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राजेंद्र राठौड़ का सीएम गहलोत पर निशाना, बताया सबसे फेल मंत्री

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Published : Jul 7, 2020, 3:56 PM IST

Rajendra Rathore target Gehlot, statement of Rajendra Rathore
राजेंद्र राठौड़ का सीएम गहलोत पर निशाना

राजस्थान में प्रशासनिक फेरबदल को लेकर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सीएम ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के तबादले किए हैं.

जयपुर.प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में हाल ही में हुए बड़े बदलाव को लेकर भी सियासत शुरू हो गई है. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के हुए बड़े स्तर पर तबादले के मामले में मुख्यमंत्री पर जुबानी हमला बोला है. राठौड़ ने कहा कि अपनी कुर्सी बचाने और पसंदीदा नेताओं को खुश करने के लिए बड़े स्तर पर ताबड़तोड़ तबादले किए गए हैं.

राजेंद्र राठौड़ का सीएम गहलोत पर निशाना

इस दौरान राठौड़ ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाया. मुख्यमंत्री को बतौर गृहमंत्री अब तक का सबसे फेल मंत्री करार दिया. राजेंद्र राठौड़ ने एक बयान जारी कर कहा कि ऐसा पहली बार हुआ, जब मुख्य सचिव को 2 दिन तक पोस्टिंग का इंतजार करना पड़ा, लेकिन ऐसा क्यों हुआ यह भी चर्चा का विषय है. राजेंद्र राठौड़ ने यह भी कहा कि प्रदेश में गुड गवर्नेंस कहां है, दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रही.

कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल-

प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पुलिस के रेंज के डीआईजी थानों से मंथली लेते हुए संदेह के दायरे में आते हैं, जो अपने आप में पुलिस महकमे पर बड़ा सवाल है. वहीं उन्होंने कहा कि एसओजी, जो कि सबसे बड़ी एजेंसी है. खुद उसके एडिशनल एसपी के नाम से रिश्वतखोरी का पैसा लेने की कोशिश करता है, इस पर सवाल तो उठेंगे ही.

पढ़ें-तबादलों पर सीएम गहलोत की सख्ती...बेअसर रही अधिकारियों की गुहार

राठौड़ ने कहा कि जब फील्ड में ऐसे अधिकारी तैनात हैं, इस प्रकार के मामलों में सामने आएंगे तो न्याय की उम्मीद जनता किससे करेगी. राठौड़ के अनुसार पिछले 1 सप्ताह का आंकड़ा देखा जाए तो हर तीसरे दिन मासूम बच्चियों के साथ बलात्कार की घटनाएं सामने आ रही हैं. वहीं 40 प्रतिशत से ज्यादा ऐसे गंभीर प्रकरण हैं. दिन में आज भी अपराधी सलाखों के पीछे नहीं जा पाए हैं. ऐसे जर्जर कानून व्यवस्था से आम आदमी अपने आपको परेशान महसूस कर रहे हैं.

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