जबलपुर। दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना बंद होने पर बीजेपी नेता लगातार विरोध जता रहे हैं. बीजेपी नेताओं आरोप लगाते हुए कहा है कि कमलनाथ सरकार गरीबों के हक पर डाका डाल रही है.
दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना पर सियासत, बीजेपी ने किया सरकार पर वार
जबलपुर में बीजेपी नेताओं ने दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना बंद करने को लेकर कांग्रेस के खिलाफ विरोध जताया है. बीजेपी नेताओं ने गरीबों को अपने पैसे से खाना खिलाकर विरोध जताया है.
जबलपुर में बीजेपी नेताओं गोकुल दास की धर्मशाला में गरीबों को अपने पैसे से खाना खिलाया. पहले जहां दीनदयाल रसोई चलाई जाती थी, वहीं बीजेपी नेताओं ने गरीबों को खाना खिलाया. वहीं इस मौके पर गरीबों ने कहा कि वे आसपास ही कामकाज करते थे और उन्हें खाने की समस्या नहीं थी. बड़ी आसानी से 5 रुपए में उन्हें खाना मिल जाता था. लेकिन सरकार बदलने से उनका नुकसान हो गया.
बीजेपी विधायक अशोक रोहाणी का कहना है कमलनाथ सरकार ने शिवराज सरकार की कई योजनाएं बंद कर दी हैं. लेकिन कम से कम इस योजना को बंद नहीं करना चाहिए था. क्योंकि इससे गरीबों को सीधा फायदा मिल रहा था. आंदोलनकारी नेता सोनू बछवानी का कहना है कि सरकार जब तक गरीबों की थाली में दोबारा भोजन नहीं डालती है, तब तक वे अपने सामर्थ्य से लोगों को भोजन करवाएंगे.
Body:जबलपुर शिवराज सरकार के दौरान दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना शुरू की गई थी इस योजना के तहत गरीबों को ₹5 में पेट भर के भोजन करवाया जाता था लेकिन जैसे ही मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार आई तो गरीबों के लिए चलाई जाने वाली योजना को भी बंद कर दिया गया और दीनदयाल अंतोदय रसोई में ताला डाल दिया गया
जबलपुर में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने आज किसी मुद्दे को लेकर आंदोलन किया और जबलपुर में गोकुल दास की धर्मशाला में जहां दीनदयाल रसोई चलाई जाती थी वहां अपनी तरफ से गरीबों को भोजन करवाया इस मौके पर कई गरीबों ने कहा कि वे आसपास ही कामकाज करते थे और उन्हें भोजन की समस्या नहीं थी बड़ी आसानी से ₹5 में उन्हें भोजन मिल जाता था लेकिन सरकार बदलने से उनका नुकसान हो गया
भारतीय जनता पार्टी के कैंट एरिया से विधायक अशोक रोहाणी का कहना है कमलनाथ सरकार ने शिवराज सरकार की कई योजनाएं बंद कर दी हैं लेकिन कम से कम इस योजना को बंद नहीं करना चाहिए था क्योंकि इससे गरीबों को सीधा फायदा मिल रहा था आंदोलन करने आए नेता सोनू बछवानी का कहना है कि जब तक गरीबों की थाली में दोबारा भोजन नहीं डालती है तब तक वे अपने सामर्थ्य से लोगों को भोजन करवाएंगे
Conclusion:यह योजना बंद नहीं होती यदि इसका नाम दीनदयाल रसोई ना होता तो इसलिए सरकारों को यदि गरीबों को सही में फायदा दिलवाना है तो इनका नामकरण सोच समझ कर करना चाहिए बाइक अशोक रोहाणी विधायक जबलपुर कैंट बाइट सोनू कचवानी भाजपा नेता बाइक मजदूर