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RUSU Election 2022, शॉर्ट वीडियो और रील्स से सोशल मीडिया पर प्रचार

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Published : Aug 25, 2022, 12:02 PM IST

राजस्थान छात्रसंघ चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है. सोशल मीडिया के जरिए कैंडिडेट्स अपने वोटर्स तक पहुंचा रहे हैं. कुछ अलग करने की कोशिश शॉर्ट्स और रील्स के जरिेए हो रही है तो विभिन्न माइक्रोब्लॉगिंग साइट्स पर भी RUSU Election 2022 कैंपेनिंग की जा रही है.

RUSU Election 2022
सोशल मीडिया पर प्रचार

जयपुर.छात्र संघ चुनाव में प्रचार का सबसे बड़ा प्लेटफार्म सोशल मीडिया को बनाया गया है. जिस पर छात्र नेता अपने मुद्दों को रखने के साथ-साथ रील्स और शॉर्ट वीडियो के जरिए छात्रों को आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं. इन शॉर्ट वीडियो में किसी का धाकड़ अंदाज़ नजर आ रहा है, तो किसी का सरल स्वभाव. वहीं छात्र नेताओं ने अपने ट्विटर हैंडल, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर पेज बनाकर ज्यादा से ज्यादा छात्र शक्ति से जुड़ने का भी प्रयास किया.चूंकि अब शक्ति प्रदर्शन और चुनावी रैलियों का दौर थम चुका है. ऐसे में इन छात्र नेताओं की टीम सोशल मीडिया पर और ज्यादा एक्टिव होती दिख रही है.

एक दूसरे के गले लगे NSUI और ABVP उम्मीदवार: राजस्थान विश्वविद्यालय सहित प्रदेश भर के विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में बुधवार को चुनावी रैली और शक्ति प्रदर्शन का दौर थम गया. प्रचार के आखिरी दिन जोश-खरोश के साथ प्रत्याशियों ने मतदाताओं से वोट और सपोर्ट मांगा. इस दौरान राजस्थान विश्वविद्यालय और संघटक कॉलेजों में कुछ खास तस्वीरें देखने को मिली. जहां यूनिवर्सिटी कैंपस में एक दूसरे के धुर-विरोधी एबीवीपी और एनएसयूआई छात्र संगठन के प्रत्याशियों ने एक दूसरे को माला पहनाकर अभिवादन किया और चुनाव को लेकर शुभकामनाएं दी. तो वहीं महारानी कॉलेज में छात्राएं साफा बांध प्रचार-प्रसार करती हुई नजर आई. जबकि कुछ छात्र नेताओं ने किसान परिवार की छवि पेश करने के लिए बैलगाड़ी और ट्रैक्टर का भी सहारा लिया.

अतरंगी, बहुरंगी और दिलचस्प अंदाज

लिमिट से ज्यादा खर्च:चुनाव प्रचार में 5000 की सीमित राशि से कई गुना खर्च किया जा रहा है. प्रत्याशी वोट बैंक को भुनाने के लिए खाने-पीने से लेकर मनोरंजन तक पर पैसे लुटा रहे हैं. बुधवार को भी छात्रों को पिकनिक ले जाने और मूवी दिखाने पर खर्चा किया गया. वहीं अब छात्रनेता डोर टू डोर कैंपेनिंग शुरू करेंगे. साथ ही सोशल मीडिया पर भी प्रचार तेज कर दिया है. छात्रसंघ चुनाव में छात्र नेताओं के लिए सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है. जहां आखिरी समय तक भी प्रचार प्रसार किया जा सकता है. सोशल मीडिया पर छात्र अपने चुनावी मुद्दे उठाने के साथ-साथ सपोर्ट भी मांग रहे हैं.

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सोशल मीडिया पर अतरंगी अंदाज: अपने सोशल मीडिया पेज पर जहां एबीवीपी प्रत्याशी खुद को मजदूर का बेटा बताते हुए जातिवाद और धन बल की राजनीति के खिलाफ पेटीएम के जरिए ₹11 के आर्थिक सहयोग की अपील करते दिख रहे हैं. तो वहीं निहारिका जोरवाल अपने सपोर्टर से जुड़ते हुए उनके प्यार और समर्थन के लिए शुक्रिया अदा करती देखी जा सकती हैं. यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ अध्यक्ष पद के प्रमुख दावेदारों के हजारों की संख्या में फ़ॉलोअर्स भी हैं. वहीं बीते दिनों शक्ति प्रदर्शन के दौरान निर्दलीय उम्मीदवार निर्मल चौधरी ने जिस अंदाज में दिवंगत पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का सिग्नेचर स्टाइल किया. उसे उनके समर्थकों ने रील पर उतारा और छात्रों को आकर्षित करने के लिए ये शॉर्ट वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल किया रहा है. तो वहीं इंटरनेशनल ताइक्वांडो खिलाड़ी रही एनएसयूआई प्रत्याशी रितु बराला का धाकड़ अंदाज भी रील्स बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है.

आपको बता दें कि इन प्रत्याशियों ने डिजिटल वॉर रूम तक बनाए गए हैं, जहां बैठकर उनकी टीम सोशल मीडिया पर पल-पल की अपडेट दे रही है. वहीं प्रत्याशियों के परिवार के सदस्य और दोस्त सोशल मीडिया पर वोट की अपील कर रहे हैं. बहरहाल, वोटर्स को लुभाने के लिए इस बार प्रत्याशी ग्राउंड के साथ डिजिटल कैंपेन पर भी पूरा फोकस कर रहे हैं. प्रचार के लिए गाने तक तैयार कराए हैं. इसे चुनाव कार्यालय के साथ-साथ गाड़ियों में बजाकर आम छात्रों पर प्रभाव जमाने की कोशिश की जा रही है. इसके अलावा छात्र नेता वॉइस मैसेज और बल्क मैसेज बनाकर भी वोटर्स तक पहुंच बना रहे हैं.

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