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जोधपुर : बेटे के जिंदा जलने के मामले की दोबारा जांच के लिए बुुजुर्ग माता पिता ने आईजी से लगाई गुहार

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Published : Nov 29, 2021, 6:12 PM IST

Updated : Nov 29, 2021, 6:30 PM IST

case of burning alive in Jodhpur
बुुजुर्ग माता पिता ने आईजी से लगाई गुहार ()

जोधपुर के देचू थाना इलाके में 2019 में एक दुर्घटना ग्रस्त वाहन में जिंदा जलने (case of burning alive in Jodhpur) से बाबूराम-कुनणी देवी के बेटे गिरधारी की मौत हो गई थी. बगड़ूराम ने थाने में मामला दर्ज कराया था. पुलिस ने इसे हादसा बताया था जबकि मृतक के माता-पिता का कहना है कि उनके बेटे की हत्या की गई थी.

जोधपुर. जिले के देचू थाना क्षेत्र में करीब 2 साल पहले एक वाहन में जिंदा जले युवक के माता-पिता ने आज आईजी नवज्योति गोगोई के कार्यालय में पहुंचकर बेटे की मौत के प्रकरण की दोबारा जांच कराने की गुहार (Parents pleaded with IG) लगाई है. जोधपुर आईजी ऑफिस में बुजुर्ग दंपती न्याय की उम्मीद में घूम रहा है.

जिस उम्र में बुजुर्ग मां-बाप को बेटे का सहारा चाहिए, उस उम्र में माता-पिता मृत बेटे की फोटो लिये न्याय की गुहार लगा रहे हैं. आईजी के पास पेश होने के बाद उन्होंने आपबीती सुनाई. मृतक गिरधारी के माता-पिता ने इस मामले में वर्तमान में एसओजी की हिरासत में चल रहे तस्कर भगीरथ जाणी और उसके भाई रावल जाणी को दोषी बताया. बुजुर्ग दंपती ने कहा कि इस मामले की दुबारा जांच होनी चाहिए.

आईजी की चौखट पर बुजुर्ग दंपती

देचू में ड्राइवर जिंदा जलने का मामला

देचू थाना क्षेत्र में 2019 में एक दुर्घटना ग्रस्त वाहन में गिरधारी जिंदा जल गया (Driver burnt alive in Dechu) था. गिरधारी के पिता बाबूराम ने मामला थाने में दर्ज कराया था. पुलिस ने इसे हादसा बताया था जबकि मृतक गिरधारी के माता पिता का कहना है कि उनके बेटे को भोजासर निवासी रावलराम व उसका भाई भगीरथ जाणी घर आकर गाड़ी चलाने के लिए लेकर गए थे.

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इसके बदले में 50 हजार देने का वादा किया था. मादक पदार्थ डोडा से भरी गाड़ी का कुछ दिनों बाद एक्सीडेंट हो गया था. जिसमें गिरधारी घायल हो गया था. आईजी को पेश किए गए परिवाद में बताया गया है कि उस गाड़ी के आगे रावल व उसका भाई भागीरथ अपनी गाड़ी के साथ चल रहे थे. एक्सिडेंट होने के बाद रावल व भागीरथ ने गाड़ी से डोडा निकाला और गाड़ी को गिरधारी समेत आग लगा दी.

गिरधारी के माता-पिता का कहना है कि घटना के बाद आरोपी घर आकर बेटे के उपचार के आधार कार्ड ले गए और जली हुई गाड़ी गिरधारी के नाम करवा दी. इसके बाद पुलिस से मिलीभगत कर मामला निपटा दिया. हमने आवाज उठाई तो हमारी पुत्रवधु को भी ले गए. गौरतलब है कि भागीरथ जाणी मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में पुलिस हिरासत में चल रहा है. उसे कुछ समय पहले गुजरात से गिरफ्तार किया गया था. उसका भाई रावल जाणी जिला परिषद का सदस्य भी रह चुका है. आईजी ने बुजुर्ग दंपती को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है.

Last Updated :Nov 29, 2021, 6:30 PM IST

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