ग्वालियर।जांच में सीएमएचओ ने जांच में पाया कि रुद्राक्ष अस्पताल का संचालन संजीव शर्मा नामक चिकित्सक कर रहा था. जो फिलहाल एमबीबीएस के तीसरे वर्ष में अध्ययनरत है. मौके पर प्रसूता को कोई ट्रेंड लेडी डॉक्टर नहीं मिली. अस्पताल के दूसरे स्टाफ ने डिलीवरी कराई, जिससे गर्भस्थ शिशु की मौत हो गई. मुरार पुलिस ने रुद्राक्ष अस्पताल के डॉक्टर और नर्स सहित 7 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है. आरोपियों में डॉ.अनीता श्रीवास्तव, डॉ.ज्योत्सना सिंह राजावत, डॉ.मनप्रीत कौर, डॉ.संजीव शर्मा के साथ ही पुष्पलता, प्रभा व मीना शामिल हैं. पुलिस की कार्रवाई जारी है.
ज्यादा खून बहने से गर्भस्थ शिशुकी मौत :मुरार थाना क्षेत्र के मेहरा गांव में रहने जितेंद्र शर्मा की पत्नी प्राची शर्मा को नियमित चेकअप के लिए मुरार जिला अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन डिलीवरी के दौरान वहां किसी डॉक्टर के कहने पर महिला अपने पति के साथ रुद्राक्ष अस्पताल पहुंच गई. आधी रात को महिला को दर्द होने पर डॉक्टर नहीं पहुंची. इस पर नर्स ने सामान्य डिलीवरी कराने की कोशिश की तो महिला के पेट के पहली बच्ची के जन्म के दौरान लगाए गए टांके खुल गए. अधिक खून बह जाने से शिशु की मौत हो गई. महिला को दूसरे निजी अस्पताल में रेफर कर एक माह के इलाज के बाद बमुश्किल बचाया जा सका था.