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अस्पतालों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में जयपुर परिवहन विभाग निभा रहा महत्वपूर्ण भूमिका

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Published : Apr 30, 2021, 5:37 PM IST

जयपुर सहित प्रदेश भर में कोविड-19 संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. इसके साथ ही अस्पतालों के अंतर्गत ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. लगातार ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीजों की मृत्यु होने के मामले भी सामने आ रहे हैं. इसी के तहत राजस्थान का परिवहन विभाग अस्पतालों तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.

delivering oxygen to hospitals in jaipur
ऑक्सीजन पहुंचाने में परिवहन विभाग निभा रहा महत्वपूर्ण भूमिका

जयपुर.राजधानी कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. साथ ही इस समय अस्पतालों के अंतर्गत ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. लगातार ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीजों की मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. इसी के तहत राजस्थान का परिवहन विभाग अस्पतालों तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.

बता दें कि अस्पतालों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में परिवहन विभाग के उड़न दस्ते एक अहम भूमिका निभा रहे हैं. राजधानी में 2 आरटीओ , 5 डीटीओ, 10 इंस्पेक्टरों की ओर से गैस टैंकर को एस्कॉर्ट करने के बाद अस्पतालों में समय पर ऑक्सीजन भी पहुंच रही है. इतना ही नहीं अगर टैंकर को जोधपुर जाना है तो भिवाड़ी से परिवहन विभाग की उड़न दस्ते एस्कॉर्ट करके अपनी सीमा तक ले जाएगा. यहां से शाजापुर डीटीओ, शाजापुरा से कोटपुतली, कोटपूतली से शाहपुरा, शाहपुरा से जयपुर आरटीओ के उड़ान दस्ते टैंकर को एस्कॉर्ट करते हुए ऑक्सीजन को जयपुर तक ला रहे हैं.

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वहीं जयपुर के बाद अजमेर आरटीओ के उड़न दस्ते एस्कॉर्ट करके आगे तक ऑक्सीजन पहुंचा रहे हैं. इससे समय की बचत तो हो ही रही है. साथ ही मरीजों की जान बचाने के लिए लगातार प्रयास भी किए जा रहे हैं. इसके अलावा जयपुर में ऑक्सीजन 7 घंटे के अंदर तक पहुंच रही थी, लेकिन परिवहन विभाग की ओर से अब ऑक्सीजन को 5 घंटे के अंतर्गत ही पहुंचाया जा रहा है. यह उड़न दस्ते समय से आधे घंटे पहले बॉर्डर पर पहुंच जाते हैं.

इतना ही नहीं जोधपुर कोटा अजमेर सहित अन्य जगह जाने वाले गैस टैंकर को भी इसी तरीके से परिवहन विभाग के उड़न दस्तों की ओर से एस्कॉर्ट किया जा रहा है और उनको उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जा रहा है. जिससे किसी भी मरीज की बिना ऑक्सीजन के मौत नहीं हो. हालांकि परिवहन विभाग को अभी तक सरकार की ओर से फ्रंट लाइन वॉरियर्स का दर्जा नहीं दिया गया है, लेकिन परिवहन विभाग की ओर से लगातार कोविड-19 के दौर में आगे आकर मानवता का परिचय भी दिया जा रहा है.

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