

यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर लगाया आरोप
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर भी मदन दिलावर और अलका गुर्जर ने आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि रामगंजमंडी और पूरे कोटा जिले में शांति धारीवाल अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं. रामगंजमंडी में बदमाश आशु पाया ने आरएसएस के नेता पर गोली चलाई थी और एक व्यापारी के बेटे का अपहरण भी किया है, लेकिन पुलिस 20 दिन बीत जाने के बाद भी खाली हाथ है. उसे यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ही बचा रहे हैं.

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