उज्जैन।बाबा महाकाल मंदिर में आज से दर्शन शुरू होने जा रहे हैं. हालांकि अब श्रद्धालु पहले की तरह सीधे दर्शन नहीं कर पाएंगे. इसके लिए 1 दिन पहले प्री बुकिंग करानी होगी. दर्शन व्यवस्था सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार ही की जाएगी. इसके साथ ही होटल,धर्मशाला और रेस्टोरेंट भी खोलने का निर्णय लिया गया है. दर्शन व्यवस्था को लेकर आयोजित बैठक में स्लॉट में दर्शन व्यवस्था का निर्णय लिया गया है.
श्रद्धालुओं के लिए खुला बाबा महाकाल का दरबार, एक दिन पहले करानी होगी बुकिंग
उज्जैन में बाबा महाकाल का दरबार श्रद्धालुओं के लिए आज से खोल दिया गया है. हालांकि अब दर्शन करने के लिए एक दिन पहले एप या फिर टोल फ्री नंबर के माध्यम से प्री बुकिंग करवानी होगी.
![श्रद्धालुओं के लिए खुला बाबा महाकाल का दरबार, एक दिन पहले करानी होगी बुकिंग Baba Mahakal's court opened for devotees in ujjain](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-7521915-296-7521915-1591587460717.jpg)
दरअसल बाबा महाकाल का दरबार आम श्रद्धालुओं के लिए आज से खुल गया है. इसका पहला स्लॉट सुबह 8 बजे से शुरू हो चुका है. इससे पहले मंदिर में सुबह 4 बजे खोला गया. जिसके बाद यहां पर विधिवत भस्मारती की गई, लेकिन भस्मारती में किसी भी श्रद्धालु को प्रवेश नहीं दिया गया. जिसके चलते महाकाल मंदिर के गणेश मंडपम और नंदी मंडपम दोनों ही खाली दिखाई दिए. वहीं मंदिर में श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश से पहले पैर धोने के लिए कुंड, थर्मल स्कैनिंग, सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था की गई है. वहीं सुबह 8 से 10, 11 से 1 और 2 से 4 आखिरी स्लॉट 4:30 से 6:00 बजे तक होगा. इसी बीच 1 घंटे में मंदिर को सैनेटाइज किया जाएगा.
बता दें कि दर्शनार्थियों को अब दर्शन करने के लिए एक दिन पहले ही प्री बुकिंग करानी होगी. बैठक में निर्णय लिया गया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन करते हुए विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में प्री बुकिंग के आधार पर ही प्रवेश दिया जाएगा. सीधे मंदिर पहुंचने पर दर्शन नहीं हो पाएंगे. कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए बीते 21 मार्च से मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी.
बाबा महाकाल के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को अब एक दिन पहले मोबाइल एप या फिर टोल फ्री नंबर 18002331008 पर बुकिंग करवानी होगी. इसके बाद ही मंदिर में प्रवेश मिल सकेगा. वहीं अगर इन दोनों प्रक्रियाओं से बुकिंग नहीं पा रही है तो वह श्रद्धालु मंदिर में काउंटर बुकिंग करवा सकते हैं.