श्योपुर। नामीबिया से भारत लाए गए आठ चीतों में से एक मादा चीता की तबीयत बिगड़ गई है. शाशा नाम की इस मादा चीता की 3 सदस्यीय विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उपचार करने में जुटी है. कूनो नेशनल पार्क के प्रबंधक प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि, शाशा चीता की तबीयत खराब होने के बाद तत्काल ही उसे क्वारनटीन बाड़े में में शिफ्ट कर दिया है. जहां भोपाल से आए पशु चिकित्सक जांच करके उसका उपचार करने में जुटे हुए है. जांच में पता चला कि उसके किडनी में इन्फेक्शन है. डॉक्टरों के अनुसार अब उसके स्वास्थ में सुधार हो रहा है.
बाड़े में टहलने लगी है मादा चीताः डीएफओ वर्मा ने बताया कि, मादा चीता शाशा की तबीयत में पहले की अपेक्षा सुधार हो रहा है. अब उसने अपना भोजन लेना भी शुरू कर दिया है. शासा अपने बाड़े में घूमने-फिरने लगी है. जहां तक अन्य चीतों की बात है, तो वह सभी चीते स्वस्थ हैं. अच्छी बात यह है कि ये कोई वायरस नहीं है, जो एक से दूसरे में फैले. इसलिए अन्य चीतों की जांच करवाने की जरूरत नहीं है. शाशा के इलाज के लिए आई भोपाल की पशु चिकित्सकों की टीम उसकी 24 घंटे निगरानी कर रही है. हालांकि यह कोई साधारण संक्रमण नहीं है. चीतों के साथ अक्सर ऐसा होता है कि उनके अंग काम करना बंद कर देते हैं.
Kuno National Park: कूनो में मादा चीता शाशा की तबीयत खराब, भोपाल से आए एक्सपर्ट की टीम कर रही उपचार
पीएम मोदी ने 17 सितंबर को छोड़ा था बाड़े मेंः विदित हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अति महात्वाकांक्षी योजना के तहत कूनो नेशनल पार्क लाए गए 8 सीटों को 1 महीने के लिए क्वारंटाइन बाड़े में रखा गया था. इसके बाद 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के दिन इन चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ने की शुरुआत की थी. फिर एक-एक करके सभी को बड़े बाड़ों में शिफ्ट कर दिया गया था. जिन्हें टॉस्क फोर्स की बैठक के बाद बड़े बाड़े निकालकर एक-एक करके खुले कूनो के जंगल में छोड़ दिया गया था. इन चीतों ने शिकार करना भी प्रारंभ कर दिया था.