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UPSC में 165 वीं रैंक आने के बावजूद IAS अधिकारी नहीं बनना चाहते नरेंद्र, कुछ और ही है सपना

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Published : Sep 26, 2021, 11:47 AM IST

Narendra Rawat's family
नरेंद्र रावत का परिवार ()

यूपीएससी (Union Public Service Commission) 2020 की परिक्षा में शिवपुरी के नरेंद्र रावत को 165 वीं रैंक मिली है. लेकिन नरेंद्र IAS Officer (Indian Administrative Service) नहीं बनना चाहते. नरेंद्र का सपना है कि वो पुलिस की वर्दी पहने. वे IPS (Indian Police Service) अधिकारी बनना चाहते है.

शिवपुरी।यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) 2020 के फाइनल रिजल्ट (Union Public Service Commission Final Result 2020) में शिवपुरी के नरेंद्र रावत को 165 रैंक मिली है. वर्तमान में नरेंद्र रावत बतौर आइएफएस (इंडियन फॉरेस्ट सर्विस) बैतूल में पदस्थ हैं. नरेंद्र 165 रैंक हासिल करने के बाद भी आईएएस अफसर (IAS Officer) नहीं, बल्कि पुलिस की वर्दी पहनेंगे. नरेंद्र रावत ने कहा कि मैंने अपनी पहली च्वाइस के रूप में आईएएस नहीं बल्कि आईपीएस चुना था. जबकि इस रैंक पर मुझे आईएएस मिल सकता था. लेकिन मैं IPS बनना चाहता हूं.

नरेंद्र रावत

इंडियन फॉरेस्ट सर्विस में मिली थी 52वीं रैंक

नरेंद्र ने बताया दो साल पहले उनका चयन इंडियन फॉरेस्ट सर्विस (Indian Forest Service) में हुआ था. उस समय आल इंडिया 52 रैंक आई थी. यह भी बहुत अच्छी सर्विस है, जिसमें सम्मान मिलता है. मेरा मन हमेशा ऐसी नौकरी करने का था जो सीधे जनता से जुड़ी हो. यही कारण रहा कि आईएएस के बजाय आईपीएस को प्राथमिकता दी है. कलेक्टर के मुकाबले एसपी का आम जन से ज्यादा जुड़ाव रहता है.

कानून व्यवस्था को लागू कर सकता है एसपी

नरेंद्र रावत बताते है कि आम आदमी की अधिकांश समस्या एसडीएम स्तर पर खत्म हो जाती हैं. जबकि एसपी ऐसा पद है, जो सही तरीके से काम करते हुए आमजन को न्याय दिला सकता है. जिले में कानून व्यवस्था (Law and Order) को उचित रूप से लागू कर सकता है.

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परिवार और टीचर्स को दिया श्रेय

नरेंद्र रावत ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिवार को दिया. उन्होंने कहा कि किसी भी स्टूडेंट की सफलता में उसके परिवार का सपोर्ट महत्वपूर्ण होता है. जब कभी आपका हौसला टूटता है, तो परिवार का सपोर्ट ही आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है. यूपीएससी (Union Public Service Commission) की इस सफलता में उन सभी प्रोफेसर और टीचर्स का महत्वपूर्ण योगदान है, जिन्होंने मुझे इस परीक्षा की तैयारी के दौरान महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया.

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